इसके बाद, प्रवक्ता सुधा पैन्यूली ने महानिदेशक विद्यालय शिक्षा दीप्ति सिंह का संदेश साझा किया, जिसमें उन्होंने कहा कि राज्य की शिक्षा व्यवस्था में सुधार के लिए निरंतर कार्य करना ही सच्चे स्वतंत्रता दिवस का अर्थ है।
प्रवक्ता अनुग्ज्ञा पैन्यूली ने निदेशक अकादमिक शिक्षा वंदना गर्ब्याल का संदेश पढ़ा। उन्होंने SCERT द्वारा ऑनलाइन एवं डिजिटल शिक्षा, शैक्षिक गुणवत्ता कार्यक्रमों और शिक्षकों के सतत प्रशिक्षण में किए जा रहे कार्यों पर प्रकाश डाला, साथ ही गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए और अधिक प्रयासों की आवश्यकता बताई।
समारोह के अंत में अपर निदेशक एस सी ई आर टी पदमेन्द्र सकलानी ने अपने संबोधन में कहा कि “आज देश को भगत सिंह जैसे क्रांतिकारियों के साथ-साथ ऐसे बौद्धिकों की आवश्यकता है, जो अपने ज्ञान से भारत का परचम दुनिया में लहरा सकें।” उन्होंने शिक्षकों के प्रशिक्षण, रोचक कक्षा-शिक्षण, और प्रेरणादायी सामग्री निर्माण की महत्ता पर जोर दिया। साथ ही, उन्होंने भगत सिंह के बलिदान को याद करते हुए कुछ प्रेरक संस्मरण सुनाए, जिससे सभा में उत्साह और जागरूकता का संचार हुआ।
अंत में, सभी संकाय सदस्यों को जलपान कराया गया और स्वतंत्रता दिवस का यह सादा परंतु प्रेरक आयोजन संपन्न हुआ।