Friday, November 08, 2024

उत्तराखंड में पहला MOOC कोर्स लॉन्च: शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत द्वारा "Fundamentals of ICT Tools for School Teachers" के लिए ऑनलाइन किया शुभारंभ


आज उत्तराखंड के शिक्षा क्षेत्र में एक स्मरणीय दिन रहा, जब माननीय शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने राज्य का पहला Massive Open Online Course (MOOC) ‘Fundamentals of ICT Tools for School Teachers’ लॉन्च किया। यह कोर्स शिक्षकों को डिजिटल और तकनीकी कौशल में प्रशिक्षित करने के लिए विशेष रूप से डिज़ाइन किया गया है, ताकि वे कक्षा में प्रभावी तकनीकी संसाधनों का उपयोग कर अपने शिक्षण की गुणवत्ता में सुधार कर सकें। यह शुभारंभ विद्या समीक्षा केंद्र, देहरादून में आयोजित किया गया, जहाँ महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा, झरना कमठान ने शिक्षा मंत्री के साथ कार्यक्रम की अध्यक्षता की।

इस अवसर पर निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण, बंदना गर्ब्याल ने माननीय मंत्री जी का स्वागत किया और कोर्स की आवश्यकता, उद्देश्य और इसके लाभों पर विस्तृत जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि यह कोर्स शिक्षकों को ICT के विभिन्न उपकरणों के बारे में जानकारी देगा और उन्हें अपने शिक्षण में इन तकनीकों को एकीकृत करने के लिए प्रोत्साहित करेगा। इसके साथ ही उन्होंने शिक्षकों से इस कोर्स को अनिवार्य रूप से करने की अपील की ताकि वे डिजिटल युग में अपने छात्रों के लिए और अधिक प्रभावी हो सकें।


इस कार्यक्रम में निदेशक माध्यमिक शिक्षा, डॉ. मुकुल सती, अपर निदेशक, अजय नौडियाल, अपर राज्य परियोजना निदेशक, डॉ. कुलदीप गैरोला, अपर निदेशक, रघुनाथ आर्य, संयुक्त निदेशक, पदमेन्द्र सकलनी, आनंद भारद्वाज, मुख्य शिक्षा अधिकारी देहरादून, प्रदीप रावत, और उप परियोजना निदेशक, मदन मोहन जोशी समेत कई वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। उनकी उपस्थिति ने इस आयोजन को और भी विशेष बना दिया और इसे सफल बनाने में उनकी अहम भूमिका रही।


कोर्स का संपूर्ण विवरण आईटी विभाग के रमेश बडोनी द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिन्होंने इस कोर्स के विभिन्न मॉड्यूल्स और इसकी संरचना के बारे में जानकारी दी। कोर्स का लाइव डेमो विद्या समीक्षा केंद्र के ई सृजन बॉट के माध्यम से तेज रावत द्वारा दिखाया गया, जिसमें उन्होंने शिक्षकों को कोर्स से जुड़े विभिन्न कार्यों और गतिविधियों को समझाया।

माननीय मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने इस अवसर पर अधिकारियों से प्रश्न किया कि इस कोर्स को कितने समय में राज्य के सभी स्कूलों और छात्रों तक पहुँचाया जा सकता है। महानिदेशक झरना कमठान ने इस पर सहमति जताते हुए कोर्स के विभिन्न पहलुओं का अवलोकन किया और इसके परिणामों को मापने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने इस कोर्स को उत्तराखंड के शिक्षा के डिजिटल रूपांतरण की दिशा में एक सकारात्मक कदम बताया।


लाइव स्ट्रीमिंग विडिओ : कोर्स एवं डेमो रन एप मूक्स 


कोर्स रेजिस्ट्रैशन लिंक और QR कोड 

विद्या समीक्षा केंद्र की टेक टीम में हेमेन्द्र सिंह, प्रकाश रावत, तेज सिंह, प्राची, और दीक्षा ने कार्यक्रम के संचालन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उनकी मेहनत और योगदान के कारण यह आयोजन सफलतापूर्वक संपन्न हो सका।

कोर्स का लाभ और विवरण

Fundamentals of ICT Tools for School Teachersएक 10 घंटे का प्रमाणित कोर्स है, जो राज्य के सभी शिक्षकों को डिजिटल और शिक्षण कौशल में सुधार का अवसर प्रदान करता है। यह कोर्स ई सृजन बॉट के माध्यम से ऑनलाइन उपलब्ध है और शिक्षकों को इसे अपने समय के अनुसार पूरा करने की सुविधा देता है। कोर्स की समाप्ति पर, सभी प्रतिभागी कोर्स प्रमाणपत्र प्राप्त करेंगे, जो उनके डिजिटल कौशल के प्रमाण के रूप में काम करेगा।

इस कोर्स के माध्यम से शिक्षक ICT (सूचना और संचार प्रौद्योगिकी) उपकरणों का उपयोग अपने कक्षाओं में और अधिक प्रभावी ढंग से कर पाएंगे, जिससे उनके छात्रों की सीखने की क्षमता में सुधार होगा और वे नई तकनीकों से बेहतर तरीके से जुड़ सकेंगे। शिक्षकों को अपने ज्ञान और कौशल को अद्यतन करने के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर प्रदान करता है।

शिक्षक ई सृजन बॉट - स्विफ्ट चैट के माध्यम से इस कोर्स के लिए पंजीकरण कर सकते हैं और इसे समयबद्ध रूप से पूरा करना अनिवार्य है ताकि वे प्रमाणपत्र प्राप्त कर सकें। इस ऑनलाइन सत्र में लगभग 580  दर्शक शिक्षक और अधिकारी लाइव जुड़े और 12,000 से अधिक दर्शकों ने इसे यूट्यूब के माध्यम से लाइव जॉइन किया , जो इस कोर्स की व्यापक स्वीकार्यता और लोकप्रियता को दर्शाता है।


निदेशक बंदना गर्ब्याल, अपर निदेशक आशारानी पैन्यूली, अजय नौडियाल , संयुक्त निदेशक कंचन देवराड़ी,  उप निदेशक शैलेन्द्र अमोली , सहायक  निदेशक डॉ के एन बिजलवान , आदि   के सहयोग के बिना यह कोर्स संभव नहीं हो पाता। इस पहल के लिए सभी विशेषकर  कोर्स निर्माताओं और अधिकारियों को बधाई। यह कदम उत्तराखंड की शिक्षा प्रणाली को डिजिटल युग के लिए तैयार करने और छात्रों की शिक्षा में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।