Tuesday, December 23, 2025

पीएम ई-विद्या पर आईटी विभाग SCERT उत्तराखंड के कार्यों की समीक्षा

 

संसाधन उन्नयन एवं ICT गुणवत्ता सुधार पर उच्च स्तरीय बैठक

राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) उत्तराखंड में पीएम ई-विद्या एवं ICT पहलों को लेकर एक महत्वपूर्ण समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा, उत्तराखंड –  दीप्ति सिंह द्वारा की गई।

बैठक के प्रारंभ में अकादमिक निदेशक  – बन्दना गर्ब्याल द्वारा महानिदेशक महोदया का पुष्प-भेंट कर स्वागत किया गया। इस अवसर पर निदेशक माध्यमिक शिक्षा डॉ. मुकुल कुमार सती, अपर निदेशक  पदमेन्द्र सकलानी तथा संयुक्त निदेशक डॉ. सयाना की गरिमामयी उपस्थिति रही।

ICT Initiatives of SCERT Uttarakhand : प्रमुख सारांश

आई टी विभाग प्रस्तुति के माध्यम से SCERT उत्तराखंड के आईटी विभाग द्वारा किए गए प्रमुख नवाचारों एवं उपलब्धियों को प्रस्तुत किया गया, जिनमें मुख्य रूप से—

  • UNESCO (IITE) द्वारा वैश्विक मान्यता
  • SCERT उत्तराखंड की ICT एवं AI पहलों को UNESCO की अंतरराष्ट्रीय गाइड में State Case Study के रूप में शामिल किया गया, जिससे राज्य को वैश्विक शिक्षा मानचित्र पर पहचान मिली।
  • MOOCs के माध्यम से शिक्षक क्षमता संवर्धन
  • ICT विभाग द्वारा विकसित MOOCs (Level 1 & 2) के माध्यम से 47,000+ शिक्षकों को ICT टूल्स, डिजिटल असेसमेंट, AI टूल्स एवं नवाचारी शिक्षण पद्धतियों में प्रमाणित किया गया।
  • PM eVIDYA एवं DIKSHA के लिए डिजिटल कंटेंट निर्माण
  • कक्षा 3 से 12 तक SRG के माध्यम से पाठ्यक्रम आधारित गुणवत्तापूर्ण ई-कंटेंट विकसित कर DIKSHA पोर्टल एवं PM eVIDYA YouTube चैनल पर उपलब्ध कराया गया।
  • राज्य स्तरीय हैकाथॉन एवं नवाचार इकोसिस्टम
  • 4900+ प्रस्तावों के साथ ऑनलाइन हैकाथॉन, 250+ शॉर्टलिस्टेड प्रोजेक्ट्स और छात्रों-शिक्षकों को राज्य स्तरीय पहचान।
  • SCERT वेबसाइट डिजिटलीकरण एवं ई-मैगज़ीन ‘रतब्याणी’
  • शोध, प्रशिक्षण, नवाचार एवं श्रेष्ठ प्रथाओं का डिजिटल रिपॉज़िटरी के रूप में विकास।
  • CLAP परियोजना एवं डिजिटल वैन
  • दूरस्थ एवं ग्रामीण क्षेत्रों में डिजिटल लर्निंग की पहुँच सुनिश्चित करना।

बैठक में दिए गए प्रमुख सुझाव (ICT के माध्यम से गुणवत्ता सुधार)

1. महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा – दीप्ति सिंह के सुझाव

  • पीएम ई-विद्या चैनलों के लिए उन्नत तकनीकी संसाधनों (High-end systems, studio support, cloud storage) का प्रावधान।
  • कंटेंट में शैक्षिक गुणवत्ता, पहुँच और निरंतरता सुनिश्चित करने हेतु मानक (Quality Benchmarks) विकसित किए जाएँ।
  • ICT पहलों को राष्ट्रीय स्तर पर स्केलेबल मॉडल के रूप में प्रस्तुत करने पर बल।
  • माध्यमिक स्तर पर AI, डिजिटल असेसमेंट और वर्चुअल लैब के समन्वय पर बल।

2. निदेशक अकादमिक बन्दना गर्ब्याल ने संस्थान के मुखिया के तौर पर इस बिन्दुओ पर चर्चा मे रखा -

  • उच्च गुणवत्ता के संसाधन के लिए संसाधन दिए जाने पर कार्ययोजना 
  • ICT को केवल तकनीक न मानकर पैडागॉजी से जोड़ने की आवश्यकता।
  • शिक्षकों द्वारा तैयार ई-कंटेंट की शोध-आधारित समीक्षा एवं डॉक्यूमेंटेशन
  • वैश्विक पहचान को राष्ट्रीय मंचों, सम्मेलनों एवं नीति संवाद तक ले जाने की रणनीति।

3. निदेशक माध्यमिक शिक्षा – डॉ. मुकुल कुमार सती के सुझाव

  • सभी ICT प्रस्तावों को शैक्षिक परिणामों (Learning Outcomes) से जोड़ने पर जोर।
  • संसाधन पूर्ति हेतु स्पष्ट प्रस्ताव एवं योजना आधारित डिमांड प्रस्तुत करने का सुझाव।

4. अपर निदेशक – पदमेन्द्र सकलानी के अनुसार 

  • ICT विभाग के लिए मानव संसाधन एवं तकनीकी संसाधनों का सुदृढ़ीकरण
  • PM eVIDYA, DIKSHA, MOOCs एवं हैकाथॉन को एकीकृत डिजिटल रणनीति के तहत संचालित करने की आवश्यकता।

संयुक्त निदेशक विनोद कला ने बैठक में ICT पहलों की मैदानी उपयोगिता और नीतिगत क्रियान्वयन पर विशेष कहा कि ताकि ICT आधारित सभी शैक्षिक कार्यक्रमों को विद्यालय स्तर तक प्रभावी रूप से लागू करने हेतु स्पष्ट Implementation Framework तैयार किया जाना चाहिए। 
इसी क्रम मे सहायक निदेशक डॉ के एन बिजलवान ने कहा कि PM eVIDYA, DIKSHA और MOOCs जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म का उपयोग केवल कंटेंट तक सीमित न रहकर कक्षा-कक्ष शिक्षण, मूल्यांकन एवं रेमेडियल सपोर्ट से जोड़ा जाए। डॉ सायना के अनुसार  ICT के माध्यम से नीति, नवाचार और कक्षा-कक्ष के बीच की दूरी को कम किया जा सकता है, बशर्ते इसे योजनाबद्ध और सतत रूप से लागू किया जाए। इस बैठक में संयुक्त निदेशक कमला बड़वालकैलाश डंगवाल,  रमेश बडोनी,  शिव प्रकाश वर्मा, पुष्पा असवाल,  सौरभ जोशी,  विनय उनियाल,  हिमानी भट्ट सहित अन्य सदस्य उपस्थित रहे।
यह समीक्षा बैठक SCERT उत्तराखंड के ICT विभाग के लिए दिशा-निर्देशन्  एवं  दीक्षा -पीएम ई-विद्या के माध्यम से किए जा रहे नवाचार, वैश्विक मान्यता और राष्ट्रीय स्तर पर विस्तार की संभावनाओं को देखते हुए, संसाधन उन्नयन एवं गुणवत्ता सुधार हेतु ठोस सुझाव प्राप्त हुए ताकि  ICT के माध्यम से उत्तराखंड शिक्षा को नवाचार, समावेशन और गुणवत्ता की नई ऊँचाइयों तक ले जाने के लिए SCERT निरंतर प्रयास करता रहे ।