उद्घाटन समारोह का आयोजन श्री गुरु राम राय लक्ष्मण इंटर कॉलेज, पटेल नगर, देहरादून में हुआ, जिसका उद्घाटन विद्यालय शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत, निदेशक अकादमिक शोध वंदना गर्ब्याल, अपर निदेशक सीआरटी आशा रानी पैन्यूली, निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल सती, कंचन देवराड़ी और मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस अवसर पर डॉ. धन सिंह रावत ने विद्यार्थियों के लिए कई महत्वपूर्ण घोषणाएं की। उन्होंने बताया कि राज्य सरकार उच्च शिक्षा और अनुसंधान के क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों को 15 लाख तक का लोन उपलब्ध कराएगी। इसके अतिरिक्त, अगले वर्ष से 100 छात्रों को शैक्षिक भ्रमण के लिए बेंगलुरु भेजा जाएगा, जहां वे भारत के शीर्ष वैज्ञानिक संस्थानों में जाकर विज्ञान और तकनीकी का व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करेंगे। डॉ. रावत ने इस अवसर पर गुरु राम राय दरबार के श्रीमहंत जी का आभार व्यक्त किया और कहा कि उनके शिक्षण संस्थानों द्वारा छात्रों के लिए आवश्यक योगदान की सराहना की जानी चाहिए।
विज्ञान प्रदर्शनी और नाट्य मंचन
विज्ञान महोत्सव में विभिन्न स्कूलों से आए विद्यार्थियों ने विज्ञान के विभिन्न आयामों पर केंद्रित अपनी परियोजनाओं और मॉडल्स का प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शनी का उद्देश्य छात्रों में समस्या समाधान के कौशल को विकसित करना और विज्ञान को समाजोपयोगी बनाना है। विज्ञान प्रदर्शनी में सतत विकास, स्वास्थ्य और स्वच्छता, प्राकृतिक आपदा प्रबंधन, पर्यावरण संरक्षण जैसे विषयों पर विभिन्न मॉडलों का प्रदर्शन किया गया।
विज्ञान प्रदर्शनी में अपर निदेशक एस सी ई आर टी आशा रानी पैन्यूली ने बच्चों की कल्पनाशीलता और उनके नवीन दृष्टिकोण की सराहना की, साथ ही उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना की। डॉ. मुकुल सती ने विद्यार्थियों को भारत को विज्ञान में विश्वगुरु बनाने के सपने को साकार करने के लिए अनुसंधान और नवाचार की दिशा में कार्य करने के लिए प्रेरित किया।
इस आयोजन के एक हिस्से के रूप में विज्ञान नाट्य प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया, जिसमें चंपावत, बागेश्वर, और रुद्रप्रयाग के विद्यार्थियों ने विज्ञान से जुड़े विभिन्न नाटकों का मंचन किया। नाट्य प्रतियोगिता के निर्णायक के रूप में डॉ. राकेश जुगरान, कमलेश खंतवाल, और सतीश धोलाखंडी ने अपनी भूमिका निभाई।
बच्चों में नवाचार और शोध को बढ़ावा
निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण, बन्दना गर्ब्याल ने उत्तराखंड के दूर-दराज के क्षेत्रों से आए बाल वैज्ञानिकों की वैज्ञानिक चिंतनशीलता की सराहना की और उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर उत्तराखंड का नाम रोशन करने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के आयोजन बच्चों में वैज्ञानिक सोच और नवीनता को प्रोत्साहित करते हैं।
मुख्य शिक्षा अधिकारी प्रदीप रावत ने मुख्य अतिथि का धन्यवाद ज्ञापित किया और महोत्सव के उद्देश्य को रेखांकित करते हुए इसे एक अद्वितीय अवसर बताया, जो बाल वैज्ञानिकों में नवाचार और शोध को प्रोत्साहित करेगा।
विशेष उपस्थिति और आयोजन टीम
इस अवसर पर चंद्र मोहन सिंह पयाल, देवराज सिंह राणा, सुधीर कांति, प्राचार्य धनंजय उनियाल, मीडिया प्रभारी सुरेंद्र कुमार सहगल, पवन शर्मा, महावीर सिंह मेहता, अंजना बिष्ट, हेमलता गौड़, और राम सिंह चौहान जैसे गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे। कार्यक्रम का मंच संचालन मोना बाली ने किया।
राज्य विज्ञान महोत्सव - 2024: एक प्रेरणास्पद पहल
इस अवसर पर डॉ के एन बिजलवान ने कहा कि राज्य विज्ञान महोत्सव - 2024 का उद्देश्य छात्रों के बीच विज्ञान के प्रति रुचि को विकसित करना और उन्हें नवीन विचारों के प्रति प्रेरित करना है। राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा प्रायोजित इस महोत्सव का मुख्य उद्देश्य विद्यालयों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भूमिका को रेखांकित करना है, ताकि विज्ञान शिक्षा का स्तर सुधारने और एक समर्थ वातावरण बनाने में सहयोग मिल सके।
इस विज्ञान महोत्सव ने यह साबित कर दिया है कि उत्तराखंड के बाल वैज्ञानिकों में विज्ञान और तकनीकी के क्षेत्र में अपार क्षमता और नवाचार की भावना मौजूद है। राज्य सरकार और शिक्षा विभाग की इस प्रेरणादायक पहल से बच्चों को भविष्य में और भी अवसर प्राप्त होंगे और वे विज्ञान के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित करेंगे।