राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) की 5वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय शिक्षा समागम के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद विजुअल डिसएबिलिटीज़ (NIEPVD), देहरादून में किया गया। कार्यशाला का मुख्य विषय था एडीआईपी-एसएसए योजना का प्रभावी क्रियान्वयन।
इस कार्यशाला का आयोजन समग्र शिक्षा उत्तराखंड एवं आर्टिफिशियल लिम्ब्स मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (ALIMCO) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया, जबकि दिव्यांगजन सशक्तिकरण राष्ट्रीय संस्थान (NIEPVD), देहरादून ने इसमें सहयोग प्रदान किया।
इन सभी अधिकारियों ने दिव्यांगजनों की शिक्षा हेतु सहायक उपकरणों, पहुंच योग्य पाठ्य सामग्री तथा शिक्षक प्रशिक्षण पर बल दिया।
13 जनपदों के शिक्षक और दिव्यांग बच्चे बने सहभागी
कार्यशाला में उत्तराखंड के सभी 13 जनपदों से शिक्षक एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (CWSN) उपस्थित रहे। शिक्षकों ने समावेशी शिक्षा के अपने अनुभव साझा किए और विभिन्न शिक्षण-सहायक उपकरणों की जानकारी प्राप्त की।
मुख्य चर्चा विषय
- एडीआईपी योजना के सुचारु कार्यान्वयन हेतु बहविभागीय समन्वय
- दिव्यांग छात्रों के लिए सहायक तकनीकों और संसाधनों की पहुंच
- समग्र शिक्षा के अंतर्गत समावेशी अधोसंरचना का विकास
- शिक्षकों और संसाधन व्यक्तियों के क्षमता विकास
- एनईपी 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप राज्य स्तरीय योजनाओं का संरेखण
“केवल एनईपी की वर्षगांठ मनाना ही नहीं, बल्कि इसकी समावेशी सोच को धरातल पर उतारना हम सभी की ज़िम्मेदारी है।” यह आयोजन समावेशी शिक्षा की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है, जो आने वाले वर्षों में और अधिक प्रभावशाली परिणाम देगा।