उत्तराखण्ड राज्य में एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद) द्वारा विकसित "हमारी विरासत एवं विभूतियां" पुस्तकों को विद्यालय स्तर के पाठ्यक्रम में शामिल करने के संबंध में एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक की अध्यक्षता महानिदेशक विद्यालय शिक्षा श्री बंशीधर तिवारी ने की। बैठक का आयोजन समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड के सभागार में किया गया।
इस कार्यक्रम में अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखण्ड की निदेशक बन्दना गर्बयाल और एससीईआरटी के अपर निदेशक अजय नौरियाल भी मौजूद थे। इसके अतिरिक्त, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड के अपर राज्य परियोजना निदेशक, मुकुल सती , महानिदेशक कार्यालय के संयुक्त निदेशक और अन्य कई अधिकारियों के साथ गैर सरकारी संस्थान भी उपस्थित रहे। बैठक में चर्चा का मुख्य विषय उत्तराखण्ड के प्रसिद्ध और नामचीन कर्मवीरों, योद्धाओं और क्रांतिकारियों पर लिखे गए रचनात्मक कार्यों को समाज के समक्ष उजागर करना था। उद्देश्य था कि आने वाली पीढ़ी को अपने इतिहास और विरासत के बारे में ज्ञान हो सके। महानिदेशक श्री बंशीधर तिवारी ने इस सफल प्रयास के लिए एससीईआरटी के निर्माण समूह की सराहना की और उन्हें बधाई दी।
इस पहल से प्रदेश के विद्यालयों में स्थानीय इतिहास और संस्कृति को समझने में छात्रों को मदद मिलेगी और वे अपनी जड़ों से जुड़ सकेंगे। साथ ही, यह कदम राज्य की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर को संजोने और अगली पीढ़ी को प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।