Saturday, February 01, 2025

विद्यालयी शिक्षा हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा प्रस्तुत-2025


1 फरवरी को विद्यालयी शिक्षा हेतु राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा राज्य स्टीयरिंग कमेटी के समक्ष प्रस्तुत की गई। इस महत्वपूर्ण दस्तावेज को स्टीयरिंग कमेटी के अध्यक्ष श्री राकेश चंद्र जुगरान के नेतृत्व में तैयार किया गया। हानिदेशक विद्यालयी शिक्षा सुश्री झरना कमठान, निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण श्रीमती बंदना गब्र्याल, तथा निदेशक प्रारंभिक शिक्षा श्री अजय नौडियाल के मार्गदर्शन में इसे अंतिम रूप दिया गया।


ड्राफ्टिंग कमेटी ने इस पाठ्यचर्या को कई चरणों में विकसित किया, जिससे यह राज्य की शिक्षा प्रणाली की आवश्यकताओं के अनुरूप तैयार हो सके। अनुमोदन के बाद यह दस्तावेज शासन को भेजा जाएगा ताकि आगामी शैक्षिक सत्र से पूर्व इसे लागू किया जा सके।


इस रूपरेखा में अनुशंसा की गई है कि कक्षा तीन से संस्कृत को अनिवार्य विषय के रूप में पढ़ाया जाए। इससे प्रदेश के सभी विद्यालयों में तीन-भाषा प्रणाली लागू होगी। इस पहल से भाषा शिक्षण को सशक्त बनाने के साथ-साथ विद्यार्थियों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़ने का अवसर भी मिलेगा।

एस सी ई आर टी के अपर निदेशक, प्रदीप कुमार रावत ने अपने संदेश मे कहा कि यह पहल राज्य की शिक्षा प्रणाली में गुणवत्ता सुधार और समग्र विकास को सुनिश्चित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम होगी।

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