कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, क्षेत्रीय विधायक उमेश शर्मा काउ, निदेशक अकादमिक, प्राथमिक एवं माध्यमिक शिक्षा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
मुख्यमंत्री धामी ने घोषणा की कि अगले वर्ष इस भ्रमण को 1000 मेधावी छात्रों तक विस्तारित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि यह यात्रा छात्रों को देश के विभिन्न हिस्सों में विज्ञान प्रयोगशालाओं, अकादमिक संस्थानों, इसरो रिसर्च सेंटर और उद्योगों का अनुभव प्रदान करेगी।
सचिव रविनाथ रमन ने बताया कि भ्रमण से लौटने के बाद सभी छात्र राज्यपाल भवन में अपनी प्रस्तुतियाँ देंगे, जहां उन्हें सम्मानित भी किया जाएगा।
शिक्षा मंत्री डॉ. रावत ने उत्तराखण्ड की शिक्षा उपलब्धियों को रेखांकित करते हुए कहा कि राज्य शिक्षा के क्षेत्र में लगातार नई ऊँचाइयाँ छू रहा है। मुख्यमंत्री धामी ने छात्रों से अपील की कि वे अपने भविष्य के लिए कौशल विकास पर ध्यान दें और विकसित भारत के निर्माण में योगदान करें।
कार्यक्रम के बाद शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने एससीईआरटी सभागार में विद्यालयी शिक्षा विभाग की समीक्षा बैठक की। बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए:
- सहायक अध्यापकों की नियुक्ति प्राथमिक विद्यालयों में शीघ्र की जाएगी।
राजकीय आवासीय विद्यालयों में शैक्षणिक सुदृढ़ीकरण हेतु प्रधानाचार्य, उप प्रधानाचार्य एवं अध्यापकों की स्थायी नियुक्ति के लिए नियमावली तैयार होगी।
माध्यमिक विद्यालयों में चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों की भर्ती प्रक्रिया इसी माह शुरू होगी, जिसमें स्थानीय युवाओं को प्राथमिकता दी जाएगी।
प्रवक्ता एवं प्रधानाध्यापक पदों पर पदोन्नति की प्रक्रिया शीघ्र पूरी की जाएगी।
बैठक में सचिव विद्यालयी शिक्षा रविनाथ रमन, अपर सचिव रंजना राजगुरू, महानिदेशक दीप्ति सिंह, निदेशक माध्यमिक मुकुल कुमार सती, निदेशक बेसिक अजय नौडियाल, निदेशक एससीईआरटी वंदना गर्ब्याल, वित्त नियंत्रक वीरेन्द्र कुमार, अपर निदेशक गढ़वाल एवं कुमाऊं सहित अन्य विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।