आज दिनांक 01 जुलाई 2024 को उत्तराखंड के शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने देहरादून में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) के क्रियान्वयन के संबंध में महत्वपूर्ण बैठक की अध्यक्षता की। बंशीधर तिवारी , महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा , निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण,बंदना गर्ब्याल, दोनों निदेशक माध्यमिक एवं प्राथमिक ने शिक्षा मंत्री का स्वागत किया बैठक राज्य परियोजना कार्यालय, समग्र शिक्षा उत्तराखंड के सभागार में आयोजित की गई थी, जिसमें निजी विद्यालयों के अधिकारियों, प्रधानाचार्यों और शिक्षा विभाग के उच्च अधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक की प्रमुख बातें:
1. एनईपी 2020 के प्रावधानों का कार्यान्वयन
बैठक में डॉ. रावत ने निजी और राजकीय विद्यालयों में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के महत्वपूर्ण प्रावधानों को अनिवार्य रूप से लागू करने के निर्देश दिए। उन्होंने जोर देकर कहा कि शिक्षण साझेदारी को लेकर निजी और सार्वजनिक विद्यालयों के बीच एक समझौता ज्ञापन (एम.ओ.यू.) हस्ताक्षरित किया जाए, जिसमें दोनों पक्षों के शिक्षक अपनी सर्वश्रेष्ठ प्रथाओं को साझा कर सकें।
2. बस्ता रहित दिवस
बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि प्रत्येक महीने में एक दिन सभी छात्र बिना बस्ते के विद्यालय आएंगे। इस दिन को बस्ता रहित दिवस के रूप में मनाया जाएगा और विभिन्न गतिविधि आधारित क्रियाकलापों का आयोजन किया जाएगा। पूरे प्रदेश के सभी विद्यालयों में वर्षभर में 10 दिन बस्ता रहित दिवस अनिवार्य रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की अनुशंसाओं के अनुरूप संचालित किए जाएंगे। साथ ही, छात्रों के बस्ते का बोझ कम करने के निर्देश भी दिए गए।
3. समूहिक संसाधन उपयोग
प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन उत्तराखंड के अध्यक्ष डॉ. प्रेम कश्यप ने सुझाव दिया कि आसपास के 5 से 10 विद्यालयों का एक समूह विकसित किया जाए, जिसमें मानवीय और भौतिक संसाधनों को साझा किया जा सके।
4. निःशुल्क शिक्षक प्रशिक्षण
उप सचिव, सी.बी.एस.ई., देहरादून, राजेश कुमार गुप्ता ने प्रस्ताव रखा कि सी.बी.एस.ई. विद्यालयों के शिक्षक राजकीय विद्यालयों के शिक्षकों को निःशुल्क प्रशिक्षण देंगे।
महत्वपूर्ण सहभागिता:
बैठक में कई उच्च अधिकारी उपस्थित थे, जिनमें महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा बंशीधर तिवारी, निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण बंदना गर्ब्याल, निदेशक माध्यमिक शिक्षा महावीर सिंह बिष्ट, निदेशक प्रारंभिक शिक्षा रामकृष्ण उनियाल, अपर राज्य परियोजना निदेशक डॉ. मुकुल कुमार सती, अपर निदेशक एस.सी.ई.आर.टी. अजय कुमार नौड़ियाल, वित्त नियंत्रक विद्यालयी शिक्षा हेमेन्द्र प्रकाश गंगवार, उप सचिव सी.बी.एस.ई. देहरादून राजेश कुमार गुप्ता, क्षेत्रीय आयुक्त केन्द्रीय विद्यालय संगठन देहरादून, सचिव उत्तराखण्ड विद्यालयी शिक्षा परिषद रामनगर नैनीताल विनोद सिमल्टी, संयुक्त निदेशक एससीईआरटी कंचन देवराड़ी, मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून प्रदीप कुमार रावत, मुख्य शिक्षा अधिकारी टिहरी श्री शिव प्रसाद सेमवाल, श्री दिनेश चंद्र गौड़ सीमेट, श्री कुंवर सिंह रावत मुख्य शिक्षा अधिकारी ऊधम सिंह नगर, अमित चन्द्र, खंड शिक्षा अधिकारी जयहारीखल, श्री अजीत भंडारी उप राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा, रवि मेहता खंड शिक्षा अधिकारी भिकियासैन, श्री बी.पी. मैनदोली, स्टाफ ऑफिसर समग्र शिक्षा, रविदर्शन तोपाल, कामाक्षा मिश्रा कार्यक्रम समन्वयक न.ई.पी. प्रकोष्ठ एससीईआरटी, सचिन नौटियाल आदि उपस्थित रहे। प्रतिनिधि आई.सी.एस.ई. बोर्ड, अध्यक्ष प्रोग्रेसिव स्कूल एसोसिएशन उत्तराखण्ड डॉ. प्रेम कश्यप, विद्या भारती शिक्षा संस्थान से मनोज रयाल, निजी विद्यालय पेस्टल वीड के निदेशक मेजर जनरल शम्मी सबरवाल तथा प्रधानाचार्य पेस्टल वीड जतिन सेठी, द दून युधिष्ठिर पब्लिक स्कूल के निदेशक राजीव सिंघल, कैम्ब्रिज हाल स्कूल के प्रधानाचार्य सैम्यूल जयदीप, प्रेमलता बौड़ाई, रा.बा.इ.का. राजपुर देहरादून आदि उपस्थित रहे।
निष्कर्ष:
इस बैठक ने उत्तराखंड में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के सफल कार्यान्वयन की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। निजी और राजकीय विद्यालयों के बीच सहयोग और संसाधन साझा करने के इन प्रयासों से राज्य के शिक्षा प्रणाली में सुधार होगा और छात्रों को अधिक गुणवत्ता युक्त शिक्षा प्राप्त होगी। शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने बैठक को सफल बनाने के लिए सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ने की उम्मीद जताई।