विद्यालयी शिक्षा उत्तराखंड की महानिदेशक झरना कमठान ने आज एससीईआरटी (राज्य शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद) और सीमेट द्वारा संचालित शैक्षिक कार्यक्रमों और पहलों की समीक्षा समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड के सेमीनार हाल मे की। बैठक की शुरुआत में अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण निदेशक बन्दना गर्ब्याल ने महानिदेशक का स्वागत किया। एससीईआरटी अपर निदेशक अजय नौड़ियाल ने उन्हें पुष्पगुच्छ भेंट किया।इस महत्वपूर्ण बैठक में दोनों संस्थानों के अधिकारियों ने अपनी प्रगति और भविष्य की योजनाओं पर विस्तार से चर्चा की।
सहायक निदेशक , डॉ. के. एन. बिजलवाण ने एससीईआरटी द्वारा किए जा रहे विभिन्न कार्यों की विस्तृत जानकारी दी, जिसमें निम्नलिखित मुख्य बिंदु शामिल थे:
- पाठ्यक्रम विकास: राज्य के स्कूलों के लिए आधुनिक और उन्नत पाठ्यक्रम तैयार करना।
- शिक्षक प्रशिक्षण: शिक्षकों के लिए नवीनतम शैक्षणिक तकनीकों पर आधारित प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करना।
- आई सी टी और इसके कक्षा शिक्षण एवं प्रबंधन ने उपयोगिता
- शैक्षिक शोध और मूल्यांकन: राज्य में शैक्षिक गुणवत्ता सुधारने के लिए अनुसंधान और परीक्षा सामग्री तैयार करना।
निदेशक बन्दना गर्ब्याल ने उत्तराखंड में चल रही कुछ सफल पहलों के बारे में बताया, जिनमें:
- प्रवेशोत्सव: सरकारी स्कूलों में नामांकन बढ़ाने के उद्देश्य से जागरूकता अभियान।
- प्रतिभा दिवस: छात्रों को उनके रचनात्मक और कलात्मक कौशल को प्रदर्शित करने के लिए एक मंच प्रदान करने वाला मासिक कार्यक्रम।
एससीईआरटी के सुनील भट्ट ने दो प्रमुख कार्यक्रमों पर विस्तार से जानकारी दी::
- हमारी विरासत, हमारी विभूतियां: यह कार्यक्रम छात्रों को उत्तराखंड की समृद्ध सांस्कृतिक धरोहर और उसके महापुरुषों के बारे में जागरूक करता है।
- कौशलम कार्यक्रम: यह व्यावसायिक शिक्षा और उद्यमशीलता कौशल को बढ़ावा देने वाला कार्यक्रम है, जिसमें कक्षा 9 से 12 तक के छात्रों को व्यावहारिक और तकनीकी ज्ञान प्रदान किया जाता है।
सुधीर नौटियाल ने पीएम ई-विद्या चैनलों के बारे में बताया, जो डिजिटल माध्यम से प्राथमिक से लेकर माध्यमिक स्तर तक के छात्रों के लिए शैक्षिक सामग्री प्रदान करते हैं।
डॉ. साधना डिमरी ने आनंदम कार्यक्रम की जानकारी दी, जो छात्रों के लिए आनंददायक और तनावमुक्त शिक्षा सुनिश्चित करने हेतु गतिविधि-आधारित शिक्षण पर केंद्रित है।
डॉ. के. एन. बिजलवाण ने आगामी शैक्षणिक सत्र 2024-25 के लिए एससीईआरटी के बजट की प्रस्तुति दी, जिसमें उन्होंने विभिन्न शैक्षिक परियोजनाओं के लिए वित्तीय आवंटन का ब्यौरा दिया।
महानिदेशक झरना कमठान ने एससीईआरटी और एसआईईएमएटी के कार्यों की सराहना की, लेकिन उन्होंने प्रत्येक विभाग से एक विस्तृत कार्य योजना मांगी, जिसमें समय-सीमा और आवश्यक मानव संसाधन शामिल हों। उन्होंने सभी कार्यक्रमों को समय पर और प्रभावी ढंग से पूरा करने पर जोर दिया।
डॉ. मोहन बिष्ट ने SIEMAT की ओर से स्कूल प्रबंधन और शिक्षक प्रशिक्षण में सुधार के लिए किए जा रहे कार्यों की जानकारी दी। बैठक का समापन अपर निदेशक आशा रानी पैन्यूली , एससीईआरटी के विभिन्न परियोजनाओं की प्रगति पर जानकारी देते हुए किया गया। महानिदेशक झरना कमठान ने सभी विभागों से समन्वय और टीम वर्क के साथ राज्य के शैक्षिक लक्ष्यों को समयबद्ध तरीके से पूरा करने का आग्रह किया।