एससीईआरटी उत्तराखंड के अपर निदेशक प्रदीप कुमार रावत ने कार्यक्रम की शोभा बढ़ाई
डाइट, टिहरी गढ़वाल में नव नियुक्त शिक्षकों के लिए एक व्यापक इंडक्शन प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य शिक्षकों को प्रभावी कक्षा शिक्षण के लिए आवश्यक कौशल और ज्ञान प्रदान करना था। कार्यक्रम में एससीईआरटी उत्तराखंड के अपर निदेशक श्री प्रदीप कुमार रावत ने विशेष रूप से भाग लिया और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और तकनीक-सक्षम शिक्षण की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह प्रशिक्षण राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के अनुरूप है, जो शिक्षा प्रणाली में व्यापक बदलाव की वकालत करती है।
संस्थान प्रमुख के रूप में अपर निदेशक रावत, जो इस माह के अंत में अपनी सेवा पूर्ण कर रहे हैं, ने अपने प्रेरक संबोधन में कहा:
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शिक्षा में कोई समझौता नहीं किया जा सकता, क्योंकि शिक्षक समाज के भविष्य निर्माता बच्चों का मार्गदर्शन करते हैं।
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एनईपी 2020 के अनुसार शिक्षा प्रणाली में कौशल आधारित शिक्षा, डिजिटल साक्षरता और बहुविषयक दृष्टिकोण को अपनाने की आवश्यकता है।
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पाठ्यक्रम और सामग्री को तकनीक-सक्षम बनाना अब विकल्प नहीं, बल्कि आवश्यकता बन गई है, ताकि विद्यार्थियों को आधुनिक शिक्षा के साथ जोड़ा जा सके।
प्राचार्य हेमलता भट्ट ने अपर निदेशक प्रदीप रावत का डाइट परिसर में गर्मजोशी से स्वागत किया। उन्होंने एससीईआरटी उत्तराखंड के नेतृत्व में निदेशक रावत के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि अपर निदेशक रावत के मार्गदर्शन में एससीईआरटी ने शैक्षिक सुधारों, शिक्षकों के क्षमता निर्माण और नवाचार आधारित शिक्षण पद्धतियों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
इस अवसर पर डाइट के सभी संकाय सदस्य उपस्थित थे, जिन्होंने अपर निदेशक रावत के योगदान की सराहना की और उनके शिक्षक प्रशिक्षण कार्यक्रमों को सुदृढ़ बनाने के प्रयासों के प्रति आभार व्यक्त किया। निदेशक रावत के साथ एससीईआरटी के उप निदेशक ए.के. श्रीवास्तव भी मौजूद थे।
कार्यक्रम का समापन एक इंटरैक्टिव सत्र के साथ हुआ, जिसमें अपर निदेशक रावत ने नव नियुक्त शिक्षकों के प्रश्नों का उत्तर दिया। उन्होंने शिक्षकों को नवाचार, रचनात्मकता और तकनीक को अपनाने के लिए प्रेरित किया, ताकि वे अपने शिक्षण को अधिक प्रभावी और रुचिकर बना सकें।
यह कार्यक्रम अपर निदेशक रावत के प्रेरणादायक सेवा कार्यों को समर्पित रहा, जिसने सभी प्रतिभागियों को प्रभावित किया और एससीईआरटी की गुणवत्तापूर्ण शिक्षक प्रशिक्षण और शिक्षकों के सशक्तिकरण की प्रतिबद्धता को मजबूत किया।