SCERT में आयोजित कार्यक्रम का विवरण:
एस सी ई आर टी (SCERT) के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में आईटी विभाग के प्रवक्ता शिव प्रकाश वर्मा ने तंबाकू सेवन से होने वाले खतरों और परिणामों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने तंबाकू से होने वाले विभिन्न रोगों और इससे होने वाली मौतों के आंकड़े प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम में सभी संकाय सदस्य उपस्थित रहे और उन्होंने चर्चा में सक्रिय रूप से भाग लिया। सक्रिय (Active) और निष्क्रिय (Passive) धूम्रपानकर्ताओं के खतरों पर भी चर्चा की गई।
ई-सिगरेट के प्रभाव और नई पीढ़ी में इसके बढ़ते उपयोग पर भी विचार-विमर्श हुआ। नई जवान पीढ़ी में नशे की लत को रोकने के उपायों पर भी चर्चा की गई।
नो टोबैको पर प्रतिज्ञा और शपथ:
ई टी विभाग के प्रवक्ता राजेश खात्री ने सभी को तंबाकू का सेवन न करने की प्रतिज्ञा और शपथ दिलाई। यह प्रतिज्ञा तंबाकू के खिलाफ एक मजबूत संकल्प को दर्शाती है और इससे यह संदेश जाता है कि हम सब मिलकर तंबाकू के सेवन को समाप्त करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
अंतर्राष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस का महत्व:
स्वास्थ्य के लिए खतरा: तंबाकू का सेवन विभिन्न प्रकार की गंभीर बीमारियों का कारण बनता है, जैसे कि कैंसर, हृदय रोग, और फेफड़ों की बीमारी। तंबाकू से होने वाले रोगों के कारण प्रतिवर्ष लाखों लोग अपनी जान गंवाते हैं।
आर्थिक प्रभाव: तंबाकू के सेवन से होने वाली बीमारियों के इलाज में भारी धनराशि खर्च होती है, जो व्यक्ति और समाज दोनों के लिए आर्थिक बोझ साबित होता है।
सामाजिक प्रभाव: तंबाकू का सेवन समाज में एक नकारात्मक प्रभाव डालता है। इससे परिवारों में तनाव और आर्थिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।
नई पीढ़ी की सुरक्षा: यह दिन खासकर नई पीढ़ी को तंबाकू के दुष्प्रभावों से बचाने के लिए महत्वपूर्ण है। युवा और किशोरों को तंबाकू की लत से दूर रखने के लिए यह जागरूकता आवश्यक है।
अंतर्राष्ट्रीय तंबाकू निषेध दिवस तंबाकू के खिलाफ एक महत्वपूर्ण अभियान है जो हमें तंबाकू के खतरों के प्रति जागरूक करता है और हमें स्वस्थ जीवन जीने के लिए प्रेरित करता है। ऐसे कार्यक्रमों के माध्यम से समाज में तंबाकू के सेवन को कम करने और इसके दुष्प्रभावों से बचने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम उठाए जा सकते हैं।