Wednesday, June 11, 2025

कक्षा 3 से 8 के लिए विषयवार पाठ्यक्रम-विभाजन कार्यशाला:पाठ्यचर्या, शोध एवं विकास विभाग


आयोजक: पाठ्यचर्या, शोध एवं विकास विभाग

दिनांक: 11 जून 2025 से 13 जून 2025
स्थान: राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT), उत्तराखंड

कार्यशाला का उद्देश्य

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद, उत्तराखंड द्वारा कक्षा 3 से 8 तक की कक्षाओं हेतु विषयवार पाठ्यक्रम-विभाजन की कार्यशाला का आयोजन किया गया है। यह आयोजन राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के प्रभावी क्रियान्वयन के तहत किया जा रहा है।


NEP 2020 के अंतर्गत राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (NCERT) द्वारा बुनियादी स्तर तथा माध्यमिक स्तर के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या की रूपरेखा (NCF) तैयार की गई है। राज्य स्तर पर भी राज्य पाठ्यचर्या की रूपरेखा (SCF) का निर्माण किया जा चुका है और इसे लागू किया जा रहा है। इसी दिशा में, अब कक्षा 3 से 8 तक के लिए विषयवार पाठ्यक्रम का बारीकी से विभाजन किया जा रहा है ताकि विद्यालयों में इसे प्रभावी ढंग से क्रियान्वित किया जा सके।

नई पुस्तकों की पृष्ठभूमि

  • NCERT द्वारा कक्षा 3 और कक्षा 6 की नई पाठ्यपुस्तकें प्रकाशित की गई हैं।

  • उत्तराखंड राज्य ने कक्षा 6, 7, और 8 के लिए "हमारी विरासत एवं विभूतियां" पुस्तक का निर्माण किया है।

  • अन्य विषयों में भी कुछ पाठों को जोड़ा गया है और कुछ पुराने पाठों को हटाया गया है।

इन्हीं परिवर्तनों को ध्यान में रखते हुए, यह कार्यशाला आयोजित की गई है ताकि शिक्षक वर्ग नई पुस्तकों का अध्ययन कर, अधिगम प्रतिफलों के अनुरूप विषयवस्तु का वार्षिक विभाजन कर सकें।


कार्यशाला का आरंभ और प्रमुख भागीदारी

कार्यशाला का शुभारंभ अपर निदेशक पदमेन्द्र  सकलानी  द्वारा किया गया ।  उन्होंने प्रतिभागियों को कार्य को पूरी लगन, मनोयोग और गहन अध्ययन के साथ पूर्ण करने की प्रेरणा दी।
कार्यशाला के समन्वयक सुनील भट्ट ने PowerPoint प्रस्तुतीकरण के माध्यम से शिक्षण के उद्देश्यों, पाठ्यचर्या, पाठ्यपुस्तकों, अधिगम प्रतिफलों, कक्षा-वार और विषयवार पाठ्यक्रम विभाजन की रूपरेखा को विस्तार से प्रस्तुत किया।


इस कार्यशाला में 35 से अधिक शिक्षक भाग ले रहे हैं। साथ ही, अजीम प्रेमजी फाउंडेशन के विशेषज्ञ भी शैक्षणिक मार्गदर्शन में योगदान दे रहे हैं।

विषय समूह और कार्य

विभिन्न विषयों के समूह निम्नानुसार कार्य कर रहे हैं:

  • प्राथमिक स्तर: भाषा, गणित, आसपास, बाल संस्कृतम्

  • उच्च प्राथमिक स्तर: हिंदी, अंग्रेज़ी, संस्कृत, गणित, विज्ञान, सामाजिक विज्ञान

प्रत्येक समूह निम्नलिखित बिंदुओं पर कार्य कर रहा है:

  • पाठ्यक्रम विभाजन (मासिक, अर्धवार्षिक, वार्षिक)
  • अधिगम प्रतिफल आधारित योजना
  • आत्मक गतिविधियाँ एवं मूल्यांकन विधियाँ
  • परीक्षा हेतु पाठों का निर्धारण


यह कार्यशाला न केवल एक प्रशासनिक प्रक्रिया है, बल्कि शिक्षा की गुणवत्ता को सुधारने की दिशा में एक ठोस प्रयास है। यह प्रयास यह सुनिश्चित करेगा कि राज्य के सभी विद्यार्थी अद्यतन पाठ्यचर्या के अनुरूप सीख सकें और राष्ट्रीय शिक्षा नीति के उद्देश्यों की प्राप्ति की दिशा में राज्य उत्तराखंड एक अग्रणी भूमिका निभा सके।