Friday, August 16, 2024

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एससीईआरटी सभागार में प्राथमिक सहायक अध्यापकों को नियुक्ति पत्र वितरित किए

देहरादून: शुक्रवार को एससीईआरटी सभागार में उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 236 चयनित अभ्यर्थियों को प्राथमिक सहायक अध्यापक के नियुक्ति पत्र सौंपे। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने अब तक 16,000 सरकारी नौकरियां दी हैं, और शिक्षा के क्षेत्र में विशेष ध्यान दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राज्य का कोई भी राजकीय प्राथमिक विद्यालय जर्जर स्थिति में नहीं रहेगा, इसके लिए विभाग को 50 करोड़ रुपये की राशि स्वीकृत की जा रही है। जरूरत पड़ने पर और भी राशि उपलब्ध कराई जाएगी।

मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि प्राथमिक शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए नवाचारों को अपनाना आवश्यक है। यह सुनिश्चित करना चाहिए कि राज्य के बच्चे प्रारंभिक शिक्षा से ही इनोवेशन के प्रति जागरूक और प्रेरित हों।



मुख्यमंत्री ने नियुक्ति पत्र वितरित करते हुए अभ्यर्थियों से आग्रह किया कि वे शिक्षक के रूप में नहीं, बल्कि उस विद्यालय और पंचायत के मालिक बनकर काम करें। उन्होंने कहा कि शिक्षा में नवाचार को शामिल करना आवश्यक है ताकि राज्य के बच्चे पहली कक्षा से ही इनोवेशन के प्रति जागरूक हों।


इस कार्यक्रम में शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, शिक्षा सचिव रविनाथ रमन, महानिदेशक बंशीधर तिवारी, और माध्यमिक शिक्षा विभाग के निदेशक अजय नौडियाल भी मौजूद रहे। इस अवसर पर डॉ. धन सिंह रावत ने बताया कि 2,906 प्राथमिक सहायक अध्यापक भर्ती की पहली काउंसलिंग में 473 चयनित अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र दिए गए हैं। दूसरी काउंसलिंग 18 अगस्त को आयोजित की जाएगी, और बची हुई सीटों के लिए तीसरी व अंतिम काउंसलिंग होगी।

शिक्षा मंत्री  ने सभी चयनित अभ्यर्थियों को बधाई दी और उनके उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं। इस दौरान उन्होंने कहा कि चयनित अभ्यर्थियों की पहली नियुक्ति दुर्गम स्कूलों में दी गई है, और सभी शिक्षक यह ध्येय बना लें कि उन्हें पहले पांच साल दुर्गम में नौकरी करनी है।

अंत मे मुख्यमंत्री के अनुसार एक  शिक्षक का प्रभाव छात्र के जीवन में गहरा होता है, और अगर शिक्षक खुद को विद्यालय स्तम्भ  मानकर कार्य करेगा, तो यह न केवल विद्यार्थियों के लिए, बल्कि पूरे समाज के लिए लाभकारी होगा। उन्होंने सभी चयनित अभ्यर्थियों से अपेक्षा की कि वे इस जिम्मेदारी को पूरी निष्ठा और समर्पण के साथ निभाएंगे।