दिनांक 30 जून 2025 को एससीईआरटी उत्तराखंड के ऑडिटोरियम में एक विशेष और भावनात्मक अवसर पर सभी संकाय सदस्यों एवं अधिकारियों की उपस्थिति में किरण बहुखंडी उपनिदेशक एससीईआरटी को उनके सेवानिवृत्त होने पर भावभीनी विदाई दी गई। यह क्षण न केवल एक औपचारिक आयोजन था, बल्कि उनके जीवन के संघर्षों, सेवाओं और प्रेरक कार्यशैली को सम्मानित करने का भी अवसर था।
अपर निदेशक पदमेन्द्र सकलानी ने किरण बहुखंडी उपनिदेशक के कार्यकाल की प्रशंसा करते हुए कहा कि वे विगत वर्षों से शारीरिक रूप से स्वास्थ्य समस्याओं से जूझती रही हैं, फिर भी उन्होंने अपनी इच्छा शक्ति से जीवन को नए मायनों में गढ़ा और कभी भी अपने कर्तव्यों से पीछे नहीं हटीं। उन्होंने कहा कि ऐसी कर्मठ अधिकारी विरले ही मिलती हैं, जिन्होंने अपनी सेवा को निष्ठा से निभाया और आने वाली पीढ़ी के लिए प्रेरणा बन गईं।
डॉ. के. एन. बिजल्वान, सहायक निदेशक, ने उनके साहस और बीमारियों के विरुद्ध संघर्ष को याद करते हुए कहा कि उनकी असीम इच्छा शक्ति और कार्यों के प्रति समर्पण सचमुच प्रेरणादायक रहा है। उन्होंने कहा कि उन्होंने कभी भी स्वास्थ्य को अपने कार्य की बाधा नहीं बनने दिया और अपने उत्तरदायित्वों को पूरी क्षमता से निभाया।
एससीईआरटी के सभी संकाय सदस्यों एवं कार्मिकों ने उन्हें और उनके परिवार को स्वस्थ, शांतिपूर्ण और सशक्त जीवन के लिए शुभकामनाएं दीं। सभी ने एक सुर में उनके कार्यों, मार्गदर्शन और योगदान को सराहा और उनके भविष्य की मंगलकामनाएं कीं।
निदेशक अकादमिक की शुभकामनाएं
बन्दना गर्ब्याल, निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण, ने इस अवसर पर उपनिदेशक को उनके भावी जीवन के लिए हार्दिक शुभकामनाएं दीं। उन्होंने विशेष रूप से उनके आत्मबल और धैर्य की सराहना की और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना भी की।
यह विदाई समारोह केवल एक सेवानिवृत्ति का अवसर नहीं था, बल्कि नारी शक्ति, सेवा निष्ठा और व्यक्तिगत साहस का उत्सव था। किरण बहुखंडी उपनिदेशक ने अपनी सेवा यात्रा में जो मूल्यमान स्थापित किए, वे सभी शैक्षिक कर्मियों के लिए एक आदर्श हैं।
इस विदाई समारोह ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया कि सच्ची सेवा भावना और संकल्प शक्ति से व्यक्ति किसी भी परिस्थिति को मात दे सकता है। उनके योगदानों की स्मृति हमेशा एससीईआरटी उत्तराखंड के इतिहास में आदरपूर्वक संजोई जाएगी।
हम सभी की ओर से उन्हें एक सुखद, स्वस्थ और संतुलित जीवन की शुभकामनाएं।