Tuesday, March 04, 2025

निदेशक बन्दना गर्ब्याल ने राज्य स्तरीय एबेकस प्रतियोगिता-2025 के विजेता छात्र और छात्राओं को किया सम्मानित


दिनांक 4 मार्च 2025: राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड द्वारा राज्य स्तरीय अबेकस प्रतियोगिता का आयोजन SCERT सभागार में किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन उपनिदेशक शैलेश श्रीवास्तव एवं जगदीश सजवाण द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। अपने उद्बोधन में उन्होंने इस कार्यक्रम को बच्चों के लिए अत्यंत लाभदायक बताया। उन्होंने बताया कि इस गतिविधि के माध्यम से बच्चों का मानसिक गणना कौशल, संख्या समझ, आकलन, धैर्य, एकाग्रता तथा गणित विषय के प्रति रुचि आदि का विकास होता है। प्रतियोगिता में राज्य के समस्त जनपदों के 38 विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया।

कार्यक्रम समन्वयक डा. अवनीश उनियाल द्वारा बताया गया कि अबेकस एक गणितीय टूल है, जिसके माध्यम से बुनियादी गणितीय संक्रियाएँ जैसे जोड़ना, घटाना, गुणा एवं भाग में बच्चे दक्ष हो सकते हैं। वर्ष 2018-19 से राज्य में यह कार्यक्रम "मेकिंग मैथ इंटरेस्टिंग थ्रू अबेकस" के रूप में चलाया जा रहा है। इस कार्यक्रम से अब तक 4000 से अधिक विद्यालय लाभान्वित हो चुके हैं। कार्यक्रम में बच्चों द्वारा अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया गया।

इस प्रतियोगिता में छः विद्यार्थियों को राज्य अबेकस विजेता के रूप में सम्मानित किया गया, जिसमें शामिल हैं:

  1. अक्षत गिरी (कक्षा-6) - भगवती मेमोरियल पब्लिक स्कूल, श्रीनगर, पौड़ी

  2. रुद्र सिंह (कक्षा-5) - रा.आ.प्रा.वि. डुंग्री, चमोली

  3. ताजिम (कक्षा-5) - रा. प्रा.वि. नया गाँव, देहरादून

  4. एकलव्य (कक्षा-5) - रा. प्रा.वि. मंगल्या गाँव, यमकेश्वर, पौड़ी

  5. खुशी रमोला (कक्षा-6) - रा.आ.इ.का. मनेरी, उत्तरकाशी

  6. विहान सिंह (कक्षा-5) - रा.आ.प्रा.वि. देवाल, चमोली

कार्यक्रम के समापन सत्र में निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण बन्दना गर्ब्याल द्वारा अपने उद्बोधन में अबेकस को गणित विषय की बुनियादी स्तर पर मजबूती के लिए महत्वपूर्ण गतिविधि बताया गया। उन्होंने कहा कि अबेकस केवल गणितीय गणनाओं में ही नहीं, बल्कि बच्चों की तार्किक क्षमता, स्मरण शक्ति और मानसिक अनुशासन को भी विकसित करता है। उन्होंने बताया कि यह गतिविधि छात्रों में ध्यान केंद्रित करने की क्षमता, आत्मविश्वास और मानसिक स्फूर्ति को भी बढ़ाती है।

उन्होंने आगे कहा कि आज के डिजिटल युग में जहाँ गणना के लिए विभिन्न तकनीकी उपकरण उपलब्ध हैं, वहीं अबेकस का अभ्यास बच्चों को मानसिक रूप से अधिक सक्षम और आत्मनिर्भर बनाता है। यह केवल एक प्रतियोगिता नहीं, बल्कि गणित के प्रति एक नई सोच विकसित करने का प्रयास है।

उन्होंने विजेता छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि उनकी यह उपलब्धि केवल एक पुरस्कार तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उनके भविष्य के शिक्षण और बौद्धिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी। उन्होंने सभी शिक्षकों और प्रशिक्षकों को भी धन्यवाद दिया, जिन्होंने इस प्रतियोगिता के आयोजन में महत्वपूर्ण योगदान दिया।

कार्यक्रम का संचालन अबेकस कार्यक्रम के राज्य समन्वयक डा. अवनीश उनियाल और कामक्षा  मिश्रा द्वारा किया गया। इस अवसर पर SCERT  प्रवक्ता सुनील भट्ट, गोपाल घुघत्याल, डा. एस.पी. सेमल्टी, आशा नकोटी, गंगा घुघत्याल, शालिनी गुप्ता, रंजना जगवाण एवं हीरा नेगी सहित विभिन्न जनपदों के विद्यालयों के मेंटर्स एवं शिक्षक उपस्थित रहे।