Friday, June 20, 2025

राष्ट्रीय फूड सेफ्टी ऑफिसर् रिफ़्रेशर प्रशिक्षण का सफल समापन: एससीईआरटी उत्तराखण्ड परिसर मे समापन समारोह

 राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), उत्तराखण्ड के ऑडिटोरियम में आयोजित राष्ट्रीय  फूड रेफ़्रेशर ऑफिसर प्रशिक्षण कार्यक्रम के अंतिम दिवस पर अकादमिक निदेशक बन्दना गर्ब्याल ने गेस्ट ऑफ ऑनर के रूप में अपनी गरिमामयी उपस्थिति दर्ज की।

समापन सत्र में कई विशिष्ट अतिथियों ने मंच की शोभा बढ़ाई, जिनमें शामिल थे – कमांडर शरद अग्रवाल, निदेशक, FSSAI; ताजबर सिंह, अपर आयुक्त, खाद्य एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखंड;  गणेश चंद्र कंडवाल, उप आयुक्त (खाद्य), उत्तराखंड; इस  कार्यक्रम का संचालन डॉ. अनुराग गुप्ता, सहायक प्रबंधक, FSSAI, नई दिल्ली द्वारा किया गया।

यह पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम फूड सप्लाई ऑफिसर, जिला आपूर्ति अधिकारी (DSO) एवं अन्य खाद्य प्रबंधन अधिकारियों के लिए आयोजित किया गया था, जो देश के विभिन्न राज्यों में खाद्य सुरक्षा एवं गुणवत्ता की दिशा में कार्यरत हैं। इस विशेष कार्यक्रम के लिए एससीईआरटी उत्तराखण्ड ने प्रशिक्षण स्थल (Venue) एवं गेस्ट हाउस की सुविधा राष्ट्रीय फूड अथॉरिटी को प्रदान की, जिसे प्रतिभागियों एवं आयोजकों द्वारा अत्यधिक सराहा गया। अपर राज्य परियोजना निदेशक कुलदीप गैरोला को भी प्रशिक्षण एवं कार्यक्रम अधिकारी द्वारा सम्मानित किया गया। 

कार्यक्रम के सफल संचालन में परिषद के सहायक निदेशक डॉ. के.एन. बिजल्वान की सक्रिय समन्वय की भूमिका उल्लेखनीय रही, जिससे न केवल कार्यक्रम की गुणवत्ता बनी रही, बल्कि एससीईआरटी को राष्ट्रीय स्तर पर एक प्रभावशाली मंच के रूप में प्रस्तुत करने का अवसर भी मिला।

कार्यक्रम उद्घाटन 16 जून 2025 को  एससीईआरटी के अपर निदेशक पदमेन्द्र सकलानी द्वारा किया गया,  फूड सिक्योरिटी एवं गुणवत्ता सुनिश्चित करने वाले अधिकारियों ने  इस प्रशिक्षण को राष्ट्रहित में भारत सरकार का  एक महत्वपूर्ण कदम बताया।

अपने संबोधन में अकादमिक निदेशक बन्दना गर्ब्याल ने खाद्य क्षेत्र में हो रहे नवाचारों एवं गुणवत्ता प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि "खाद्य सुरक्षा केवल प्रशासनिक जिम्मेदारी नहीं, बल्कि नागरिक चेतना और सतत प्रयास का विषय है।" उन्होंने इस प्रशिक्षण कार्यक्रम को भारत में खाद्य चेतना को और गहराई से समझने की दिशा में एक प्रभावशाली कदम बताया।

एससीईआरटी परिसर की उत्कृष्ट व्यवस्थाओं, तकनीकी संसाधनों और प्रशिक्षण के लिए उपयुक्त वातावरण की सभी प्रतिभागियों द्वारा सराहना की गई। परिषद द्वारा किए गए इस सहयोगात्मक आयोजन से जहां राष्ट्रीय एजेंसियों के साथ एक सशक्त संबंध स्थापित हुआ, वहीं उत्तराखण्ड की शैक्षिक संस्था के रूप में एससीईआरटी की पहचान और भी व्यापक हुई।

यह कार्यक्रम न केवल एक प्रशासनिक पहल थी, बल्कि शिक्षा, जागरूकता और गुणवत्ता की दिशा में मिलकर कार्य करने का एक प्रेरणादायक उदाहरण भी बना।