कार्यशाला के मुख्य उद्देश्य:
राज्य/केंद्रशासित प्रदेशों की वास्तविक स्थिति का आकलन: कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य यह जानना है कि राज्य और केंद्रशासित प्रदेश एसडीजी 4.7 के तहत नीतियों और प्रथाओं को कितनी प्रभावी ढंग से लागू कर रहे हैं। इसमें पाठ्यक्रम, शिक्षक शिक्षा, मूल्यांकन और नीतियों का अध्ययन मुख्य रूप से छह क्षेत्रों में किया जाएगा - सतत विकास, वैश्विक नागरिकता, मानवाधिकार, लैंगिक समानता, शांति और अहिंसा, तथा स्कूल शिक्षा में विविधता।
एसडीजी 4.7 के लिए रोडमैप का विकास: कार्यशाला का एक अन्य महत्वपूर्ण उद्देश्य यह है कि एसडीजी 4.7 को व्यापक रूप से लागू करने के लिए सुधारात्मक कदम उठाए जाएं और रणनीतियों का विकास किया जाए।
विशेष कार्य क्षेत्रों की पहचान: राज्य को किन क्षेत्रों में अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है, इसकी पहचान कर, उन पर व्यापक रूप से काम करने की दिशा में कदम उठाने की योजना तैयार की जाएगी ।