राजधानी में नन्हे छात्रों में समर कैम्प का उत्साह: हेल्थ कैम्प और क्रिएटिव एक्टिविटीज के साथ चौथे दिन का आयोजन सफल
उत्तराखण्ड स्कूल शिक्षा के अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण विभाग की निदेशिका बंदना गर्ब्याल के नेतृत्व में चल रहे समर कैम्प के चौथे दिन नन्हे छात्रों में अद्भुत उत्साह देखा गया। राजधानी में आयोजित इस समर कैम्प का उद्देश्य बच्चों को विभिन्न शैक्षिक और सह-शैक्षिक गतिविधियों के माध्यम से उनकी क्षमताओं का विकास करना है।एस सी आर टी के अपर निदेशक अजय नौडियाल, संयुक्त निदेशक आशा रानी पैन्यूली और कंचन देवराड़ी ने भी इस कैम्प के आयोजन और प्रबंधन में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। सीमेट और एस सी ई आर टी के संकाय सदस्य विभिन्न गतिविधियों में अपना योगदान दे रहे हैं, जिनमें अबेकस, क्राफ्ट वर्क, मीडिया टेक्नोलॉजी, आर्ट एंड राइटिंग, और STEM पर आधारित कार्यशालाएं शामिल हैं।
इस समर कैम्प में लभ्य फाउंडेशन, आसरा ट्रस्ट,अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन, और अन्य गैर सरकारी संगठनों का विशेष सहयोग प्राप्त हो रहा है। हंस फाउंडेशन जैसे संगठनों ने 500 लोगों के भोजन और पानी की व्यवस्था का जिम्मा उठाया है।
हेल्थ कैम्प का आयोजन
समर कैम्प के प्रथम दिवस से हेल्थ कैम्प का आयोजन भी एक सफल प्रयोग साबित हो रहा है, जहां सभी युवा बच्चों का स्वास्थ्य परीक्षण किया जा रहा है। हेल्थ कैम्प में बच्चों के स्वास्थ्य की विस्तृत जांच की गई और उन्हें स्वास्थ्य संबंधी आवश्यक जानकारी प्रदान की गई।
क्रिएटिव एक्टिविटीज: व्लॉग बनाना और राइटिंग
बच्चों के उत्साह को और बढ़ाने के लिए व्लॉग बनाना और क्रिएटिव राइटिंग जैसी गतिविधियों का आयोजन किया गया। व्लॉग बनाने के सत्र में बच्चों ने अपनी रचनात्मकता और तकनीकी कौशल का प्रदर्शन किया। उन्हें कैमरे के सामने खुद को व्यक्त करने और अपने अनुभव साझा करने का अवसर मिला। क्रिएटिव राइटिंग सत्र में बच्चों ने अपनी लेखन क्षमता को विकसित किया और विभिन्न विषयों पर अपनी रचनात्मक सोच को कागज पर उतारा।
बच्चों का उत्साह और सक्रियता
समर कैम्प के दौरान बच्चों ने विभिन्न गतिविधियों में बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया। अबेकस और क्राफ्ट वर्क के सत्रों में बच्चों ने अपनी गणितीय और रचनात्मक क्षमताओं का प्रदर्शन किया। मीडिया टेक्नोलॉजी की कार्यशाला में बच्चों ने नई तकनीकों का ज्ञान प्राप्त किया, जबकि आर्ट और राइटिंग सत्रों ने उनकी सृजनात्मकता को प्रोत्साहित किया। STEM गतिविधियों ने बच्चों को विज्ञान, तकनीक, इंजीनियरिंग और गणित के प्रति आकर्षित किया।
सहयोगी संगठनों का योगदान
आसरा ट्रस्ट, लभ्य फाउंडेशन, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन, और अमेरिकन इंडियन फाउंडेशन जैसे संगठनों ने कैम्प की सफलता में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। हंस फाउंडेशन ने बच्चों और प्रतिभागियों के लिए भोजन और पानी की व्यवस्था कर कैम्प को सुचारू रूप से चलाने में मदद की।
आज इस समर कैम्प के आयोजन ने न केवल बच्चों को नई-नई चीजें सीखने का अवसर प्रदान किया, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाया है। निदेशिका बंदना गर्ब्यालऔर अन्य अधिकारियों के समर्पण और मेहनत ने इस आयोजन को सफल बनाने में अहम भूमिका निभाई है। आने वाले दिनों में इस समर कैम्प से और भी अधिक उत्साहजनक परिणामों की उम्मीद है।
डॉ के एन बिजलवाण, डॉ मोहन सिंह बिष्ट, डॉ विनोद ध्यानी, डॉ राकेश गैरोला, डॉ रमेश पंत, डॉ अवनीश , डॉ मनोज शुक्ला, डॉ संजीव चेतन,मनोज बहुगुणा, सुनीता भट्ट प्रधानाचार्य राजीव गांधी नवोदय विद्यालय, आदि संकाय सदस्य और सपोर्टिंग स्टाफ भी योगदान देने मे सक्रिय रहे ।