Friday, March 07, 2025

अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर SCERT में सम्मान एवं अभिनंदन समारोह


देहरादून, 7 मार्च: अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर SCERT के ऑडिटोरियम में एक गरिमामयी सम्मान एवं अभिनंदन समारोह आयोजित किया गया। इस विशेष अवसर पर निदेशक (अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण) बंदना गर्ब्याल ने अपनी पूज्य माताजी के साथ कार्यक्रम में शिरकत की। परिषद में कार्यरत सभी महिला संकाय सदस्य, प्रदेश की शिक्षिकाएं तथा अन्य महिलाओं का हर्षोल्लास के साथ अभिनंदन किया गया।


अपने प्रेरणादायक संदेश में निदेशक बंदना गर्ब्याल ने महिलाओं को अपने अधिकारों और प्राप्त अवसरों पर गर्व करने के बजाय स्वाभिमानी बनने की अपील की। उन्होंने अपनी माताजी को आत्मीयता के साथ मंच से नमन किया और अपने जीवन व करियर में माता-पिता की अमूल्य भूमिका पर प्रकाश डाला। इस दौरान उन्होंने अपनी मातृभाषा 'रं' में महिला शक्ति पर काव्य वाचन किया, जिससे पूरे सदन में ऊर्जा और जागरूकता का संचार हुआ।


प्रशंसा और सम्मान के भाव

कार्यक्रम के मंच संचालक डॉ. अवनीश उनियाल ने निदेशक की प्रशंसा करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में राज्य एवं देश में शिक्षा की गुणवत्ता और सद्भाव का स्तर अनुकरणीय रहा है। इस अवसर पर प्रदेशभर से आईटी विभाग में प्रशिक्षण प्राप्त कर रही शिक्षिकाओं ने भी महिला सम्मान और शक्ति पर अपने विचार प्रस्तुत किए।


शिक्षिका अरुणिमा  शर्मा ने महिलाओं की शक्ति को एक शेरनी की उपमा देते हुए प्रेरणादायक वृतांत साझा किए, जिससे सभी उपस्थितजन प्रभावित हुए। वहीं, सुनील भट्ट, विनय थपलियाल, डॉ. मनोज शुक्ला, भुवनेश पंत, कमलेश आदि ने महिला सम्मान एवं उनके प्रति सजीवता और आदर बनाए रखने पर जोर दिया। 

डॉ. साधना डिमरी ने वैदिक काल की महान विदुषी मैत्रेयी के संदेश का संस्कृत में वाचन कर एक नई प्रेरणा दी। इस दौरान उपनिदेशक शैलेश श्रीवास्तव एवं परिषद के संकाय सदस्यों ने निदेशक एवं उनकी माताजी को पुष्पगुच्छ भेंट कर सम्मानित किया। साथ ही, परिषद के पुरुष संकाय सदस्यों द्वारा सभी महिला शिक्षिकाओं और संकाय सदस्याओं को पुष्प अर्पित कर अभिनंदन किया गया।


इस आयोजन ने न केवल महिला सशक्तिकरण की भावना को प्रबल किया, बल्कि समाज में महिलाओं के योगदान और उनकी गरिमा को सम्मान देने का संदेश भी दिया।

Thursday, March 06, 2025

शिक्षक प्रशिक्षकों हेतु एस.सी.ई.आर.टी.उत्तराखण्ड द्वारा आयोजित राज्य संदर्भ समूह (SRG) गणित कार्यशाला संपन्न

 Dr Manoj Kumar Shukla 

    

ई-लर्निंग सेंटर - आई टी लैब - : दीक्षा कंटेंट कार्यशाला का समापन समारोह


उत्तराखंड एससीईआरटी के ट्रेनिंग हॉल में आज दीक्षा कंटेंट कार्यशाला के समापन समारोह का आयोजन किया गया। इस समारोह का नेतृत्व उपनिदेशक एससीईआरटी शैलेश श्रीवास्तव द्वारा किया गया और सभी शिक्षकों को प्रमाण पत्र दिए गए। इस अवसर पर आईटीडीए के संजीवन चंद्र सूंठा, शिल्पी नेगी, आईटी विभाग के रमेश बडोनी और एसपी वर्मा के साथ पुष्पा असवाल भी उपस्थित रहे।

    
                                                                

आज प्रतिभागियों को इस समापन समारोह में अपने फीडबैक साझा करने का अवसर दिया गया। प्रतिभागी शेखर बुटोला ने इस प्रशिक्षण को अपने लिए एक अविस्मरणीय अनुभव बताया। अदिति और नुपुर शर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि इस कार्यशाला ने उन्हें नई चीजें सीखने का अवसर प्रदान किया है, जिससे वे अपने स्कूलों में नव नियुक्त शिक्षक के रूप में छात्रों की अधिक सहायता कर सकते हैं।

गुलशन चौहान और प्रीतम नेगी  ने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि वे इस प्रकार की ट्रेनिंग से प्रेरित होकर अपने स्कूलों में नए प्रकार के इंटरएक्टिव कंटेंट तैयार करेंगे, जिससे छात्रों को अधिक लाभ मिलेगा। संजय असवाल, मनोज सिंह, भावना भंडारी और गंगाधर भट्ट ने भी अपने विचार प्रस्तुत किए और बताया कि इस ट्रेनिंग से उन्हें बहुत कुछ सीखने को मिला।

इस कार्यशाला के दौरान प्रतिभागियों ने साइबर सिक्योरिटी, विभिन्न सिस्टम्स में लॉगिन प्रक्रिया, गूगल टूल्स जैसे गूगल प्रेजेंटेशन, ईमेल, क्विज निर्माण, गूगल फॉर्म्स और कोलैबोरेटिव लर्निंग प्लेटफॉर्म का उपयोग सीखने का अनुभव प्राप्त किया। उन्होंने बताया कि इस प्रशिक्षण से उन्हें लर्निंग मटेरियल को प्रभावी ढंग से साझा करने के नए तरीके मिले।


         

     

समापन समारोह में प्रतिभागियों ने आग्रह किया कि भविष्य में भी इस प्रकार की हैंड्स-ऑन प्रैक्टिस आधारित ट्रेनिंग आयोजित की जाएं, जिससे वे अपने शिक्षण को और अधिक रोचक, तकनीकी-संपन्न और गुणवत्तापूर्ण बना सकें। उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि इस तरह की कार्यशालाओं से शिक्षक अधिक प्रभावी तरीके से शिक्षण सामग्री तैयार कर सकते हैं, जिससे छात्रों को इंटरएक्टिव और आकर्षक शिक्षा प्राप्त हो सके।

यह कार्यशाला उत्तराखंड में डिजिटल शिक्षा और आधुनिक शिक्षण पद्धतियों को बढ़ावा देने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम साबित हुई। प्रतिभागियों ने इस अवसर पर SCERT और आईटीडीए के संयुक्त प्रयासों की सराहना की और आशा जताई कि भविष्य में भी इस प्रकार के प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। 

 

   













प्रतिभागियों ने आईटीडीए और SCERT द्वारा निर्मित ई-लर्निंग सेंटर और आईटी लैब की उपयोगिता की सराहना की। उन्होंने कहा कि इस लैब में कार्य करने से उन्हें दीक्षा प्लेटफॉर्म पर कंटेंट निर्माण में सहायता मिली। इसके साथ ही, SCERT द्वारा निर्मित MOOC कोर्स को करने में भी उन्हें सहायता प्राप्त हुई।




प्रतिभागी शिक्षकों की सूची