निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण, उत्तराखंड, बंदना गर्ब्याल ने एससीईआरटी उत्तराखंड के साथ वार्षिक कार्ययोजना (एडब्ल्यूपी) 2024-25 की प्रगति और वर्तमान स्थिति पर फोकस करने पर जोर दिया। इस समीक्षा बैठक में भारत सरकार द्वारा स्वीकृत योजनाओं और कार्यक्रमों पर गहन चर्चा की गई। अपर निदेशक एससीईआरटी, आशा रानी पैन्यूली, और सभी अधिकारियों एवं संकाय सदस्यों के साथ विभागवार प्रगति और भविष्य की कार्ययोजना के लिए रोडमैप पर विस्तार से विचार-विमर्श हुआ।
सहायक निदेशक डॉ. के एन बिजलवाण और संयुक्त निदेशक कंचन देवराड़ी ने एससीईआरटी और प्रोग्राम मॉनिटरिंग विभाग की ओर से विस्तृत योजना, बजट आवंटन, समयबद्ध कार्य प्रगति और अन्य विभागों के साथ परियोजनाओं के समन्वयन पर गहन चर्चा की। बैठक में प्रशिक्षण और विकास कार्यों के लिए आवश्यक संसाधनों की मांग भी प्रस्तुत की गई।
अपर निदेशक पैन्यूली ने सभी विभागों को गुणवत्ता शिक्षा और मजबूत प्रशिक्षण प्रक्रिया पर ध्यान केंद्रित करने का निर्देश दिया। संयुक्त निदेशक कंचन देवराड़ी ने इंटरैक्टिव कंटेंट और वर्तमान समय के अनुसार डिजाइन और क्रिएटिविटी को प्रमुखता देने पर जोर दिया।
डॉ. दिनेश रतूडी ने शोध और प्रशिक्षण मॉड्यूल में आधुनिक तकनीकी और शिक्षण विधियों के समावेश का सुझाव दिया। कई प्रवक्ताओं ने डिजिटल और तकनीकी शिक्षण को और अधिक आधुनिक बनाने पर जोर दिया। आईटी विभाग के प्रवक्ता ने तकनीकी और पारंपरिक शिक्षण में नवीनता लाने के लिए अपने कौशल और कंटेंट विकास में विशेषज्ञता प्राप्त करने की आवश्यकता पर बल दिया, जिसे निदेशक और अपर निदेशक ने सहमति दी और आईटी विभाग को एक ट्रैनिंग डिज़ाइन के लिए प्रस्ताव प्रस्तुत करने का निर्देश दिया।
अंत में, अपर निदेशक पैन्यूली ने निदेशक बंदना गर्ब्याल और सभी प्रतिभागियों का आभार व्यक्त करते हुए बैठक का समापन किया।