निदेशक अकादमिक अनुसंधान और प्रशिक्षण, बंदना गर्ब्याल की अध्यक्षता में आज एस सी ई आर टी के सेमीनार हाल में एक बैठक में, उत्तराखंड राज्य के शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) भारत सरकार से विभिन्न स्वीकृत कार्यक्रमों की प्रगति पर चर्चा करने के साथ-साथ भविष्य के लिए रणनीति बनाने के लिए एकत्रित हुई। . बैठक में विभाग प्रमुखों के साथ-साथ रिपोर्टिंग अधिकारी संयुक्त निदेशक आशा रानी पेनुइली और कंचन देवराडी ने भाग लिया, जिसमें बजट योजना, कार्यशाला की समय सीमा, संसाधन विकास और कार्यान्वयन रणनीतियों जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं को संबोधित किया गया।
निदेशक गर्ब्याल ने विभागों के बीच संचार अंतराल पर चिंता व्यक्त की और प्रभावी कार्यक्रम कार्यान्वयन सुनिश्चित करने के लिए लगातार अनुवर्ती कार्रवाई और कार्रवाई के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने सभी संकाय सदस्यों से उत्कृष्टता के लिए प्रयास करने और सक्रिय भागीदारी के माध्यम से वह सम्मान अर्जित करने का आग्रह किया जिसके वे हकदार हैं।
मूल्यांकन की गुणवत्ता में गिरावट, सूचना साझाकरण और रचनात्मकता जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला गया, जिससे नए प्रयासों और नवीन कार्यों पर ध्यान केंद्रित करने का आह्वान किया गया। निदेशक ने वर्तमान मे लोगो डिज़ाइन प्रतियोगिता के लिए प्रविष्टियों की कम उपस्थिति पर भी निराशा व्यक्त की, और इस कार्यक्रम को पुन: देखने कि आवश्यकता का संकेत दिया है।
इसके अतिरिक्त, चर्चा मे नए एससीईआरटी परिसर के विकास के इर्द-गिर्द घूमती रही, जिसमें निदेशक गर्ब्याल ने संकाय सदस्यों को संस्थान के विज़िट करने और प्रतिक्रिया देने के लिए प्रोत्साहित किया। प्रभावी परियोजना क्रियान्वयन के लिए विभागों के बीच सुसंगत समन्वय और समय पर बजट आवंटन पर जोर दिया गया।
संकाय सदस्यों को निदेशक के साथ जुड़ने, अपनी अंतर्दृष्टि और चल रही परियोजनाओं के प्रति प्रतिबद्धता साझा करने के लिए प्रोत्साहित किया गया। शिक्षकों प्रशिक्षकों मे डॉ. रतूड़ी के प्रशिक्षण डिजाइन और डिलीवरी पैकेज को, श्रीमती नीलम और अन्य संकाय सदस्यों के सराहनीय प्रयासों के साथ-साथ प्रशंसा भी मिली।
बैठक राज्य के जिला शिक्षा और प्रशिक्षण संस्थानों (डीआईईटी) की निगरानी करने और निष्कर्षों और सिफारिशों की समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता के साथ संपन्न हुई। संकाय स्थानांतरण और परिषद के भीतर चल रही गतिविधियों पर उनके संभावित प्रभाव के बारे में भी चिंताएं व्यक्त की गईं।
अंत मे एससीईआरटी उत्तराखंड संयुक्त निदेशक प्रशासनिक और प्रोग्राम मोनिट्रिंग द्वारा यह सहमति दी गई कि सभी कार्यक्रम यथा समय पूर्ण होंगे , सभी लक्ष्य, सहयोग को मजबूत करना, संचार बढ़ाना और राज्य भर में शैक्षिक विकास में उत्कृष्टता पर ध्यान केंद्रित करना परिषद की प्राथमिकता होगी ।