निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण, बन्दना गर्ब्याल के निर्देशन में परख 2024 उत्तराखंड रिपोर्ट पर एक महत्वपूर्ण ऑनलाइन बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में सभी जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारी, डाइट प्राचार्य एवं खंड शिक्षा अधिकारी शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य भारत सरकार द्वारा जारी परख रिपोर्ट के आंकड़ों पर गहन विश्लेषण करना और आगे की रणनीति तय करना रहा।
मीटिंग की शुरुआत:
बैठक का शुभारंभ डॉ. बिजलवान द्वारा प्रतिभागियों के स्वागत से हुआ।शोध विभाग से डॉ. दीपक प्रताप ने परख रिपोर्ट पर विस्तृत प्रस्तुति दी और सभी दक्षताओं के हाई एवं लो इंडिकेटर पर चर्चा की। इसी क्रम मे आईटी विभाग से रमेश बडोनी ने रिपोर्ट का ओवरऑल परफॉरमेंस समरी, contextual variables, outcomes, insights और एक्शन प्लान टाइमलाइन साझा किया।
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विशेष सहभागिता:इस बैठक को सफल बनाने में उपनिदेशक आकांक्षा राठोर, खंड शिक्षा अधिकारी अंशुल बिष्ट और हिमांशु नौगई और विद्या समीक्षा केंद्र से तेज रावत एवं प्रकाश रावत ने अहम भूमिका निभाई और बैठक को ज़ूम प्लेटफॉर्म पर संचालित किया।साथ ही शोध मूल्यांकन विभाग से डॉ. दिनेश रतूड़ी ने भी सक्रिय रूप से अपनी भागीदारी निभाई।
निदेशक का मार्गदर्शन
निदेशक बन्दना गर्ब्याल ने सभी अधिकारियों को एक्शन मोड और मिशन मोड में कार्य करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि:
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आगामी सितंबर 2025 में भारत सरकार के प्रतिनिधियों के साथ होने वाली बैठक से पहले सभी जिलों को तैयारी पूरी रखनी होगी।
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CRC/BRC और ब्लॉक स्तर पर समन्वयन को मज़बूत करना अनिवार्य है।
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परख रिपोर्ट की कॉपी लेकर प्रत्येक जिले से नए प्लान प्रस्तुत करने और स्कूल भ्रमण को प्राथमिकता देने के निर्देश दिए।
बैठक में यह स्पष्ट हुआ कि परख रिपोर्ट केवल आंकड़ों का आकलन भर नहीं है, बल्कि यह कार्रवाई की रूपरेखा भी है। सभी जिलों से अपेक्षा की गई कि वे रिपोर्ट का गहन अध्ययन कर अपने-अपने एक्शन प्लान तैयार करें और आगामी महीनों में मूल्यांकन, मॉनिटरिंग और स्कूल स्तर पर हस्तक्षेपों को प्राथमिकता दें।