स्थान: राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT), उत्तराखंड
तिथि: 26 नवंबर से 30 नवंबर 2024
राज्य के विभिन्न जिलों से आए शिक्षकों ने राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम (NPEP) के अंतर्गत पांच दिवसीय सामग्री विकास कार्यशाला में उत्साहपूर्वक भाग लिया। इस कार्यशाला का उद्देश्य शिक्षकों के साथ सहयोग करके कैलेंडर और पोस्टर निर्माण के माध्यम से शैक्षिक सामग्री तैयार करना था, जो जनसंख्या शिक्षा से संबंधित विभिन्न मुद्दों को उजागर करे।
कार्यशाला की मुख्य थीम
इस कार्यक्रम में SCERT के विशेषज्ञ डॉ संजीव चेतन के मार्गदर्शन में, राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम की निम्नलिखित विषयवस्तुओं पर आधारित पोस्टर और कैलेंडर बनाए गए:
- लैंगिक समानता (Gender Equality)
- पारस्परिक संबंध (Interpersonal Relationships)
- घरेलू हिंसा (Domestic Violence)
- आदर्श नागरिकता (Ideal Citizenship)
- सड़क सुरक्षा (Road Safety)
प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन और सराहना
कार्यशाला के दौरान, अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड की निदेशक बन्दना गर्ब्याल और SCERT , अपर निदेशक आशारानी पैन्यूली ने शिक्षकों के कार्य की प्रशंसा की और उन्हें प्रेरित किया। समापन सत्र में प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र देकर उनका उत्साहवर्धन किया गया।
कलात्मक सहयोग और योगदान
कार्यशाला में शिक्षकों ने न केवल अपने विचारों और अनुभवों को साझा किया, बल्कि अपनी रचनात्मकता का प्रदर्शन करते हुए आकर्षक और शिक्षाप्रद पोस्टर तथा कैलेंडर बनाए। कला शिक्षक संजय रावत, कुलदीप सिंह, अवनीश सिंह, शाइस्ता प्रवीण, सुमन बिष्ट , पुष्प पठोई और हिमानी भट्ट ने अपनी कलात्मकता और सृजनात्मकता से इस कार्यशाला को खास बनाया।
कार्यशाला का महत्व
यह कार्यशाला न केवल शिक्षकों के लिए एक सीखने का अवसर थी, बल्कि छात्रों और समाज के लिए जनसंख्या शिक्षा के महत्व को रेखांकित करने का एक मंच भी। इस कार्यक्रम से उत्पन्न सामग्री स्कूलों में जनसंख्या शिक्षा पर आधारित गतिविधियों और जागरूकता अभियानों के लिए उपयोगी साबित होगी।
आयोजन की सफलता
प्रवक्ता सुधा पैन्यूली और नीलम पँवार ने कार्यशाला में सामग्री विकास, क्रियान्वयन, और विषय आधारित सत्रों का संयोजन किया गया, जिससे शिक्षकों को उनके विचारों को सृजनात्मक रूप में प्रस्तुत करने का अवसर मिला। यह कार्यशाला शिक्षकों और विशेषज्ञों के सामूहिक प्रयासों का उत्कृष्ट उदाहरण बन गई।
SCERT, उत्तराखंड इस प्रकार की कार्यशालाओं का आयोजन करके शिक्षा के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित कर रहा है और शिक्षक समुदाय को नए तरीके से सोचने और सीखने के लिए प्रेरित कर रहा है।