5 दिवसीय इण्डक्शन कार्यक्रम शुक्रवार को देहरादून में सम्पन्न
इस 5 दिवसीय प्रशिक्षण के पश्चात प्रशिक्षणार्थियों को एस.सी.ई.आर.टी. द्वारा प्रशिक्षण विषयों पर आबंटित शीर्षकों पर प्रोजेक्ट दिये गये। सभी प्रतिभागी 2 महीने की अवधि के भीतर अपने जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के लिए एक कार्यक्रम की रूपरेखा भी तैयार करेंगे। इनकी शेयरिंग वे अपने डायट्स के संकाय सदस्यों के साथ करेंगे तथा इसकी एक प्रति एस.सी.ई.आर.टी. को भी प्रेषित करेंगे। एस.सी.ई.आऱ.टी. में एक समिति इनका मूल्यांकन करेगी। प्रतिभागियों के द्वारा प्रशिक्षण में गतिविधियों के माध्यम से विषयों पर समझ विकसित की तथा समूहों में प्रस्तुतीकरण भी किया।
इण्डक्शन कार्यक्रम के समापन के अवसर पर अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण श्रीमती बन्दना गर्ब्याल कहा कि सभी प्रतिभागी प्रशिक्षण का लाभ अपने डायट्स के लिए अवश्य प्रदान करें। उन्होंने कहा कि यह इण्डक्शन कार्यक्रम डायट्स के प्रशिक्षण एवं शोध कार्यक्रमों को नयी दिशा प्रदान करेगा। उन्होंने प्रशिक्षणार्थियों को विद्यालयों में अनुश्रवण के साथ अनुसमर्थन के द्वारा शैक्षिक गुणवत्ता बढ़ाने को कहा। उन्होंने प्रशिक्षण के सफल संचालन के लिए एस.सी.ई.आर.टी. की फैकल्टी को बधाई एवं शुभकामनाएं दी। अपर निदेशक एस.सी.ई.आर.टी. श्री अजय कुमार नौड़ियाल ने प्रतिभागियों को प्रशिक्षण में दिये गये निर्देशों के अनुसार अपने कार्यदायित्व गम्भीरतापूर्वक निर्वहन करने के लिए कहा। संयुक्त निदेशक श्रीमती कंचन देवराड़ी ने कहा कि प्रशिक्षणार्थी अपने डायट्स में गुणवत्ता वृद्धि के लिए कार्ययोजना तैयार करेंगे। सहायक निदेशक डॉ. के.एन. बिजल्वाण ने कहा कि यह इण्डक्शन कार्यक्रम विद्यालयों में शैक्षिक गुणवत्ता में सहायक होगा। कार्यक्रम समन्वयक डॉ. राकेश चन्द्र गैरोला ने प्रशिक्षण के अन्त में सभी प्रतिभागियों को प्रोजेक्ट शीर्षकों का आबंटन किया तथा इन्हें पूर्ण करने के लिए दिशा-निर्देश प्रदान किये। प्रशिक्षण कार्यक्रम में डॉ. रमेश पन्त, डॉ. रंजन कुमार भट्ट, डॉ. अजय कुमार चौरसिया, शुभ्रा सिंघल, कमलेश खण्डूरी आदि ने सहयोग किया।