उत्तराखंड के सरकारी माध्यमिक स्कूलों- के छात्रों के लिए एक और बड़ी पहल करते हुए राज्य सरकार ने कक्षा 11 और 12 के लिए संस्कृत और 9-10 के लिए आपदा प्रबंधन विषय की किताबें निशुल्क उपलब्ध कराने का फैसला किया है। राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) के इस निर्णय से छात्रों को इन विशिष्ट विषयों में पढ़ाई को बढ़ावा मिलेगा।
पाठ्यपुस्तकों की वर्तमान स्थिति और नया निर्णय
उत्तराखंड में छात्रों को सरकार पहले से ही मुफ्त पाठ्यपुस्तकें उपलब्ध कराती है। हालांकि, संस्कृत और आपदा प्रबंधन जैसे विषयों के लिए एनसीईआरटी की किताबें उपलब्ध नहीं थीं, जिसके कारण इन विषयों के छात्रों को किताबें खरीदनी पड़ती थीं। अब, एससीईआरटी ने इन विषयों की पाठ्यपुस्तकें तैयार करवाने का जिम्मा लिया है और छात्रों को इसे मुफ्त उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है।
संस्कृत और आपदा प्रबंधन क्यों महत्वपूर्ण?
- संस्कृत: संस्कृत भाषा भारतीय संस्कृति और परंपराओं की आत्मा है। छात्रों में इसकी रुचि और गहरी समझ विकसित करने के उद्देश्य से इसे प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- आपदा प्रबंधन: उत्तराखंड, जहां भौगोलिक परिस्थितियों के कारण प्राकृतिक आपदाओं का खतरा बना रहता है, वहां छात्रों को आपदा प्रबंधन का ज्ञान देना अत्यंत उपयोगी है। इससे न केवल उनकी शिक्षा समृद्ध होगी, बल्कि वे भविष्य में समाज के लिए बेहतर योगदान भी दे सकेंगे।
डिजिटल माध्यम और स्थानीय संदर्भ का समावेश
उम्मीद और भविष्य की योजना
एससीईआरटी उत्तराखंड की यह पहल राज्य के छात्रों को उनके विषयों में गहरी समझ विकसित करने और संसाधनों की कमी को दूर करने में मदद करेगी। यह कदम न केवल शिक्षा के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है, बल्कि छात्रों और शिक्षकों के लिए एक नई दिशा भी प्रस्तुत करता है।
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