Friday, February 09, 2024

11 छात्र - छात्राएं इन्सपाइर अवॉर्ड मानक के लिए चयनित राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे प्रतिभाग

 

उत्तराखण्ड के छात्रों को मिला इन्सपाइर अवॉर्ड:राष्ट्रीय स्तर पर करेंगे प्रतिभाग

9 फरवरी को, उत्तराखण्ड राज्य से आए 11 छात्र और छात्राओं को इन्सपाइर अवॉर्ड मानक प्रतियोगिता में चयनित किया गया है। ये युवा वैज्ञानिक अब राष्ट्रीय स्तर पर अपनी प्रतिभा का परिचय देंगे।इस दो दिवसीय प्रतियोगिता में, 122 मे से 111 से अधिक छात्रों ने उत्तराखण्ड के जनपदों से प्रतिभाग लिया। इनके प्रोजेक्ट्स और प्रोटटाइप ऐक्टिव मॉडल्स को पूर्व से 10,000 रुपये के पुरस्कार प्रदर्शन के लिए मिल चुका है ।  इन्हीं में से 11  यंग इन्सपाइर स्कालर को जूरी ने चयन किया है। बन्दना गर्व्याल, निदेशक अकादमिक,शोध एवं मूल्यांकन ने प्रेषित की सभी विजताओं को शुभकामनाएं और अपने संदेश मे कहा की चयनित प्रोजेक्ट्स को और भी परिमार्जन कर देश और दुनिया मे प्रदर्शन के लिए गाइड शिक्षकों को आगे आना चाहिए। 


इन 11 चयनित प्रोजेक्ट्स और मॉडल्स को अब राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तुत किया जाएगा। इसके बाद, चुने गए लगभग 60 मॉडल्स को जापान इक्स्पोशर के लिए भी भेजा जाएगा, जहां वे प्रदर्शन करेंगे।

इस सफलता के बाद, उत्तराखण्ड राज्य सरकार से एस सी ई आर टी ने इन छात्रों को पुरुस्कार दिए । एस सी ई आर टी से  संयुक्त निदेशक आशा रानी पैन्यूली और अन्य अधिकारियों ने उन्हें पुरस्कार दिए।राज्य समन्वयक डॉ अवनीश उनियाल ने कार्यक्रम के सफल संचालन के लिए टेहरी के मुख्य शिक्षा अधिकारी एस पी सेमवाल और उनकी समर्पित टीम का हार्दिक अभिनंदन किया ।


चयनित छात्रों की सूची:

       सचिन कुमार - टिहरी गढ़वाल
  विकास गोसाई - टिहरी गढ़वाल
  स्वीटी - उधम सिंह नगर
  कामिनी देवी - उधम सिंह नगर
  कशिश - उधम सिंह नगर
  कौस्तुभ शर्मा - देहरादून
 आरिफ खान - अल्मोड़ा
  मयंक राणा - रुद्रप्रयाग
  निहारिका आर्य - नैनीताल
 दिव्या - नैनीताल
  आयुष - उत्तरकाशी

चयनित जूरी:

       डॉ नवनीत कुमार,
 आलोक गौतम,
 सूर्यकांत तिवारी

यह प्रतियोगिता छात्रों को नए स्तर पर ले जाने और उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में प्रेरित करने का एक अद्वितीय माध्यम है।

Thursday, February 08, 2024

नरेंद्रनगर पालिका रामलीला मैदान : 11वीं राज्य स्तरीय इंस्पायर अवार्ड-मानक प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता का शुभारंभ

 

उत्तराखंड के वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल ने किया दीप प्रज्वलन और शुभारंभ हुआ  नरेंद्रनगर के पालिका रामलीला मैदान में इंस्पायर अवार्ड-मानक की 11वीं राज्य स्तरीय प्रदर्शनी एवं प्रोजेक्ट प्रतियोगिता

मुख्य अतिथि: 

        वन एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री सुबोध उनियाल
 एनसीईआरटी की निदेशक बन्दना गर्व्याल
 अपर निदेशक ए के नौडियाल 
 संयुक्त निदेशक आशा पैन्यूली 
 नि-वर्तमान पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार
मुख्य शिक्षा अधिकारी शिव प्रसाद सेमवाल

इस मौके पर मंत्री सुबोध उनियाल ने इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिता को छोटी उम्र के स्कूली बच्चों में इनोवेशन और रचनात्मक सोच को बढ़ावा देने का महत्व बताया। उन्होंने कहा कि आज के बच्चे ही कल के देश के भविष्य हैं और इस प्रतियोगिता के माध्यम से उन्हें विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में रुचि और उत्साह का संचार किया जा रहा है। 


उनियाल ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया का कोई भी बड़ा सा लक्ष्य कर्मठ, संघर्षशील और काम के प्रति समर्पण से भरपूर व्यक्तित्व की हिम्मत से बड़ा नहीं हो सकता। उन्होंने इस प्रतियोगिता के माध्यम से बच्चों को विज्ञान अध्ययन एवं अनुसंधान के प्रति उनकी रुचि आकर्षित करने व इस क्षेत्र में उन्हें अपना करियर बनाने के मकसद से भारत सरकार की विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा आयोजित की जाने वाली इंस्पायर अवार्ड प्रतियोगिताओं की महत्वता पर भी विचार किया।

