10/03/2024, देहरादून:
अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर के अजीम प्रेमजी फाउंडेशन परिसर में एक अद्वितीय समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें चित्र और कलाकृति प्रदर्शनी के साथ-साथ नाटकों का मंचन भी किया गया। यह समारोह दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने में सफल रहा।
समारोह के तहत, प्रसिद्ध रंगकर्मी अभिषेक मैंदोला द्वारा लिखित और निर्देशित नाटक 'एक लड़की की कहानी' का मंचन किया गया, जो करेगा पितृसत्ता का सर कलम, वही रखेगा हमारी दहलीज पर कदम। इस नाटक में समाज में लड़कियों की भूमिका को समझाने का प्रयास किया गया और दर्शकों को समझाया गया कि समाज में लड़कियों को उनका सम्मान और समानता मिलना चाहिए।
इसी अवसर पर यूथ क्लब के युवा रंगकर्मियों द्वारा विद्यासागर नौटियाल की कहानी 'सोना' का नाट्य मंचन भी किया गया, जो महिलाओं के जीवन की उन्नति और समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका को उजागर किया।
समारोह में अन्य कार्यक्रमों में एक पेंटिंग और पोस्टर प्रदर्शनी का भी आयोजन किया गया, जिसमें देहरादून के कलाकारों ने महिलाओं के जीवन और उनकी भावनाओं को प्रकट किया।
समारोह के मुख्य अतिथियों में राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल, देहरादून के मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप कुमार रावत और अन्य शिक्षक व नागरिक भी उपस्थित थे। इस समारोह मे डायट प्राचार्य राकेश जुगरान , एससीईआरटी से डा. मनोज कुमार शुक्ला, सुनील भट्ट, गोपाल घुगत्याल, सोहन सिंह, रमेश बडोनी, प्रदीप बहुगुणा, प्रतिभा जोशी सहित शहर के कई शिक्षक उपस्थित थे।
इस महत्वपूर्ण अवसर पर, शिक्षिका सुषमा नेगी, मनीषा रावत, कुसुमलता नैथानी और संगीता जोशी ने अपनी कविताओं का पाठ किया, जिसने अत्यंत प्रेरणादायक और गंभीर संदेशों को साझा किया। समारोह का संचालन नितेश खंतवाल और प्रिया जायसवाल ने किया।
अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के डॉ अम्बरीष बिष्ट ने इस समारोह मे महिलाओं के सम्मान और समानता के मुद्दे पर जागरूकता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और समाज में उनके योगदान को मान्यता देने के लिए सभी प्रतिभागियों को सम्मानित कर अपने पक्ष को स्वतंत्र रखने के लिए भी आग्रह किया।