Wednesday, March 06, 2024

तेलंगाना राज्य के शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं शिक्षकों का उत्तराखण्ड के शैक्षिक संस्थानों का भ्रमण


तेलंगाना राज्य के शिक्षा विभाग के अधिकारियों एवं शिक्षकों के द्वारा बुधवार को उत्तराखण्ड के विद्यालयों एवं शिक्षक प्रशिक्षण संस्थानों का भ्रमण किया। टीम ने राज्य में शिक्षा एवं शिक्षक शिक्षा के क्षेत्र में किये जा रहे नवाचारों को देखा तथा उनकी प्रसंशा की। टीम के सदस्यों ने विद्यालयों में बच्चों से बातचीत भी की। टीम ने डायट देहरादून में डी.एल.एड. के प्रशिक्षुओं से बातचीत की तथा प्रशिक्षुओं के द्वारा प्रशिक्षण में किये जा रहे शैक्षिक नवाचारों पर चर्चा की। रूम टु रीड संस्था के सहयोग से तेलंगाना राज्य के शिक्षा विभाग तथा रूम टु रीड के 10 अधिकारी तथा शिक्षक उत्तराखण्ड के शैक्षिक परिदृश्य के अध्ययन के लिए राज्य के भ्रमण पर हैं। 

एस.सी.ई.आर.टी., सीमेट तथा समग्र शिक्षा की ओर से अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड की निदेशक श्रीमती बन्दना गर्ब्याल ने पुष्पगुच्छ देकर टीम का स्वागत किया। उत्तराखण्ड राज्य की ओर से राजेश खत्री, डॉ. राकेश चन्द्र गैरोला, शुभ्रा सिंघल तथा डॉ. रंजन कुमार भट्ट ने राज्य के नवाचारी शैक्षिक कार्यक्रमों का प्रस्तुतीकरण दिया, जिसे तेलंगाना की टीम ने सराहा। इस अवसर पर राज्य के शैक्षिक संकेतकों, उत्तराखण्ड राज्य के शैक्षिक ढ़ाँचा तथा राज्य की एस.सी.ई.आर.टी., सीमेट तथा डायट्स के कार्यों को भी टीम के साथ शेयर किया गया। 

निदेशक बन्दना गर्ब्याल ने कहा कि दोनों राज्यों की शिक्षा के क्षेत्र में की जा रही यह शेयरिंग दोनों राज्यों की शिक्षा व्यवस्था के लिए लाभकारी होगी। उन्होंने टीम को राज्य के भ्रमण के लिए बधाई दी और कहा कि वे उत्तराखण्ड में शिक्षा के क्षेत्र में अपनाये जा रहे नवाचारी कार्यक्रमों को अपने राज्य में भी लागू कर सकते हैं। 

नवाचारी कार्यक्रमों के अन्तर्गत प्रवेशोत्सव, प्रतिभा दिवस, मिशन कोशिश, समर कैम्प, डायट्स के सेन्टर ऑफ एक्सीलेंस, ज्ञानांकुरण, मुख्यमन्त्री छात्रवृत्ति योजना, बालसखा कार्यक्रम, आरोही मॉड्यूल, बालवाटिका, राज्य की पाठ्यचर्या की रूपरेखा, कौशलम, आनन्दम, टैक्नो मेला, मातृभाषा महोत्सव, होलिस्टक प्रगति पत्रक, हमारी विरासत तथा विभूतियाँ, बुनियादी साक्षरता एवं संख्याज्ञान की प्रगति, पी.एम. ई. विद्या चैनल, 21वीं सदी के कौशलों पर राज्य द्वारा विकसित प्रशिक्षण के ई कोर्स, लाइफ स्किल कोलोबोरेटिव तथा खिलौना आधारित शिक्षण के अन्तर्गत जादुई पिटारा को बारे में टीम के साथ विस्तार से चर्चा की गयी। तेलंगाना की टीम ने भी अपने राज्य में चल रहे नवाचारों को उत्तराखण्ड के साथ शेयर किया। 

एस.सी.ई.आर.टी. उत्तराखण्ड के अपर निदेशक अजय कुमार नौडियाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में चल रहे नवाचारी शैक्षिक कार्यक्रम बच्चों के अधिगम में बहुत सहायक हैं। एस.सी.ई.आर.टी. उत्तराखण्ड की संयुक्त निदेशक कंचन देवराड़ी ने कहा कि तेलंगाना एक नवोदित राज्य है जो उत्तराखण्ड की शैक्षिक व्यवस्था से प्रेरणा ले सकता है। कहा कि उत्तराखण्ड भी तेलंगाना राज्य के नवाचारी कार्यक्रमों को अपने राज्य में अपनाने की कोशिश करेगा। यह शेयरिंग दोनों राज्यों के लिए लाभकारी सिद्ध होगी। इस अवसर पर समग्र शिक्षा के उप राज्य परियोजना निदेशक प्रद्युमन रावत ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में उत्तराखण्ड की एस.सी.ई.आर.टी. तथा सीमेट के अकादमिक सदस्यों ने भी प्रतिभाग किया।

तेलंगाना टीम के सदस्य:

  • U Srinivas Academic Monitoring Office Asifabad District
  • Gaude Hanumanthu Complex Head Master, Asifabad
  • A Satyanarayana Murthy, Academic Monitoring Officer,  Mancherial
  • Prakash Rao, Mandal Nodal Officer, Mancherial
  • Srikanth Goud, Academic Monitoring Officer, Adilabad
  • Narayana Jetti, Planning Coordinator, Adilabad
  • V Narsiah, Academic Monitoring Officer, Nirmal
  • Vijaya Kumar, Complex Head Master, Nirmal
  • Praveen Kumar, Room to Read
  • Nitin Kumar, Room to Read