देहरादून: एससीईआरटी उत्तराखंड के अपर निदेशक आशा रानी पैन्यूली ने गूगल मीट के माध्यम से 13 जनपदों के मुख्य शिक्षा अधिकारियों, डाइट प्राचार्यों और अन्य अधिकारियों के साथ एक ऑनलाइन बैठक का आयोजन किया। बैठक में एससीईआरटी के आईटी विभाग के प्रवक्ता रमेश बडोनी ने "हैकाथॉन: डिजिटल सोल्यूशंस, एआई कोडिंग और रोबोटिक्स चैलेंज सीरीज 2024-25" के आधार पत्रक को प्रस्तुत किया और प्रक्रिया की विस्तार से जानकारी दी।
हैकाथॉन का उद्देश्य और महत्त्व:
इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों में एआई, कोडिंग, और रोबोटिक्स कौशल के साथ-साथ उनकी आलोचनात्मक और गणनात्मक सोच को विकसित करना है। यह पहल एनईपी-2020 के लक्ष्यों के अनुरूप, बहु-विषयक शिक्षा को बढ़ावा देने और छात्रों के सर्वांगीण विकास में सहायक होगी।
कार्यक्रम के प्रमुख बिंदु:
- लक्षित समूह: कक्षा 6 से 12 के छात्र-छात्राएं।
- प्रमुख गतिविधियाँ: तकनीकी कक्षा संसाधन निर्माण, स्मार्ट खेती, जल शोधन प्रणाली, अक्षय ऊर्जा समाधान, और व्यक्तिगत सुरक्षा को बढ़ावा देने वाली तकनीकी परियोजनाएं।
- शिक्षकों के लिए समाधान: एआई आधारित आकलन प्रणाली, पर्सनलाइज्ड लर्निंग प्लेटफॉर्म, और वर्चुअल टीचिंग असिस्टेंट जैसी पहल।
सहयोग की अपील:
बैठक में अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण के डॉ. दिनेश चंद्र गौड़ ने सभी अधिकारियों से इस प्रतियोगिता में सक्रिय सहयोग करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह कार्यक्रम उत्तराखंड के छात्रों के कौशल विकास और प्रौद्योगिकी के प्रति उनकी रुचि बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
अंत में, अपर निदेशक आशा रानी पैन्यूली ने सभी प्रतिभागियों का धन्यवाद करते हुए कहा कि यह पहल छात्रों के उज्जवल भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित होगी।
संदर्भ: हैकाथॉन आधार पत्रक, एससीईआरटी उत्तराखंड।