राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रषिक्षण परिषद के आई.टी. विभाग के अंतर्गत पी.एम.ई-विद्या सेल द्वारा दिनांक 1 से 4 जनवरी 2025 तक ‘दीक्षा एवं पी.एम.ई-विद्या हेतु प्रभावी ई कंटेट निर्माण सम्बन्धी अभिमुखीकरण प्रशिक्षण’ का आयोजन किया गया। प्रशिक्षण में राज्य के जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थानों के पी.एम.ई-विद्या कार्यक्रम के जिला समन्वयकों व एस.सी.ई आर.टी. उत्तराखण्ड के संकाय सदस्यों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
परिषद द्वारा निर्मित शैक्षणिक सामग्री व अन्य साहित्य को डिजिटाइज कर एक डिजिटल लाइब्रेरी में संरक्षित रखने का सुझाव दिया। संदर्भदाता व समन्वयक श्री सुधीर चन्द्र नौटियाल द्वारा प्रशिक्षण में पी.एम.ई-विद्या कार्यक्रम की शुरुआत से लेकर आज तक के सफर, इसके उद्देश्य, संचालन व विभिन्न चैनल व इनके कार्यक्रमों के सम्बन्ध में प्रतिभागियों को अवगत करवाया गया। टी॰वी॰चैनलों हेतु लिये जाने वाले वीडियोज के प्रकार व उनमें प्रतिभागिता हेतु नियत प्रक्रिया के बारे में बताया गया। छोटे वीडियो बनाने में आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के महत्व व प्रक्रिया पर संदर्भदाता श्री शिवम डंगवाल द्वारा जानकारी दी गयी व हैण्डस ऑन (अभ्यास) करवाया गया।
प्रशिक्षण हेतु पी.एम.ई-विद्या सेल के समन्वयकों के साथ ही सी.आई.ई.टी., एन.सी.ई आर.टी. (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) नई दिल्ली की टीम प्रशिक्षण में संदर्भदाता की भूमिका में रही। द्वितीय दिवस प्रशिक्षण में एन.सी.ई आर.टी. के प्रोड्यूसर श्री बुद्धि प्रकाश कुकरेती जी द्वारा प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को वीडियो एवं ऑडियो स्क्रिप्ट लिखना व स्क्रिप्ट से स्क्रीन तक ले जाने पर भी प्रशिक्षण दिया गया। एन.सी.ई आर.टी. के इंजीनियर श्री संयम जी द्वारा रिकार्डिंग स्टूडियो में कैमरा के प्रकार, रिकॉर्डिंग एंगिल, माइक के प्रकार व प्रभावी उपयोग पर वार्ता की गई, साथ ही स्टूडियो के निर्माण में ध्यान रखने वाली बातें साझा की गयी। प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को छोटे समूहों में बांटकर, समूह में एक स्क्रिप्ट लिखवाकर स्टूडियो की विजिट व निर्मित स्क्रिप्ट स्टूडियो में सिनेमैटोग्राफर हृषिकेश सेन जी की सहायता से रिकार्ड करवाई गयी।
प्रशिक्षण के तृतीय दिवस एन.सी.ई आर.टी. के एसोसियेट प्रोफेसर श्री रवीन्द्र कुमार जी द्वारा स्क्रिप्ट लेखन में पैडागॉजी व तकनीक पर वार्ता व विभिन्न वीडियो के प्रदर्शन कर चर्चा की गयी। प्रतिभागियों को उनके स्क्रिप्ट पर की गयी रिकार्डिंग दिखाकर चर्चा की गयी। वर्तमान में एन.सी.ई आर.टी. द्वारा किये गये नवाचार व विभिन्न कार्यक्रमों की जानकारी व इनके माध्यम से दिये जा रहे अवसरों पर भी चर्चा की गयी। प्रशिक्षण के मध्य में एस.सी.ई आर.टी. उत्तराखण्ड के आई.टी विभाग से श्री रमेश बडोनी द्वारा आगामी कार्यक्रम हैकाथान 2025 की जानकारी दी गयी व जिलों से प्रतिभागिता बढ़ाने हेतु आह्वान किया गया।
प्रशिक्षण के चतुर्थ और अंतिम दिवस पी.एम.ई-विद्या सेल के समन्वयकों श्री सुधीर नौटियाल व श्रीमती पुष्पा असवाल द्वारा पी.एम.ई-विद्या के फ्री शैक्षिक टी॰वी॰ चैनलों हेतु वीडियो कंटेट बनाने की प्रक्रिया के अंतर्गत रिकॉर्डिंग, वैटिंग व एडिटिंग की प्रक्रिया पर प्रदर्शन के साथ ही डायट के समन्वयकों के साथ फिलर व अन्य वीडियो निर्माण में डायट की भूमिका पर वार्ता की गयी । अन्य संदर्भदाताओं द्वारा वीडियो बनाने में काम आने वाले सॉफ्टवेयर एवं आर्टिफीसियल इंटेलिजेंस के प्रयोग पर प्रशिक्षण में चर्चा एवं प्रदर्शन व अभ्यास करवाया गया।
अंत में सहायक निदेशक एस.सी.ई आर.टी. उत्तराखण्ड श्री कृष्णानन्द बिजल्वाण जी द्वारा प्रशिक्षण में प्रतिभागियों को महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान करने हेतु एन.सी.ई आर.टी. (राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) नई दिल्ली की टीम व अन्य बाह्य आमंत्रित संदर्भदाताओं का धन्यवाद व हार्दिक आभार व्यक्त किया गया। आगे कार्यक्रम के सुचारू संचालन में डायट्स के सहयोग व प्रचार प्रसार हेतु उत्साह वर्धन करते हुये प्रशिक्षण की समाप्ति की घोषणा की गई।