Monday, July 29, 2024

राज्य में सात दिवसीय शिक्षा सप्ताह संपन्न

दिनांक 29 जुलाई 2024: कामक्षा मिश्रा, एन ई पी सेल 

भारत सरकार शिक्षा मंत्रालय, स्कूल शिक्षा और साक्षरता विभाग से प्राप्त निर्देशों के क्रम में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 की चौथी वर्षगांठ पर दिनांक 22 से जुलाई 28 जुलाई 2024 तक शिक्षा सप्ताह का आयोजन किया गया।    इसका  उद्देश्य विद्यार्थियों तथा शिक्षकों के बीच सहयोग और नवाचार को की भावना को बढ़ावा देना है था । साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में नीति निर्धारकों तथा हिट धारकों के साथ नवाचारी गतिविधियों /बेस्ट प्रैक्टिसेज साझा करना था जिसके लिए इस कार्यक्रम द्वारा एक मंच प्रदान किया गया।  इस कार्यक्रम के माध्यम से राष्ट्रीय शिक्षा नीति के क्रियान्वयन तथा विगत 4 वर्षों की उपलब्धियां को साझा किया गया ।  यह कार्यक्रम एक सप्ताह के अंतर्गत संपादित किया जाना था ।

उक्त कार्यक्रम का प्रत्येक दिवस किसी एक थीम को समर्पित था। जैसे 22 जुलाई प्रथम दिवस टीचिंग लर्निंग मटीरियल डे के रूप में मनाया गया ।इसी क्रम में 23 जुलाई को एफएलएन डे, 24 जुलाई को स्पोर्ट्स डे, 25 जुलाई को कल्चरल डे, 26 जुलाई को स्किलिंग एंड डिजिटल इनीशिएटिव डे, 27 जुलाई को इको क्लब फॉर मिशन लाइफ/ स्कूल न्यूट्रिशन डे और 28 जुलाई को कम्युनिटी इंवॉल्वमेंट डे के रूप में मनाया गया। एससीईआरटी में समस्त दिवसों के कार्यक्रमों को समन्वित करते हुए 27 जुलाई को एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजित किया गया जिसकी अध्यक्षता निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण द्वारा की गई। अपर निदेशक तथा  संयुक्त निदेशक एससीईआरटी इस कार्यक्रम में उपस्थित रहे। प्रदेश के समस्त तेरह डायटों में प्रतिदिन थीम के अनुसार प्रशिक्षुओं के साथ इस कार्यक्रम को आयोजित किया गया जिसकी संकलित रिपोर्ट नियमित रूप से भारत सरकार के ट्रैक्टर पर अपलोड की गई । साथ ही क्षेत्रीय शिक्षण संस्थान अजमेर के साथ साझा भी की गई ।


डायट द्वारा आयोजित गतिविधियों में प्रथम दिवस में पर्यावरण अनुकूल एवं उपयोगी टीएलएम निर्माण तथा उसका प्रदर्शन, पोस्टर निर्माण, स्टोरी कार्ड, खेल कार्ड, चार्ट निर्माण, खिलौना निर्माण, लघु नाटिका की प्रस्तुति, कहानी, कविता आदि का आयोजन किया गया। द्वित्तीय दिवस में बुनियादी साक्षरता एवं संख्या ज्ञान से संबंधित जागरूकता अभियान ,आकर्षक गतिविधिया, ई जादुई पिटारा का प्रयोग, खेल आधारित गतिविधियां आदि संपन्न की गईं। तृतीय दिवस अर्थात खेल दिवस में विभिन्न स्वदेशी खेलों तथा खेल के महत्व से संबंधित प्रस्तुतीकरण संस्थानों में किया गया। चतुर्थ दिवस में संस्कृति  दिवस के अंतर्गत स्थानीय कलाकारों को विद्यालयों में आमंत्रित किया गया। साथ ही लोकगीत, लोक नृत्य नाटक आदि भी प्रस्तुत किए गए। पंचम दिवस में स्थानीय व्यवस्थाओं तथा डिजिटल शिक्षा से संबंधित नवाचार पर प्रकाश डाला गया,प्रस्तुतीकरण किए गए, साथ ही पीएम विद्या टीवी चैनलों का भी प्रचार प्रसार किया गया। डाइट प्रशिक्षुओं द्वारा निर्मित डिजिटल शिक्षण सामग्री, वीडियो, ई कंटेंट आदि को भी प्रस्तुत किया गया । षष्टम दिवस की मुख्य गतिविधि  ‌एक पेड़  मां के नाम रही जिसमें सामुदायिक सहभागिता के साथ बच्चों ने अपनी माता के साथ मिलकर पेड़ लगाया यह विद्यालय गतिविधि थी साथ ही डायट परिसर में भी शिक्षकों और प्रशिक्षकों ने मिलकर वृक्षारोपण कार्यक्रम किया।

एससीईआरटी में भी अपर निदेशक महोदय द्वारा वृक्षारोपण कार्यक्रम किया गया साथ ही डाइट और एससीईआरटी स्तर पर एक क्लब निर्मित करने की घोषणा भी की गई। सप्तम दिवस पूर्ण रूप से समुदाय को समर्पित था जिसमें डाइट द्वारा भी समुदाय के साथ संपर्क कार्यक्रम आयोजित किया गया। प्रशिक्षुओं ने समुदाय सदस्यों से मिलकर  उन्हें विद्यांजलि और अन्य गतिविधियों के विषय में बताया। साथ ही उन्होंने अभिभावकों को इस बात के लिए भी जागरूक किया कि वह किस प्रकार अपने संसाधनों द्वारा या अपनी सेवाओं द्वारा अपने निकटता विद्यालयों में अपना सहयोग प्रदान कर सकते हैं ।इसके साथ ही समुदाय सदस्यों को तिथि भोजन योजना की जानकारी भी दी गई समस्त थीम आधारित गतिविधियों को संपादित करते हुए यह साथ दिवसीय शिक्षण सप्ताह पूरे प्रदेश में सफलतापूर्वक संपन्न किया गया।