उत्तराखंड में शिक्षा और तकनीकी नवाचार को नई दिशा देने के उद्देश्य से एससीईआरटी उत्तराखंड ने "इनोवेट उत्तराखंड हैकथॉन 2024" पर एक वेबिनार का आयोजन किया।
वेबिनार की मुख्य बातें:
उद्घाटन और परिचय: निदेशक, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण, बंदना गर्ब्याल ने वेबिनार का उद्घाटन किया और हैकथॉन के उद्देश्यों पर प्रकाश डाला। उन्होंने इसे उत्तराखंड के छात्रों और शिक्षकों के लिए नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने का एक अद्वितीय अवसर बताया।
ईवेंट पोर्टल का प्रदर्शन: इवेंट कोऑर्डिनेटर रमेश बडोनी ने "Innovate Uttarakhand" पोर्टल पर उपलब्ध सुविधाओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने बताया कि पोर्टल पर प्रतिभागियों को:
- पंजीकरण करने,
- विचार और परियोजनाएं सबमिट करने,
- ट्यूटोरियल और वीडियो एपिसोड देखने,
- ब्लॉग और अपडेट एक्सेस करने की सुविधाएं मिलेंगी।
तकनीकी सहायता और लॉगिन प्रक्रिया: मनीष भट्ट और अरविंद टेक टीम ने स्टूडेंट्स और शिक्षकों के लिए लॉगिन प्रक्रिया समझाई। यह प्रक्रिया सरल और उपयोगकर्ता-अनुकूल है, जिससे सभी प्रतिभागी आसानी से जुड़ सकते हैं।
मॉडरेशन और प्रसारण: तेज रावत, विद्या समीक्षा केंद्र, ने पूरी बैठक को मॉडरेट किया और इसे यूट्यूब पर लाइव स्ट्रीम किया, ताकि अधिक से अधिक लोग इसका लाभ उठा सकें।
भागीदारी और समय सीमा:
- पोर्टल पर पंजीकरण और विचार सबमिट करने की अंतिम तिथि 15 जनवरी 2025 है।
- यह आयोजन कक्षा 6-12 के छात्रों और कक्षा 1-12 के शिक्षकों के लिए खुला है।
हैकथॉन की थीम और उद्देश्य:
इस वर्ष की थीम "Empowering Youth through AI and Digital Solutions for Environmental Resilience" है। इसका मुख्य उद्देश्य एआई और डिजिटल तकनीकों का उपयोग करते हुए उत्तराखंड की पर्यावरणीय और सामाजिक चुनौतियों का समाधान खोजना है।
हैकथॉन के प्रमुख विषय:
एआई और पर्यावरणीय चुनौतियां:
- जंगल की आग की रोकथाम।
- भूस्खलन का पता लगाना और न्यूनीकरण।
- प्राकृतिक आपदाओं की तैयारी और प्रतिक्रिया।
सतत विकास:
- डिजिटल तकनीक को शिक्षा में प्रोत्साहित करना।
- स्थानीय संसाधनों और जैव विविधता का संरक्षण।
शिक्षा और सामाजिक परिवर्तन:
- व्यक्तिगत और समावेशी शिक्षा के लिए डिजिटल समाधान।
चयन और पुरस्कार प्रक्रिया:
- प्रारंभिक चरण: सभी प्रस्तुतियों का ऑनलाइन मूल्यांकन।
- राज्य स्तर: शीर्ष 100 परियोजनाओं का चयन और प्रदर्शन।
- पुरस्कार: उत्कृष्ट छात्र और शिक्षक परियोजनाओं को मान्यता और सम्मान।
आयोजन के लाभ:
- छात्रों और शिक्षकों में डिजिटल और एआई कौशल का विकास।
- उत्तराखंड की पर्यावरणीय और सामाजिक समस्याओं के समाधान के लिए व्यावहारिक परियोजनाएं।
- शिक्षकों की क्षमता को मजबूत करना और नवाचार को शिक्षा में शामिल करना।
वेबिनार में उपस्थिति:
इस वेबिनार में कुल 65 अधिकारी और शिक्षक शामिल हुए। सहायक निदेशक डॉ. के. एन. बिजलवान ने भी अपने विचार साझा किए और प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दीं।
आगे की जानकारी:
अपर निदेशक डॉ मुकुल कुमार सती ने अपने संदेश मे कहा कि "Innovate Uttarakhand" केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जो एआई, डिजिटल समाधान, और नवाचार के माध्यम से उत्तराखंड को एक सुरक्षित, स्मार्ट और स्थायी भविष्य की ओर ले जाने का प्रयास कर रहा है।
संपर्क करें:
- वेबसाइट: www.innovateuttarakhand.com
- ईमेल: scertuk09@gmail.com
- फोन: +91 7906411210
अंत मे निदेशक गर्ब्याल ने कहा कि उत्तराखंड के सभी सरकारी और अर्ध सरकारी स्कूलों के छात्रों और शिक्षकों से अनुरोध है कि इस नवाचार अभियान का हिस्सा बनकर राज्य के विकास में योगदान दें।