SCERT उत्तराखंड में ई-कंटेंट विकास हेतु स्टेट रिसोर्स ग्रुप (SRG) की राउंड 9 कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। इस छह दिवसीय कार्यशाला का आयोजन शिक्षकों को DIKSHA प्लेटफॉर्म हेतु प्रभावी ई-कंटेंट तैयार करने में सक्षम बनाने के उद्देश्य से किया गया है।
कार्यशाला का आरंभ सहायक निदेशक डॉ. के. एन. बिजलवाण के प्रेरणादायक वक्तव्य के साथ हुआ। उन्होंने प्रतिभागियों के ई-कंटेंट लेखन के प्रति रुचि की सराहना करते हुए पाठ्यक्रम की आवश्यकता और विषयगत जटिलताओं को ध्यान में रखते हुए गुणवत्तापरक सामग्री तैयार करने पर बल दिया।
आईटी प्रवक्ता आर. पी. बडोनी ने प्रतिभागियों को ई-सृजन (e-SRIJAN) MOOCs कोर्स की झलक दिखाते हुए उसकी सफलता और कार्यशैली से अवगत कराया। उन्होंने कोर्स का डैशबोर्ड दिखाया और DIKSHA के अनुरूप ई-कंटेंट लेखन की दिशा-निर्देश एवं लेखन के मूल तत्वों को विस्तार से समझाया।
नेशनल ICT अवॉर्डी शिक्षक सुप्रिया बहुखंडी, जो कार्यशाला में मुख्य संदर्भदाता के रूप में सहयोग कर रहे हैं, ने ई-कंटेंट लेखन की संरचना, स्क्रिप्टिंग योजना और सहयोगात्मक लेखन हेतु साझा स्प्रेडशीट की जानकारी दी। उन्होंने विषय विशेषज्ञों के साथ सहयोग कर बेहतर कंटेंट निर्माण की रणनीति प्रस्तुत की।
इस कार्यशाला में विज्ञान और मानविकी विषयों के कुल 53 प्रतिभागी शिक्षक भाग ले रहे हैं। अधिकतर शिक्षक पहली बार ई-कंटेंट लेखन में भाग ले रहे हैं, लेकिन सभी ने तकनीकी उपकरणों के प्रयोग और पाठ्यक्रम में ICT एकीकरण की अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की।
समन्वयक श्री एस. पी. वर्मा ने प्रतिभागियों का पंजीकरण और DIKSHA प्लेटफॉर्म का परिचय सत्र संचालित किया। इस अवसर पर नवाचार और डिज़ाइन थिंकिंग और Hackathon में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले, राज्य शिक्षक पुरस्कार प्राप्त डॉ. अशोक बडोनी को SCERT की ओर से स्मृति चिह्न प्रदान कर सम्मानित किया गया।
आर. पी. बडोनी ने कार्यशाला के कई सत्रों में ई-स्क्रिप्ट के उदाहरण (exemplars) प्रस्तुत कर प्रतिभागियों को ई-कंटेंट लेखन की महत्ता समझाई। वहीं तकनीकी सहयोग के लिए आईटीडीए टीम से संजीवन, शिल्पी और अन्य सदस्यों ने महत्वपूर्ण योगदान दिया।
कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने खुले मंच पर स्वयं का परिचय देते हुए अपने विषयों में ICT एकीकरण के अनुभव और अपेक्षाएं साझा कीं। यह कार्यशाला उत्तराखंड में गुणवत्तापरक ई-कंटेंट निर्माण की दिशा में एक और सशक्त कदम साबित हो रही है।