Monday, November 18, 2024

एससीईआरटी उत्तराखंड में राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम के अंतर्गत 5 दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ

 

कार्यक्रम: राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम (NPEP)

तिथि: 18 नवंबर 2024

एससीईआरटी उत्तराखंड में 5 दिवसीय कार्यशाला का शुभारंभ हुआ, जिसका उद्देश्य राष्ट्रीय जनसंख्या शिक्षा कार्यक्रम (NPEP) के अंतर्गत मटेरियल डेवलपमेंट करना है। इस कार्यशाला में राज्य के विभिन्न विद्यालयों के कला शिक्षकों ने हिस्सा लिया और स्वस्थ जीवनशैली (Healthy Lifestyle), लैंगिक समानता (Gender Equality), साइबर सुरक्षा (Cyber Security), और स्वच्छता (Sanitation) जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर कैलेंडर और पोस्टर तैयार करने का बीड़ा उठाया।

कार्यक्रम का उद्देश्य

यह कार्यशाला कला और रचनात्मकता के माध्यम से शिक्षकों और छात्रों में महत्वपूर्ण सामाजिक और शैक्षणिक मुद्दों पर जागरूकता फैलाने के लिए आयोजित की गई है। कैलेंडर और पोस्टर जैसे प्रभावशाली शिक्षण सामग्री को तैयार कर, इन विषयों को छात्रों और समाज के सामने प्रस्तुत करना इसका मुख्य उद्देश्य है।

उद्घाटन और मार्गदर्शन

कार्यशाला का उद्घाटन एससीईआरटी की अपर  निदेशक श्रीमती आशा रानी पैन्यूली द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि “रचनात्मकता और शिक्षा का मेल सामाजिक बदलाव का एक मजबूत माध्यम हो सकता है। इस कार्यशाला के जरिए शिक्षकों को न केवल अपनी कलात्मकता दिखाने का अवसर मिलेगा, बल्कि वे सामाजिक जागरूकता बढ़ाने में भी योगदान देंगे।”

थीम पर अभिमुखीकरण


कार्यशाला के मार्गदर्शक संकाय श्रीमती सुधा पैन्यूली और डॉ. संजीव चेतन ने प्रतिभागियों को विभिन्न थीम्स पर गहन जानकारी प्रदान की। चित्रांकन के सभी विषय किशोरावस्था की विभिन्न चुनौतियों, समस्याओं एवं अपेक्षाओं पर आधारित हैं।डॉ संजीव चेतन इस प्रोग्राम के लिए पोस्टर निर्माण मे अहम भूमिका मे रहेंगे। 
  • स्वस्थ जीवनशैली: छात्रों और समाज को स्वस्थ जीवन के प्रति प्रेरित करना।
  • लैंगिक समानता: समान अधिकार और अवसरों के प्रति जागरूकता।
  • साइबर सुरक्षा: डिजिटल युग में सुरक्षित ऑनलाइन व्यवहार।
  • स्वच्छता: स्वच्छ पर्यावरण और व्यक्तिगत स्वच्छता का महत्व।

उन्होंने इन विषयों पर प्रभावी सामग्री निर्माण के लिए कला शिक्षकों का मार्गदर्शन किया और रचनात्मक विचार साझा किए।

प्रतिभागियों की भूमिका

कार्यशाला में उपस्थित शिक्षकों ने पोस्टर और कैलेंडर के माध्यम से इन मुद्दों को सरल और रचनात्मक तरीके से प्रस्तुत करने का प्रयास किया। यह शिक्षण सामग्री न केवल शैक्षणिक गतिविधियों में सहायक होगी, बल्कि छात्रों को इन मुद्दों के प्रति जागरूक भी करेगी। कार्यशाला का यह प्रयास समाज के लिए एक बड़ा संदेश देने और छात्रों में समसामयिक मुद्दों के प्रति समझ विकसित करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। उम्मीद है कि यह पहल छात्रों और समाज के बीच शिक्षा और जागरूकता का सेतु बनेगी।