इस समर कैम्प को अपनी अद्वितीयता के कारण विशेष स्थान मिला है, जिसमें 500 से अधिक छात्रों और शिक्षकों का स्वास्थ्य परीक्षण, ऐबकस गतिविधियां, मीडिया टेक्नॉलजी वर्कशॉप्स, स्टोरी राइटिंग एवं टेलिंग प्रतियोगिताएं, क्राफ्ट वर्क, खेलकूद आदि गतिविधियां आकर्षण का केंद्र रही हैं।
बंदना गर्ब्याल ने भी आज के दिन पेड़ लगाकर कार्यक्रम को गति दी। उनके नवाचारी सोच और समर्पण से पूरे कार्यक्रम को नई ऊर्जा मिली। इस कैम्प में पिछले 10 दिनों से सीमैट और एससीईआरटी के अधिकारियों और संकाय सदस्यों ने पूर्ण मनोयोग से योगदान दिया।
इस मौके पर उपस्थित अधिकारियों में अपर निदेशक अजय नौडियाल, संयुक्त निदेशक कंचन देवराड़ी और आशा रानी पैन्यूली, उप निदेशक शैलेन्द्र अमोली, सहायक निदेशक डॉ. के एन बीजल्वान, प्रोफेशनल डॉ. मोहन सिंह बिष्ट, डॉ. विनोद ध्यानी, डाइट देहरादून प्राचार्य और मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून शामिल थे। राजीव गांधी नवोदय की प्रधानाचार्य सुनीता भट्ट ने अपने कैंपस में सभी प्रकार से सहयोग प्रदान किया।
मुख्य अतिथि रंजना राजगुरु ने इस पहल और नवाचारी समर कैम्प के लिए बंदना गरब्याल की सराहना की और सभी शिक्षकों और अतिथियों को धन्यवाद दिया। इस 10 दिवसीय कार्यक्रम में हंस फाउंडेशन, अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन, लभ्य फाउंडेशन, आसरा, अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन और अन्य गैर सरकारी संस्थानों ने भोजन, स्टेशनरी, खेलकूद सामग्री एवं इलेक्ट्रॉनिक सामग्री प्रदान की।
अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन ने STEM कार्यक्रम के तहत छात्रों को वैज्ञानिक सोच और करके सीखने पर जोर दिया। अंत में सभी छात्रों को विजयी होने पर सम्मानित कर प्रमाण पत्र दिए गए।