उत्तराखंड में शिक्षा के क्षेत्र में नई पहल
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी), उत्तराखंड द्वारा आयोजित तीन स्तरीय संयुक्त छात्रवृत्ति परीक्षा में इस बार 17,874 छात्रों ने भाग लिया। यह परीक्षा केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयास से आयोजित की गई थी। इसका उद्देश्य मेधावी छात्रों को छात्रवृत्ति प्रदान कर उनकी शिक्षा को आर्थिक सहयोग देना है।
परीक्षा का आयोजन और चयन प्रक्रिया
एससीईआरटी के अपर निदेशक डॉ. मुकुल सती ने बताया कि इस परीक्षा के माध्यम से 1,048 छात्रों का चयन किया जाएगा। चयनित छात्रों में से 475 छात्र पांचवीं से आठवीं कक्षा तक के होंगे, जिन्हें राज्य स्तरीय छात्रवृत्ति योजना से लाभ मिलेगा। इसके अलावा, 1,623 छात्रों का चयन नौवीं से बारहवीं कक्षा तक की छात्रवृत्ति योजना के लिए किया जाएगा। डॉ. सती ने कहा, "यह परीक्षा मेधावी छात्रों के भविष्य को नई दिशा देने का एक महत्वपूर्ण प्रयास है।"
छात्रों की व्यापक भागीदारी
इस परीक्षा के लिए 19,109 छात्रों ने आवेदन किया, जिनमें से 17,874 छात्रों ने परीक्षा में हिस्सा लिया। यह संख्या प्रदेश के छात्रों की शिक्षा और छात्रवृत्ति योजनाओं में रुचि को दर्शाती है। परीक्षा में चयनित छात्रों को जनवरी 2025 तक परिणाम जारी होने के बाद छात्रवृत्ति दी जाएगी।
विशेष विद्यालयों के छात्रों को भी मिला अवसर
यह परीक्षा न केवल सरकारी विद्यालयों बल्कि निजी और सहायता प्राप्त विद्यालयों के छात्रों के लिए भी खुली थी। परीक्षा का उद्देश्य सभी छात्रों को समान अवसर प्रदान करना और शिक्षा में उनकी बाधाओं को दूर करना है।
एससीईआरटी की पहल से छात्रों को नया आयाम
एससीईआरटी के इस प्रयास को व्यापक सराहना मिल रही है। अपर निदेशक डॉ. मुकुल सती ने बताया कि इस पहल से न केवल छात्रों को आर्थिक सहायता मिलेगी, बल्कि उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों को भी प्रोत्साहन मिलेगा। यह परीक्षा राज्य सरकार और केंद्र सरकार के सहयोग से छात्रों के लिए एक सकारात्मक कदम है।
एससीईआरटी की यह पहल छात्रों को शिक्षा में प्रगति का मार्ग प्रशस्त करती है। इस तरह की योजनाएं राज्य के शिक्षा क्षेत्र में एक नया मील का पत्थर साबित हो रही हैं और यह उत्तराखंड के छात्रों के उज्ज्वल भविष्य के लिए एक मजबूत आधार तैयार कर रही है।