Thursday, November 06, 2025

एक स्वर, एक भाव: SCERT प्रांगण में गूंजा "वन्दे मातरम्" का राष्ट्रगान

एक स्वर, एक भाव: SCERT प्रांगण में गूंजा "वन्दे मातरम्" का राष्ट्रगान

स्थान: SCERT कैंपस, उत्तराखंड राष्ट्रगीत "वन्दे मातरम्" के 150 वर्ष पूर्ण होने पर विशेष आयोजन समन्वय: संस्कृति मंत्रालय, भारत सरकार के निर्देशानुसार

आज का दिन SCERT उत्तराखंड के लिए गर्व और राष्ट्रभक्ति से ओतप्रोत रहा। भारत के राष्ट्रगीत "वन्दे मातरम्" के 150 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष्य में, पूरे देश में एक साथ एक स्वर में इस गीत को गुनगुनाया गया। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के आव्हान पर, देश के 140 करोड़ नागरिकों ने आज सुबह 10 बजे इस गीत को स्वरांजलि दी, जिसने एक बार फिर देश की एकता और सांस्कृतिक चेतना को जीवंत कर दिया।

SCERT कैंपस में भी इस ऐतिहासिक क्षण को पूरे उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया गया। शिक्षक, अधिकारी, प्रशिक्षु और स्टाफ सदस्य एकत्रित हुए और एक स्वर में "वन्दे मातरम्" का गायन किया। यह आयोजन न केवल एक गीत का गायन था, बल्कि यह उस भावना का उत्सव था जिसने भारत को स्वतंत्रता दिलाई और आज भी देश को एक सूत्र में बांधे हुए है।

वर्षभर चलेंगे सांस्कृतिक कार्यक्रम

भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा घोषित कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत, अगले एक वर्ष तक देशभर में "वन्दे मातरम्" से जुड़े विविध आयोजन होंगे। सभी राज्यों को इन कार्यक्रमों को अनिवार्य रूप से आयोजित करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे राष्ट्रगीत की ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्ता को जन-जन तक पहुंचाया जा सके।

"वन्दे मातरम्" केवल एक गीत नहीं, बल्कि यह भारत की आत्मा है। यह वह स्वर है जिसने स्वतंत्रता संग्राम के सेनानियों को प्रेरणा दी, और आज भी यह देशवासियों को एकता, समर्पण और देशभक्ति की भावना से जोड़ता है।

SCERT उत्तराखंड का यह आयोजन न केवल एक सांस्कृतिक अभिव्यक्ति था, बल्कि यह शिक्षा जगत की ओर से राष्ट्र के प्रति श्रद्धा और योगदान का प्रतीक भी बना। आइए, हम सब मिलकर इस वर्ष को "वन्दे मातरम्" के गौरवगान का वर्ष बनाएं।