दिनांक 11 अप्रैल 2025, को राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) उत्तराखण्ड के सभागार में एक महत्वपूर्ण बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में अपर निदेशक श्री पदमेन्द्र सकलानी ने सभी संकाय सदस्यों को संबोधित किया और एससीईआरटी को एक मॉडल संस्थान के रूप में स्थापित करने हेतु दिशा-निर्देश दिए।
बैठक के मुख्य बिंदु:
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मानव संसाधन प्रबंधन: सकलानी ने एससीईआरटी एवं संबंधित डाइट संस्थानों में कार्यरत स्टाफ के फीडबैक, ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुड़े मामलों पर खुलकर चर्चा की और कहा कि पारदर्शिता और कार्य आधारित मूल्यांकन ही भविष्य की दिशा तय करेगा।
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संस्थान के विकास हेतु सहयोगात्मक कार्य: उन्होंने जोर देते हुए कहा कि एससीईआरटी और डाइट मिलकर राज्य में गुणवत्ता शिक्षा के लिए कार्य करें। सभी को टाइमलाइन आधारित योजनाओं पर ईमानदारी से काम करना होगा।
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प्रोत्साहन की बात: सकलानी ने स्पष्ट किया कि जो अधिकारी और प्रवक्ता संस्थान के लिए मेहनत और प्रतिबद्धता के साथ काम करेंगे, उन्हें प्रोत्साहन मिलेगा और उनका कार्य वरिष्ठ स्तर तक सराहनीय रूप में प्रस्तुत किया जाएगा।
आगामी एजेंडा की रूपरेखा:
इस अवसर पर सहायक निदेशक डॉ. के. एन. बिजलवान ने आने वाले वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए संभावित कार्य योजना और प्राथमिकता क्षेत्रों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि संस्थान को तकनीकी और अकादमिक दोनों स्तर पर आगे लाना हमारी जिम्मेदारी है।
ई-कंटेंट निर्माण पर विशेष निर्देश:
आईटी विभाग की बैठक के दौरान डॉ. बिजलवान ने ई-कंटेंट निर्माण को लेकर विशेष रूप से प्रवक्ता रमेश बडोनी और उनकी आईटी टीम को स्पष्ट रोडमैप तैयार करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में शिक्षक प्रशिक्षण और छात्र अधिगम में ई-कंटेंट की अहम भूमिका होगी।
यह बैठक न केवल संस्थान की कार्य संस्कृति को पुनर्परिभाषित करने की दिशा में एक मजबूत कदम रही, बल्कि सभी सदस्यों में सकारात्मक ऊर्जा और दृढ़ संकल्प का संचार भी हुआ। आने वाले समय में एससीईआरटी उत्तराखण्ड निश्चित ही एक राष्ट्रीय स्तर का उदाहरण बनकर उभरेगा।
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