दिनांक: 13 अक्टूबर 2025
राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) उत्तराखंड के तत्वावधान में राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी 2025 का भव्य आयोजन जनपद पिथौरागढ़ के एशियन एकेडमी सीनियर सेकेंडरी स्कूल, एंचोली में किया गया। इस आयोजन में 13 जनपदों के 24 बाल वैज्ञानिकों ने “क्वांटम युग का आगाज़ : संभावनाएं और चुनौतियां” विषय पर अपने अभिनव विचार और शोध प्रस्तुत किए।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि श्रीमती कल्पना देवलाल, मेयर पिथौरागढ़; विशिष्ट अतिथि डॉ. हेमचंद्र पांडे, निदेशक, एल.एस.एम. परिसर पिथौरागढ़; श्री पद्मेंद्र सकलानी, अपर निदेशक, SCERT; तथा राज्य विज्ञान समन्वयक डॉ. देवराज सिंह राणा द्वारा संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन कर किया गया।
कार्यक्रम के समन्वयक डॉ. देवराज सिंह राणा ने संगोष्ठी की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए बताया कि इस आयोजन का उद्देश्य विद्यार्थियों में वैज्ञानिक खोज, विश्लेषणात्मक प्रवृत्ति और राष्ट्रीय एकता की भावना का विकास करना है। प्रत्येक प्रतिभागी को 6 मिनट का प्रस्तुतीकरण और 2 मिनट का प्रश्नोत्तर सत्र प्रदान किया गया।
इस प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका निभाई —
-
डॉ. गरिमा पुनेठा, असिस्टेंट प्रोफेसर, एल.एस.एम. परिसर, पिथौरागढ़
-
डॉ. योगेश कोठारी, असिस्टेंट प्रोफेसर, सीमांत इंजीनियरिंग कॉलेज, पिथौरागढ़
-
गौरव कुमार, उपनिदेशक, एन.आई.सी., पिथौरागढ़
राज्य विज्ञान संगोष्ठी 2025 के विजेताओं ने अपने उत्कृष्ट प्रदर्शन से सबका मन मोह लिया —
- निर्मल पवार, राजकीय इंटर कॉलेज, जखण्ड — प्रथम स्थान
- शोभित दुर्गापाल, अटल उत्कृष्ट राजकीय इंटर कॉलेज, फूलचौड़, नैनीताल — द्वितीय स्थान
- कुमारी यशस्वी जोशी, सोर वैली स्कूल — तृतीय स्थान
समापन सत्र की अध्यक्षता त्रिभुवन प्रसाद, सहायक कमांडेंट, 55वीं एस.एस.बी. पिथौरागढ़ द्वारा की गई। उन्होंने सभी विजेताओं और प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं ट्रॉफी प्रदान कर सम्मानित किया।
समाजसेविका और शिक्षिका लक्ष्मी बल्दिया ने सभी प्रतिभागियों को प्रोत्साहन स्वरूप एक डायरी भेंट की।
राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त निर्मल पवार आगामी राष्ट्रीय विज्ञान संगोष्ठी में, जो कि 30 अक्टूबर 2025 को विश्वेश्वरैया औद्योगिक एवं तकनीकी संग्रहालय, बेंगलुरु (कर्नाटक) में आयोजित होगी, उत्तराखंड राज्य का प्रतिनिधित्व करेंगे।
इस अवसर पर एशियन एकेडमी की निदेशक डॉ. संध्या पाल, प्रधानाचार्य एम.एस. बोरा, जनपद विज्ञान समन्वयक डॉ. विकास पंत, तथा SCERT से नीलम पंवार, प्रवक्ता, सहित अनेक शिक्षक और छात्र उपस्थित रहे।
कार्यक्रम का समापन डॉ. देवराज सिंह राणा द्वारा सभी अतिथियों, निर्णायकों और प्रतिभागियों को धन्यवाद ज्ञापन के साथ हुआ।
यह संगोष्ठी न केवल विद्यार्थियों के लिए एक सीखने का मंच सिद्ध हुई, बल्कि विज्ञान के क्षेत्र में नवाचार, खोज और रचनात्मकता को भी नई दिशा प्रदान करने वाली रही।