दिनांक: 08 अक्टूबर 2025, SCERT, देहरादून
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) उत्तराखण्ड के सभागार में आज NCERT द्वारा प्रस्तुत PARAKH (Performance Assessment, Review and Analysis of Knowledge for Holistic Development) रिपोर्ट के निष्कर्षों पर आधारित एक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में राज्य के सभी जिलों के मुख्य शिक्षा अधिकारी, DIET प्राचार्य, माध्यमिक शिक्षा अधिकारी तथा विद्यालयों के प्रधानाचार्य उपस्थित रहे। कार्यक्रम का संचालन निदेशक (अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण) बंदना गर्ब्याल की उपस्थिति में किया गया। परख के राज्य प्रतिनिधि डॉ दीपक प्रताप ने कार्यक्रम सत्र पर प्रारम्भिक विषय वस्तु पर परिचय दिया ।
बैठक के दौरान NCERT के प्रतिनिधियों ने PARAKH रिपोर्ट के राज्य-स्तरीय प्रतिफल और राष्ट्रीय स्तर से तुलनात्मक विश्लेषण प्रस्तुत किया। रिपोर्ट में उल्लिखित विभिन्न क्षमताओं (competencies) के आधार पर शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार हेतु राज्यों के लिए एक ठोस रोडमैप तैयार करने की आवश्यकता पर बल दिया गया।
निदेशक बंदना गर्ब्याल ने अपने संबोधन में कहा कि यह रिपोर्ट राज्य के शिक्षण, मूल्यांकन एवं क्षमता-विकास के लिए महत्त्वपूर्ण दिशा प्रदान करती है। उन्होंने सभी जिलों से कहा कि वे रिपोर्ट में दिए गए निष्कर्षों के आधार पर त्वरित कार्ययोजना तैयार करें और उसके प्रभावी क्रियान्वयन को सुनिश्चित करें।
समीक्षा और चर्चा
अपर निदेशक पदमेन्द्र सकलानी ने अंतिम सत्र मे बैठक मे प्रतिभग किया और परख रिपोर्ट 2025 पर अवलोकन किया। निदेशक गर्ब्याल सभी जनपदों की PARAKH रिपोर्टों का अवलोकन करते हुए कमजोर क्षेत्रों की पहचान पर चर्चा की। उन्होंने भविष्य की रणनीतियों जैसे मानकीकरण, शिक्षक प्रशिक्षण, छात्र-केंद्रित मूल्यांकन, और सतत निगरानी तंत्र की आवश्यकता पर बल दिया।
आईटी और डिजिटल पहलों की प्रस्तुति
बैठक के अंतिम सत्र में आईटी विभाग ने SCERT द्वारा विकसित ऑनलाइन पाठ्यक्रम 1.0 और 2.0, इवेंट पोर्टल, हैकाथॉन पहल, और ओपन एजुकेशनल रिसोर्स (OER) जैसी डिजिटल पहलों का विस्तृत परिचय दिया।
उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों से SCERT उत्तराखण्ड द्वारा निरंतर डिजिटल कार्यक्रमों और ऑनलाइन कोर्सेज के माध्यम से शिक्षक प्रशिक्षण और विद्यार्थी सहभागिता को प्रोत्साहित किया जा रहा है। इसके साथ ही ईवेंट पोर्टल Hackathon 2.0, ई मैगजीन रतब्याणी , समाचार-बुलेटिन, इंटरएक्टिव न्यूज़ चैनल, और ओपन लर्निंग प्लेटफ़ॉर्म्स के माध्यम से शैक्षिक संसाधनों का व्यापक वितरण किया जा रहा है। इसी सत्र के अंतिम चरण मे डॉ के एन बिजलवान ने NIPUN स्कूल के डैशबोर्ड को साझा करते हुए जनपदवार प्रगति रिपोर्ट पर भी अधिकारीयों से चर्चा की ।
बैठक में निम्नलिखित प्रमुख निर्णय लिए गए—
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प्रत्येक जनपद PARAKH रिपोर्ट के अनुरूप जनपद-वार कार्ययोजना तैयार करेगा।
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SCERT की आईटी पहल के तहत सभी विद्यालयों को संबंधित ऑनलाइन कोर्स एवं कार्यक्रमों की जानकारी देना अनिवार्य होगा।
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रिपोर्ट में चिन्हित कमज़ोर क्षमताओं के सुधार हेतु लक्षित प्रशिक्षण सत्र एवं निगरानी तंत्र स्थापित किए जाएंगे।
SCERT उत्तराखण्ड ने सभी जिलों से आग्रह किया कि वे निर्धारित समय-सीमा में अपनी कार्ययोजनाएँ एवं प्रगति रिपोर्टें प्रस्तुत करें ताकि PARAKH रिपोर्ट के सुझावों का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित किया जा सके और राज्य में शिक्षण-प्रक्रिया को और अधिक सशक्त बनाया जा सके।