राज्य
स्तरीय निपुण विद्यालय पुरस्कार समारोह 13 दिसंबर 2024, निपुण
भारत मिशन के अंतर्गत USAID और Room
to Read संस्था और एस सी ई आर टी द्वारा संयुक्त रूप से राज्य शैक्षिक
अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड के सभागार में निपुण विद्यालय पुरस्कार समारोह का आयोजन किया
गया। इस समारोह में प्रदेश के प्रत्येक जनपद से पांच निपुण घोषित विद्यालयों
अर्थात राज्य के कुल 65 राजकीय प्राथमिक विद्यालयों सहित 13
डाइट के निपुण समन्वयको जनपद परियोजना कार्यालय
के समन्वयको तथा के आर पी को पुरस्कृत किया गया।
इस अवसर पर संयुक्त निदेशक एस. सी.ई आर. टी. प्रदीप रावत द्वारा सभी प्रधानाध्यापको , समन्वयको तथा संदर्भित व्यक्तियों को बधाई देते हुए कहा गया कि पुरस्कार इस अभियान का अंतिम चरण नहीं है। विद्यालय स्तर पर बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान में बच्चों की उपलब्धि ही पुरस्कार की सार्थकता को सिद्ध करेगी। यही हमारे लिए सबसे बड़ी चुनौती होगी।
बंदना गर्ब्याल निदेशक अकादमिक
शोध एवं प्रशिक्षण द्वारा सभी आगंतुकों का
अभिवादन करते हुए USAID और Room
to Read को
विशेष धन्यवाद ज्ञापित किया तथा इन संस्थाओं द्वारा राज्य में संचालित
समस्त कार्यक्रमो सराहना की । साथ ही उन्होंने भविष्य में इस प्रकार के सहयोग की
अपेक्षा भी की है।
निदेशक ने कहा कि वर्तमान में डिजिटल
लिटरेसी की नितांत आवश्यकता है , इसके लिए भावी योजना तैयार किए जाने की
आवश्यकता है। निदेशक ने निपुण विद्यालयों को संबोधित करते हुए कहा कि ये विद्यालय निपुण मानकों पर खरे उतरे हैं और इसे
बरकरार रखना इनके लिए निश्चित रूप से एक चुनौती होगी। उन्होंने कहा कि FLN कार्यक्रम के
अंतर्गत धीमी गति से सीखने वाले बच्चों और दिव्यांग बच्चों पर विशेष ध्यान दिया
जाना चाहिए।
शिक्षक प्रशिक्षण गतिविधि-आधारित और प्रभावकारी होने चाहिए जिससे उनका
प्रभाव धरातल पर देखने को मिल सके। डॉ के एन बिजलवान सहायक निदेशक एस सी ई आर टी ने निपुण भारत के अंतर्गत इस कार्यक्रम के समन्वयक एवं मंच का सफल संचालन किया उनके इस पूरे प्रोग्राम के लिए उन्हे विशेष सम्मान दिया गया।
इसके
पश्चात सभी जनपदों द्वारा पीपीटी के माध्यम अपनी बेस्ट प्रैक्टिसेज का प्रस्तुतीकरण
दिया गया। सचिव विद्यालयी शिक्षा, रविनाथ रामन, का स्वागत करते हुए डॉ. मुकुल कुमार सती, अपर निदेशक एस. सी. ई आर. टी.
द्वारा बताया गया कि वर्तमान में प्रदेश के
1080 विद्यालय निपुण विद्यालय हो चुके हैं और आज पुरस्कृत किए जाने वाले 65 विद्यालय
सभी के लिए प्रेरणा स्रोत का कार्य करेंगें ।
सचिव विद्यालयी शिक्षा, रविनाथ रामन ने USAID और Room to Read
के पूनम स्मिथ सिरीन (USAID) और पूर्णिमा गर्ग कन्ट्री निदेशक (Room to Read) और राज्य समन्वयकों (Room to Read) का आभार व्यक्त करते हुए सभी को बधाई दी। उन्होंने कहा कि आज निपुण
पुरस्कार प्राप्त करने वाले सभी प्रधानाध्यापक और समन्वयक समाज के लिए प्रेरणा
स्रोत है तथा अन्य शिक्षकों भी प्रेरित करेगे । रविनाथ रामन ने कहा कि हमे निपुण
भारत मिशन का उद्देश्य है कि बच्चे पढ़कर समझने में सक्षम बने। हमें निपुण भारत के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए सभी विशेष प्रयास करने होंगे । इसके लिए बच्चों को अनुकूल वातावरण प्रदान
करना शिक्षक का दायित्व है। सचिव ने कहा कि विद्यालयों में किए गए नवाचारों का अभिलेखीकरण जरूर
होना चाहिए। डाइट और शिक्षा अधिकारियों को को निर्देशित करते हुए उन्होंने कहा कि ऐसे नवाचारी शिक्षक जो पूर्ण रूप से विद्यालय को समर्पित होकर परिश्रम कर रहे हैं और अपना अभिलेखिकरण नहीं कर पा रहे हैं, उन्हे निश्चित रूप से चिन्हित कर कार्यवाही की जाय ।
यह है SERI (Scale-Up Early Reading Intervention), जो प्रारंभिक पठन कौशल को बढ़ावा देने के लिए एक विशेष पहल है। इसे Room to Read के सहयोग से और USAID द्वारा वित्त पोषित किया गया है। उत्तराखंड में SERI कार्यक्रम का शुभारंभ 2007-08 में हुआ था। तब से, यह पहल बच्चों के पठन कौशल को सुधारने और शिक्षा की गुणवत्ता बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है। इसका उद्देश्य बच्चों में प्रारंभिक पठन और समझ के कौशल को मजबूत करना है, ताकि वे शिक्षा के अन्य क्षेत्रों में भी बेहतर प्रदर्शन कर सकें। SERI ने शिक्षकों को प्रशिक्षित करने, गुणवत्तापूर्ण शिक्षण सामग्री प्रदान करने और बच्चों में पढ़ने की आदत विकसित करने के लिए कई अभिनव प्रयास किए हैं। इस परियोजना ने उत्तराखंड के कई स्कूलों और समुदायों में शिक्षा के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाने का कार्य किया है।
निपुण पुरस्कार वितरण के दौरान निदेशक प्रारम्भिक शिक्षा, रामकृष्ण उनियाल और अपर राज्य परियोजना निदेशक समग्र शिक्षा , कुलदीप गैरोला ने अपने सम्बोधन मे सभी नवाचारी सम्मानित शिक्षको को बधाई देते हुए राज्य के लिए निरंतर सहयोग करने के लिए आग्रह भी किया । इस कार्यक्रम मे डॉ दिनेश चंद्र गौड, डॉ राकेश गैरोला, शुभ्रा सिंघल, प्रदेश के 13 जनपदों के प्रतिनिधि, रूम टू रीड के सदस्य मौजूद रहे ।