Thursday, October 16, 2025

“लोकधुन” कार्यक्रम में झूम उठा SCERT सभागार — संस्कृति और संगीत का संगम

 

दिनांक: 15 अक्टूबर 2025, स्थान: SCERT सभागार, देहरादून

समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड के तत्वावधान में आयोजित नवाचारी कार्यक्रम “लोकधुन” का आयोजन 15 अक्टूबर को SCERT के सभागार में किया गया। राज्य के 380 विद्यालयों में संचालित इस कार्यक्रम का उद्देश्य उत्तराखण्ड की लोक संस्कृति, संगीत और परंपरा को नई पीढ़ी तक पहुँचाना है।


कार्यक्रम का शुभारंभ निदेशक अकादमिक  बन्दना गर्ब्याल द्वारा किया गया। उन्होंने लोकगायक प्रीतम भरतवाण और प्रसिद्ध ढोल वादक डॉ. सोहन लाल सहित उनकी पूरी टीम का पुष्पगुच्छ भेंट कर स्वागत किया।


इस अवसर पर डॉ. उषा कटियार, प्रवक्ता SCERT, ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया जिसने पूरे सभागार को सांस्कृतिक वातावरण से सराबोर कर दिया। कार्यक्रम का संचालन गढ़वाली और कुमाउनी में थिएटर कलाकार धर्मेन्द्र नेगी तथा हिन्दी में रंगकर्मी व लोकप्रिय शिक्षक गिरीश बडोनी द्वारा किया गया, जिनके संयोजक शब्दों ने सभी को बांधे रखा।


लोकगायक प्रीतम भरतवाण और डॉ. सोहन लाल ने अपनी टीम के साथ ढोल, दमाऊं और रणसिंघा की थाप पर उत्तराखण्ड की लोकधुनों की ऐसी मनमोहक प्रस्तुति दी कि पूरा सभागार झूम उठा। “ढोल सागर” की ताल पर उनकी जुगलबंदी ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

कार्यक्रम में 100 से अधिक विद्यालयों के शिक्षक और छात्र उपस्थित रहे, जिन्होंने उत्साहपूर्वक इन लोक प्रस्तुतियों का आनंद लिया। इस अवसर पर अपर निदेशक समग्र शिक्षा कुलदीप गैरोला, उपनिदेशक अजीत भण्डारी और पल्लवी नैन सहित कई अधिकारी भी मौजूद रहे।


दूसरे सत्र में महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा ने आगमन कर सभी कलाकारों को बधाई दी और इस अनूठी पहल की सराहना की।

निदेशक बन्दना गर्ब्याल ने अपने वक्तव्य में कहा कि “लोकधुन” जैसे कार्यक्रम हमारी **संस्कृति को सहेजने और विद्यार्थियों तक जीवंत रूप में पहुँचाने का माध्यम हैं। यह पहल उत्तराखण्ड की लोक परंपरा को नए आयाम देगी।”