राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) 2020 के तहत छात्रों के समग्र विकास और 21वीं सदी के कौशलों को प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से एससीईआरटी उत्तराखंड ने एक नई पुस्तक "जीवन कौशल" का शुभारंभ किया। इस पुस्तक का विमोचन निदेशक अकादमिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण, बंदना गर्ब्याल द्वारा किया गया। इस अवसर पर एससीईआरटी के अपर निदेशक आशा रानी पैन्यूली, संयुक्त निदेशक कंचन देवराड़ी और सहायक निदेशक डॉ. के.एन. बिजलवान सहित कई अधिकारी उपस्थित रहे।
She Creates Change की प्राइवेट स्क्रीनिंग – उत्तराखंड |
इसी सत्र मे GEP टीम ने "She Creates Change" की एक विशेष प्राइवेट स्क्रीनिंग का आयोजन किया। इस कार्यक्रम में एससीईआरटी के 44 अधिकारियों ने भाग लिया, जिसमें बन्दना गर्ब्याल , निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण (ART), अपर निदेशक, संयुक्त निदेशक, और सहायक निदेशक भी शामिल थे।
कार्यक्रम की शुरुआत
कार्यक्रम की शुरुआत "रूम टू रीड" की राज्य प्रमुख द्वारा एक जानकारीपूर्ण ओरिएंटेशन से हुई। उन्होंने She Creates Change पहल का परिचय देते हुए बताया कि यह दुनिया की पहली गैर-लाभकारी फिल्म श्रृंखला है, जो एनिमेशन और लाइव-एक्शन का संयोजन करते हुए युवतियों की सशक्त कहानियों को दर्शाती है। यह श्रृंखला विभिन्न देशों की युवतियों की प्रेरणादायक और विविध कहानियों को प्रस्तुत करती है, जो चुनौतियों का सामना करते हुए समाज में बदलाव ला रही हैं।
प्रेरणादायक फिल्म श्रृंखला
इस ओरिएंटेशन के बाद, प्रतिभागियों ने She Creates Change श्रृंखला की सभी छह फिल्मों को देखा। ये विचारोत्तेजक फिल्में लैंगिक समानता से संबंधित विभिन्न मुद्दों पर प्रकाश डालती हैं। हर फिल्म ने उन युवा महिलाओं की प्रेरक कहानियों को सामने रखा, जिन्होंने विपरीत परिस्थितियों को पार कर समाज में बदलाव के लिए एक नई दिशा दी।
विचार-विमर्श और सहभागिता
फिल्मों के प्रदर्शन के बाद, उपस्थित अधिकारियों ने हर कहानी पर गहन विचार किया और सार्थक चर्चा में भाग लिया। यह अनुभव न केवल प्रेरणादायक था, बल्कि सामाजिक मुद्दों और लैंगिक समानता को समझने के लिए एक नई दृष्टि प्रदान करने वाला भी था।
यह कार्यक्रम उत्तराखंड में लैंगिक समानता और महिला सशक्तिकरण के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ। She Creates Change की ये कहानियां बदलाव की नई परिभाषा रचने के लिए प्रेरणा देती हैं।
जीवन कौशल का महत्व
कार्यक्रम में यह बताया गया कि जीवन कौशल छात्रों को 21वीं सदी की चुनौतियों से निपटने और उनके जीवन को संतुलित रूप से प्रबंधित करने में सक्षम बनाता है। यह पुस्तक राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों को ध्यान में रखते हुए छात्रों के लिए निर्णय लेने, समस्या समाधान, तार्किक सोच, रचनात्मकता और सामाजिक कौशल को विकसित करने के लिए तैयार की गई है।
निदेशक व अन्य अधिकारियों का संदेश
निदेशक बंदना गर्ब्याल ने कहा कि "जीवन कौशल पर आधारित यह पुस्तक छात्रों को न केवल शिक्षण प्रक्रिया में मदद करेगी, बल्कि उन्हें व्यावहारिक जीवन में भी आत्मनिर्भर और आत्मविश्वासी बनाएगी।" अतिरिक्त निदेशक आशा रानी पैन्यूली और अन्य अधिकारियों ने भी इस पहल की सराहना की और इसे छात्रों के संपूर्ण विकास के लिए एक आवश्यक कदम बताया।
समर्पण और सहभागिता
एससीईआरटी के सभी अधिकारी और शिक्षक इस पुस्तक को छात्रों तक पहुँचाने और इसे शिक्षण प्रक्रिया में प्रभावी रूप से लागू करने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस पुस्तक को राज्य के सभी माध्यमिक विद्यालयों में लागू किया जाएगा, ताकि छात्र इसका लाभ उठा सकें और उनके समग्र व्यक्तित्व विकास में सहायता मिल सके।
यह पहल राज्य में शिक्षा की गुणवत्ता को बेहतर बनाने और छात्रों को भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।