Tuesday, July 29, 2025

एनईपी@5: एडीआईपी-एसएसए योजना पर कार्यशाला का आयोजन, 13 जनपदों के शिक्षक व दिव्यांग बच्चे हुए शामिल

 

देहरादून, 29 जुलाई 2025

राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (एनईपी) की 5वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में अखिल भारतीय शिक्षा समागम के अंतर्गत एक दिवसीय कार्यशाला का आयोजन नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर एम्पावरमेंट ऑफ पर्सन्स विद विजुअल डिसएबिलिटीज़ (NIEPVD), देहरादून में किया गया। कार्यशाला का मुख्य विषय था एडीआईपी-एसएसए योजना का प्रभावी क्रियान्वयन


इस कार्यशाला का आयोजन समग्र शिक्षा उत्तराखंड एवं आर्टिफिशियल लिम्ब्स मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (ALIMCO) के संयुक्त तत्वावधान में किया गया, जबकि दिव्यांगजन सशक्तिकरण राष्ट्रीय संस्थान (NIEPVD), देहरादून ने इसमें सहयोग प्रदान किया।


कार्यक्रम की अध्यक्षता  बंदना गर्ब्याल, निदेशक, शैक्षिक शोध एवं प्रशिक्षण  ने की। अपने स्वागत भाषण में उन्होंने सभी प्रतिभागियों को एनईपी 2020 के 5 वर्षों की उपलब्धियों पर बधाई दी और समावेशी शिक्षा को नीति का मूल आधार बताया। उन्होंने सभी अधिकारियों व शिक्षकों से आग्रह किया कि वे एनईपी 2020 के तहत निर्धारित समयसीमा के अनुरूप कार्य करना सुनिश्चित करें।

इस अवसर पर कई वरिष्ठ अधिकारियों ने भी कार्यशाला में सक्रिय प्रतिभागिता की, जिनमें प्रमुख रूप से पद्मेन्द्र सकलानी, अपर निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखंड; अजीत भंडारी,अंजुम फातिमा एवं पल्लवी नैन, उप राज्य परियोजना निदेशक शामिल रहे।

इन सभी अधिकारियों ने दिव्यांगजनों की शिक्षा हेतु सहायक उपकरणों, पहुंच योग्य पाठ्य सामग्री तथा शिक्षक प्रशिक्षण पर बल दिया।

13 जनपदों के शिक्षक और दिव्यांग बच्चे बने सहभागी

कार्यशाला में उत्तराखंड के सभी 13 जनपदों से शिक्षक एवं विशेष आवश्यकता वाले बच्चे (CWSN) उपस्थित रहे। शिक्षकों ने समावेशी शिक्षा के अपने अनुभव साझा किए और विभिन्न शिक्षण-सहायक उपकरणों की जानकारी प्राप्त की।


वहीं बच्चों के लिए स्पॉट असेसमेंट, उपकरण प्रदर्शन एवं परामर्श सत्र आयोजित किए गए, जिससे वे और उनके अभिभावक लाभान्वित हुए। बच्चों की सक्रिय भागीदारी ने इस आयोजन को जीवंत और एनईपी के समावेशी दृष्टिकोण का सच्चा प्रतीक बना दिया। इस कार्यशाला मे राज्य की NEP 2020 के विगत वर्षों की मुख्य उपलब्धियों पर भी प्रस्तुतीकरण दिया गया । 

मुख्य चर्चा विषय

  • एडीआईपी योजना के सुचारु कार्यान्वयन हेतु बहविभागीय समन्वय
  • दिव्यांग छात्रों के लिए सहायक तकनीकों और संसाधनों की पहुंच
  • समग्र शिक्षा के अंतर्गत समावेशी अधोसंरचना का विकास
  • शिक्षकों और संसाधन व्यक्तियों के क्षमता विकास
  • एनईपी 2020 के लक्ष्यों के अनुरूप राज्य स्तरीय योजनाओं का संरेखण


कार्यशाला का समापन एक सशक्त संकल्प के साथ हुआ कि उत्तराखंड में कोई भी बच्चा शिक्षा से वंचित न रहे।  बंदना गर्ब्याल ने सभी से आह्वान किया कि –

“केवल एनईपी की वर्षगांठ मनाना ही नहीं, बल्कि इसकी समावेशी सोच को धरातल पर उतारना हम सभी की ज़िम्मेदारी है।” यह आयोजन समावेशी शिक्षा की दिशा में एक महत्त्वपूर्ण कदम है, जो आने वाले वर्षों में और अधिक प्रभावशाली परिणाम देगा।