प्राचीन भारतीय विचारधारा में स्वच्छता का महत्व हमेशा से ही माना गया है। स्वच्छता का पर्यावरणिक और भौतिक दोनों पहलुओं पर गहरा प्रभाव होता है, और इसलिए स्वच्छता के प्रति हमारी जिम्मेदारी बढ़ जाती है।
इसी मानसिकता के साथ, एस सीई आर टी कैंपस ने गांधी जयंती के पूर्वाह्न अवसर पर एक विशेष स्वछता कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें प्रभारी अपर निदेशक एम एस रावत, उप निदेशक शैलेंद्र अमोली, सहायक निदेशक डॉ. कृष्णानंद बिजलवाण, और विभिन्न विभागों के प्रवक्ता और कर्मचारीयों ने भाग लिए।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य कैंपस को और भी सुंदर और स्वच्छ बनाना था, जिसमें गांधी जी के विचारों का अनुसरण किया गया। इस दिन का चयन गांधी जी के जन्मदिवस के पूर्व में किया गया, ताकि हम उनके सत्याग्रह और स्वच्छता के महत्व को समझ सकें।
कार्यक्रम की शुरुआत मे स्वच्छता के महत्व को बताया गया और सभी कर्मचारी और प्रवक्ताओं ने एक साथ सफाई कार्यों में भाग लिया, जैसे कि कैंपस के विभिन्न हिस्सों की सफाई, पेड़ों पौधों की साज सज्जा आदि।
प्रभारी अपर निदेशक एम एस रावत, उप निदेशक शैलेंद्र अमोली, और सहायक निदेशक डॉ. कृष्णानंद बिजलवाण ने भी स्वच्छता में अपना योगदान दिया और अन्य कर्मचारियों को प्रेरित किया।
इस तरह का सामूहिक कार्यक्रम न केवल कैंपस के दृश्य सुंदर बनाने में मदद करता है, बल्कि यह एक जन आंदोलन का भी हिस्सा बनता है जो स्वच्छता के महत्व को सभी के सामने रखता है।
इसके अलावा, इस कार्यक्रम ने प्रवक्ताओं को भी जिम्मेदारी और आपसी संवाद के माध्यम से स्वच्छता के महत्व को समझाने का मौका दिया।
कर्मचारियों ने भी विशेष रूप से इस कार्यक्रम में भाग लिया और अपने साथीयों को भी स्वच्छता के महत्व के प्रति जागरूक किया।
इस तरह का स्वच्छता कार्यक्रम हमारे समाज के लिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमें स्वच्छ और हरित पर्यावरण की ओर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। गांधी जयंती के पूर्वाह्न मे इस मौके पर, हम सभी को स्वच्छता के महत्व को समझने और अपने कार्यों में इसे शामिल करने का आलंब बनाना चाहिए।
स्वच्छता का महत्व हमारे जीवन के
हर क्षेत्र में होता है और हम सभी को इसे महत्वपूर्ण तरीके से अपनाना चाहिए।