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Wednesday, December 27, 2023

राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के आलोक में संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का अभिमुखीकरण

 

राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के आलोक में संचालित विभिन्न कार्यक्रमों का अभिमुखीकरण दिनांक 27 दिसंबर 2023 को निदेशक प्रारंभिक शिक्षा के सभागार में आयोजित किया गया जिसमे राज्य के सभी खण्डशिक्षा अधिकारी, जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक, प्रारंभिक और मुख्यशिक्षा अधिकारी सहित मंडलीय अपर निदेशक, और मुख्यालय के समस्त अधिकारियों का अभिमुखीकरण किया गया ।

कार्यशाला का शुभारंभ निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड श्रीमती बंदना गर्ब्याल ,निदेशक प्रारंभिक शिक्षा श्री आर के उनियाल, निदेशक संस्कृत श्री एस पी खाली ,अपर निदेशक एससीईआरटी श्री अजय नौडियाल, अपर निदेशक श्री महाबीर सिंह बिष्ट, श्री एस बी जोशी श्रीमती कंचन देवराड़ी संयुक्त निदेशक एन ई पी प्रकोष्ठ  एवं श्री शैलेन्द्र अमोली उप निदेशक, एनईपी प्रकोष्ठ ने दीप प्रज्वलित के साथ किया ।

 राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा- 2022 के आलोक में बुनियादी स्तर हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा- 2023 को निर्मित किया गया है जिसके कार्यान्वयन हेतु राज्य के शिक्षाधिकारियों का अभिमुखीकरण किया गया । साथ ही राज्य की विद्यालयी शिक्षा को राष्ट्रीय शिक्षा नीति- 2020 के आलोक में विद्यालयी शिक्षा हेतु राज्य पाठयचर्या की रूपरेखा का निर्माण किया जाना है जो कि राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा 2023 के अनुरूप तैयार किया जा रहा है जिसमें प्रदेश के समस्त अधिकारियों के सुझाव मांगे गए ताकि राज्य की आशाओं अपेक्षाओं के अनुरूप इस पाठ्यचर्या को निर्मित किया जा सके। इसके अलावा स्कूल कॉम्प्लेक्स, स्कूल पेयरिंग , पीएमई- विद्या , दीक्षा पोर्टल ,निपुण प्रगति एप पर सभी शिक्षा अधिकारियों से चर्चा परिचर्चा की गयी और समस्त अधिकारियों का अभिमुखीकरण किया गया ।


  कार्यशाला में अपर निदेशक एससीईआरटी श्री अजय नौडियाल ने कार्यशाला में आये अधिकारियों का स्वागत करते हुये इस कार्यशाला के औचिय पर अपना मार्गदर्शन दिया और अधिकारियों से अपेक्षा रखी कि वे एनईपी 2020 के अनुरूप इस दिशा में आगे बढ़ेंगे और राज्य की शिक्षा की दिशा और दशा को आगे बढ़ाने में अपना योगदान देंगे।

निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण श्रीमती बंदना गर्ब्याल ने अधिकारियों को उद्वेलित किया कि हम अपने प्रदेश की शिक्षा की दशा और दिशा को एनईपी 2020 के अनुरूप संवारने के लिये प्रयतशील हो जाय। इस अभिमुखीकरण कार्यशाला का लाभ इसी अनुरूप क्षेत्र के स्कूली दशा को संवारने के लिये करेंगे।

पी एम ई- विद्या के अंतर्गत शिक्षा मंत्रालय भारत सरकार  द्वारा पांच चैनल आवंटित किये गए हैं जिनमें कक्षा एक से 12 तक की कक्षाओं हेतु समस्त विषयों का 24 घंटे प्रसारण किया जाता है जिसके संचालन की  विस्तृत जानकारी शैलेन्द्र अमोली द्वारा दी गयी ।

 शैक्षिक संदर्भों को लेकर दीक्षा पोर्टल को किस प्रकार प्रयोग किया जाना है इस पर आई टी विभाग एससीईआरटी से श्री रमेश बडोनी द्वारा जानकारी जी गयी।

 बुनियादी स्तर हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा-2023 जो कि विगत 11 दिसंबर को माननीय मंत्री शिक्षा डॉ धन सिंह रावत जी द्वारा लोकार्पित किया गया जिस पर प्रदेश के समस्त अधिकारियों का अभिमुखीकरण श्री शैलेन्द्र अमोली द्वारा  किया गया और अपील की कि अब इसके अनुरूप बुनियादी स्तर हेतु शिक्षाक्रम को क्रियान्वित किया जाय।

 विद्यालयी शिक्षा हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा को प्रदेश की आशाओं-आकांओं के अनुरूप हो इस पर श्री रविदर्शन तोपाल द्वारा विद्यालयी शिक्षा हेतु राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा के महत्वपूर्ण पहलुओं को रखा जिसके अनुरूप राज्य पाठयचर्या की रूपरेखा निर्मित की जानी है इस पर प्रदेश के समस्त अधिकारियों से सुझाव मांगे जिन्हें विद्यालयी शिक्षा हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा में समाहित किया जाएगा।

