दिनांक: 3 से 5 जुलाई 2025 स्थान: एपीएफ, दिनेशपुर, उधमसिंह नगर
आयोजक: एससीईआरटी उत्तराखंड
इस तीन दिवसीय आवासीय प्रशिक्षण में राज्य भर से चयनित 32 प्रतिभागियों ने भाग लिया, जिनका उद्देश्य भविष्य में राज्य स्तरीय प्रशिक्षकों के रूप में कौशलम कार्यक्रम को आगे बढ़ाना है।
प्रशिक्षण के प्रमुख उद्देश्य
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शिक्षकों में 21वीं सदी के कौशल जैसे संचार, सहयोग, रचनात्मकता और आलोचनात्मक सोच का विकास।
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कौशलम मॉड्यूल की गहराई से समझ और उसे विद्यालयी परिप्रेक्ष्य में लागू करने की रणनीतियाँ।
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प्रतिभागियों को राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर के रूप में तैयार करना जो अपने-अपने जिलों में शिक्षक प्रशिक्षण का नेतृत्व कर सकें।
प्रमुख गतिविधियाँ और सत्र
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इंटरएक्टिव वर्कशॉप: जहां प्रतिभागियों ने समस्या-समाधान आधारित गतिविधियों और केस स्टडीज में भाग लिया।
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समूह कार्य और प्रस्तुति: जिससे प्रतिभागियों की टीम भावना और प्रस्तुति कौशल में सुधार हुआ।
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रिफ्लेक्टिव प्रैक्टिस सेशन: जिसमें प्रतिभागियों ने अपनी शिक्षण विधियों की समीक्षा कर नई रणनीतियाँ अपनाने का संकल्प लिया।
प्रशिक्षण समन्वयन
इस कार्यक्रम का समन्वयक मनोज शुक्ला, एससीईआरटी उत्तराखंड द्वारा किया गया। उन्होंने प्रतिभागियों को प्रेरित किया कि वे इस प्रशिक्षण को केवल एक कार्यक्रम के रूप में नहीं बल्कि एक शिक्षक के रूपांतरण की यात्रा के रूप में लें।
भावी दिशा
प्रशिक्षण उपरांत सभी प्रतिभागी अपने-अपने जिलों में "कौशलम" कार्यक्रम के ब्रांड एम्बेसडर के रूप में कार्य करेंगे और स्कूली शिक्षा में जीवन-कौशल आधारित शिक्षण को नई दिशा देंगे।