दिनांक: 16 अक्टूबर 2025 स्थान: आई.टी. लैब, SCERT उत्तराखण्ड, देहरादून
डिजिटल शिक्षा और शिक्षकों के सतत व्यावसायिक विकास पर MOOC 3.0 विकास कार्यशाला का शुभारंभ हुआ। यह कार्यशाला हाइब्रिड मोड (ऑनलाइन एवं ऑफलाइन) में दो दिवसीय रूप से आयोजित यिक विकास को नई दिशा देने के उद्देश्य से SCERT उत्तराखण्ड में आज से की जा रही है। इस पहल के माध्यम से SCERT ने डिजिटल शिक्षा के नए अध्याय की शुरुआत की है, जिसमें AI एकीकृत शिक्षण और डिजिटल दक्षता पर विशेष ध्यान केंद्रित किया गया है।
कार्यशाला में शामिल विशेषज्ञ (Experts & SMEs):
कार्यशाला में देशभर से SME (Subject Matter Experts) और ऑनलाइन कोर्स विशेषज्ञों ने भाग लिया।
ऑनलाइन रूप से जुड़े विशेषज्ञ:
- प्रो. अजय सेमल्टी, केन्द्रीय विश्वविद्यालय श्रीनगर (HNB)
- डॉ. किरण डंगवाल, लखनऊ विश्वविद्यालय
- डॉ. चाँदनी अग्रवाल, नई दिल्ली
- अल्पा निगम, राष्ट्रीय पुरस्कार एवं Fulbright स्कॉलर, उत्तर प्रदेश
- बर्जिन, तमिलनाडु
- इमरान खान, राजस्थान
- दौलत गुसाईं, राष्ट्रीय पुरस्कार शिक्षक, उत्तराखण्ड
- भास्कर जोशी, टेक शिक्षक, उत्तराखण्ड
- डॉ. अतुल बमराड़ा, आईसीटी शिक्षक
भौतिक रूप से उपस्थित प्रतिभागी:
- जे. पी. डोभाल, राष्ट्रीय पुरस्कार शिक्षक
- मनोधर नैनवाल, राष्ट्रीय पुरस्कार शिक्षक
- सुप्रिया बहुखण्डी, राष्ट्रीय पुरस्कार शिक्षक
- प्रदीप नेगी, राष्ट्रीय पुरस्कार शिक्षक
- भूपाल सिंह नेगी, प्रवक्ता डाइट यू एस नगर
- डॉ. आशीष रतूड़ी, सह प्रो डॉल्फिन संस्थान
- अंकित जोशी, एल टी अल्मोड़ा
- प्रकाश चंद्र उपाध्याय, राज्य शिक्षक पुरस्कार
- लता आर्या, प्रवक्ता, DIET चंपावत
- डॉ. आशुतोष वर्मा, प्रवक्ता, DIET चंपावत
इस कार्यक्रम का समन्वयन आई.टी. प्रवक्ता रमेश बडोनी द्वारा किया गया। उन्होंने कोर्स की संपूर्ण रूपरेखा, संरचना और SME कार्ययोजना पर विस्तृत प्रस्तुति साझा की।
निदेशक अकादमिक की अध्यक्षता में बैठक:
कार्यशाला की अध्यक्षता निदेशक अकादमिक बन्दना गर्ब्याल ने की। उन्होंने कहा कि “MOOC 1.0 और 2.0 की सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि हमारे शिक्षक डिजिटल शिक्षण के प्रति कितने उत्साही और नवाचारी हैं।” उन्होंने बताया कि:
- MOOC 1.0 को 44,000 शिक्षकों ने पूर्ण किया।
- MOOC 2.0 में अब तक 26,000 शिक्षक पंजीकृत हैं, जिनमें से 9,000 से अधिक को कोर्स प्रमाणपत्र प्राप्त हो चुके हैं।
गर्ब्याल ने सभी विशेषज्ञों का स्वागत करते हुए कहा कि अब समय है कि MOOC 3.0 को डिप्लोमा या पोस्ट ग्रैजुएट सर्टिफिकेट स्तर तक विकसित किया जाए, ताकि यह कोर्स "स्मार्ट डिजिटल टीचर" के कौशल को औपचारिक मान्यता प्रदान कर सके।
MOOCs 3.0 – SCERT Uttarakhand को राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP 2020) के अनुरूप तैयार किया गया है। इसका उद्देश्य शिक्षकों को AI-सक्षम शिक्षण, डिजिटल सुरक्षा, मल्टीमीडिया एकीकरण, और अनुसंधान लेखन जैसे कौशलों में दक्ष बनाना है।
छह प्रमुख कोर्स इस प्रकार हैं:
क्रमांक | कोर्स का नाम | अवधि | प्रमुख फोकस क्षेत्र |
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1 | Using AI in Productivity | 3 घंटे | दस्तावेज़, रिपोर्ट और कक्षा प्रबंधन में AI का उपयोग |
2 | AI-driven Interactive Lesson Plan Development | 3 घंटे | AI आधारित इंटरएक्टिव शिक्षण योजना निर्माण |
3 | AI-based Multimedia & Video Integration | 3 घंटे | AI वीडियो, ऑडियो और कहानी कहने के टूल्स |
4 | Cybersecurity & Digital Hygiene | 3 घंटे | साइबर सुरक्षा और डिजिटल स्वच्छता |
5 | AI, Coding & Educational Game Development | 2–3 घंटे | कोडिंग और गेम आधारित शिक्षण |
6 | Research Writing – Structure & Tools | 3 घंटे | अनुसंधान लेखन में AI और डिजिटल उपकरणों का उपयोग |