          राज्य में विद्या समीक्षा केंद्र स्थापित किया गया है जिस पर उप राज्य परियोजनक  निदेशक समग्र शिक्षा श्री मदन मोहन जोशी ने व्यापक सुझाव व जानकारी सांझा की इस केंद्र का उद्देश्य प्रथमतः विद्यालयी छात्रों एवं अध्यापकों से संबंधित आंकड़ों को पोर्टल पर अपडेट करना है वर्तमान में लगभग 11000 विद्यालयों से अध्यापक / छात्र रियल टाइम उपस्थित प्रारंभ कर दी गई है लेकिन शत प्रतिशत किए जाने हैं, जिसके लिए सार्थक प्रयास किए जाने होंगे समस्त अधिकारियों को यह भी बताया गया कि प्रतिदिन छात्र उपस्थित, अध्यापक उपस्थित पोर्टल पर अपडेट कर ली जाए तथा इसे विद्यालय की प्रतिदिन की गतिविधि का भाग बनाया जाए। इस संदर्भ में अधिकारियों द्वारा बताया गया कि बंद हो गए स्कूल, अध्यापकों की अन्यत्र व्यवस्था, इंटरनेट कनेक्टिविटी आदि के कारण शत- प्रतिशत सहभागिता ना हो पाने के कारणों से अवगत कराया गया। जिस संदर्भ में जनपदों को अवगत कराया गया कि इस समस्या के समाधान हेतु शीघ्र सार्थक प्रयास किये जा रहे हैं।

     बैठक में परीक्षा पे चर्चा में राज्य से छात्र, शिक्षक एवं अभिभावकों की प्रतिभागिता बढ़ाये जाने हेतु तत्काल प्रयास किए जाएं  यह भी अवगत कराया गया कि इसके लिए 12 जनवरी अंतिम तिथि है लिहाजा समय से प्रतिभागिता बढाई जाने हेतु समुचित प्रयास की जांय। कार्यशाला में प्रदेश के समस्त अधिकारियों सहित एससीईआरटी ,और एन ई पी प्रकोष्ठ से अनेक अधिकारी उपस्थित रहे जिनमें श्री ललित मोहन चमोला, श्री हरीश चंद्र सिंह रावत, श्री आर एल आर्य , श्रीमती कंचन देवराड़ी, श्रीमती आशारानी पैन्यूली, श्री कुलदीप गैरोला, श्री प्रदीप रावत, श्री डी सी गॉड, श्री शिव प्रसाद सेमवाल, श्री विनोद सिमल्टी, श्री बृजमोहन रावत, श्री मेहरवान सिंह रावत, श्री आकाश सारस्वत, श्री आनन्द भारद्वाज,श्री राकेश जुगरान, श्रीमती हेमलता भट्ट, श्री शैलेन्द्र अमोली, श्री अमित चंद , श्री अशोक जकारिया, श्रीमती मंजू भारती, डॉ रवि मेहता, श्री कैलाश डंगवाल, श्री के एन बिजल्वाण, श्री रविदर्शन तोपाल , श्री मनोज बहुगुणा , डॉ कामाक्षा मिश्रा, आदि लोग उपस्थित रहे कार्यक्रम का संचालन श्री मनोज किशोर बहुगुणा ने किया ।

कार्यशाला के समापन के पश्चात समस्त अधिकारियों द्वारा निदेशक माध्यमिक शिक्षा श्रीमती सीमा जौनसारी जी को 31 दिसंबर 2023 को अधिवर्षता सेवा पूर्ण होने पर  सेवानिवृत्ति हो जाने के लिये भावभीनी विदाई भी प्रदान की गयी। प्रदेश के समस्त अधिकारियों के अलावा विशेष रूप से विदाई समारोह में सहभागिता देने आए माननीय विद्यालयी शिक्षा मंत्री डॉ धनसिंह रावत जी, महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा श्री बंशीधर तिवारी जी की गरिमामय उपस्थिति में विदाई कार्यक्रम सम्पन्न हुआ ।

इस अवसर पर विद्यालयी शिक्षा मंत्री ने सेवा निवृत्त होने जा रहे अधिकारी को हार्दिक शुभकामनाएं दी और विभागीय अधिकारियों से कहा कि स्कूलों को ABCD ग्रेड में बांटे और उसी अनुरूप उन्हें संसाधन प्रदान किया जाएगा। और कहा कि D ग्रेड की स्कूल जो पूर्ण रूप से बननी है उन्हें इस साल हर हाल में पूर्ण किया जाय और 7 जनवरी की डेट लाइन दी और कहा कि इस तिथि तक सही जानकारी प्रदान कर दें ताकि उन विद्यालयों को यथासमय बजट स्वीकृत किया जा सके। स्कूलों में शिक्षकों की उपस्थिति शत प्रतिशत सुनिश्चित की जानी होगी ।


 सभी अधिकारियों ने सेवा निवृत्त होने वाली अधिकारी श्रीमती सीमा जौनसारी को उज्ज्वल भविष्य की शुभ कामना दी और उनके द्वारा प्रतिपादित कार्यों की भूरी भूरी प्रशंसा की । विदाई समारोह का  संचालन डॉ मोहन सिंह बिष्ट द्वारा किया गया ।



 

 

 

 

 

 

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