इस मौके पर वन मंत्री उनियाल ने बच्चों द्वारा तैयार किए गए प्रोजेक्ट्स का निरीक्षण किया, उनकी मेहनत की प्रशंसा की, और शिक्षकों के मार्गदर्शन की सराहना की। उन्होंने उम्मीद जताई कि बच्चे अपने हुनर को राष्ट्रीय प्रदर्शनी में दिखाकर प्रदेश, देश और अपने गुरुजनों के नाम के साथ अपना नाम रोशन करेंगे। इस अवसर पर एससीईआरटी की निदेशक वंदना गर्व्याल ने प्रतियोगिता के महत्व को व्यक्त किया और बच्चों को उनके प्रयासों के लिए प्रशंसा की। नि-वर्तमान पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार ने सभी का आभार व्यक्त किया और इस प्रतियोगिता को सफल बनाने में योगदान किया।

राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए चयन किए गए 12 बच्चों का चयन किया गया इस प्रतियोगिता में प्रदेश भर के 13 जनपदों से कक्षा 6 से 10 तक के अध्यनरत 10 से 15 वर्ष तक के 122 बाल वैज्ञानिकों ने प्रतिभाग किया। इस प्रतियोगिता से 12 बच्चों का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए किया गया है। 

इस विज्ञान प्रदर्शनी में बाल विज्ञानियों ने अपने विचार और सोच के आधार पर एक से बढ़कर एक स्वनिर्मित प्रोजेक्ट्स प्रस्तुत किए और निर्णायकों को अपने प्रोजेक्टों की जानकारियां भी दी। बच्चों ने इस तरह के कार्यक्रमों से एक दूसरे से सीखने का मौका पाया और वैज्ञानिक सोच को बढ़ावा दिया। इस मौके पर नि-वर्तमान पालिका अध्यक्ष राजेंद्र विक्रम सिंह पंवार ने मंत्री सुबोध उनियाल सहित सभी का आभार व्यक्त किया।

राष्ट्रीय प्रतियोगिता में ब्रिलियंट बच्चों का प्रतिनिधित्व

अब इन 12 चयनित बच्चों का चयन राष्ट्रीय प्रतियोगिता के लिए किया गया है, जहां वे अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करके राष्ट्रीय स्तर पर प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस प्रक्रिया से न केवल उन्हें अधिक अवसर मिलेगा, बल्कि वे भविष्य में भारतीय विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान भी दे सकते हैं।

इस संबंध में मुख्य शिक्षा अधिकारी शिवप्रसाद सेमवाल ने कहा कि इस प्रतियोगिता में चयनित बच्चों को राष्ट्रीय स्तर पर सफलता के लिए शुभकामनाएं दी। इस सफल कार्यक्रम के लिए कार्यक्रम संयोजक अलख नारायण दुबे, प्रधानाचार्य पंकज ड्यूडी, अनिल कुकरेती, तथा जिलों के समन्वयकों व अधिकारियों का भी सहयोग मिला।

बच्चों का नवाचार और योगदान

यह प्रतियोगिता न केवल विज्ञान के क्षेत्र में नवाचार और योगदान को प्रोत्साहित करती है, बल्कि बच्चों के बीच टीमवर्क, नई सोच, और समस्याओं का समाधान करने की क्षमता को भी बढ़ावा देती है। इस प्रकार के कार्यक्रम बच्चों में आत्म-विश्वास और सामाजिक जिम्मेदारी का भाव भी विकसित करते हैं।

सफल कार्यक्रम के बाद उत्तराखंड के बच्चों में जागरूकता

इन्सपाइर अवॉर्ड मानक उत्तराखण्ड के राज्य समन्वयक अवनीश उनियाल ने इस सफल कार्यक्रम के बाद, उत्तराखंड के बच्चों में विज्ञान और प्रौद्योगिकी के प्रति जागरूकता में वृद्धि होगी। यह कार्यक्रम उन्हें नई दिशा और उत्साह प्रदान करेगा, जिससे वे भारतीय समाज और विज्ञान-प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में नए और महत्वपूर्ण योगदान के लिए तैयार होंगे।






आदिवासी कल्याण विभाग, कर्नाटक राज्य सरकार के अधिकारियों का आनंदम् पाठ्यचर्या शैक्षिक भ्रमण

 

आदिवासी कल्याण विभाग, कर्नाटक राज्य सरकार के अधिकारियों का आनंदम् पाठ्यचर्या के संदर्भ में शैक्षिक भ्रमण कार्यक्रम-

कर्नाटक से आए प्रतिनिधियों ने आनंदम् कक्षाओं का भौतिक आकलन और निरीक्षण करने के लिए जीयूपीएस नागलहाटनाला, जीपीएस नानुरखेड़ा, डीआईईटी देहरादून का दौरा किया और शिक्षकों से चर्चा की।

कर्नाटक अपने आदिवासी समुदायों में इस प्रकार के कार्यक्रम (मूल्य और जीवन कौशल आधारित/एसईएल आधारित) कार्यक्रम लागू करना चाहते हैं। इसको लेकर उन्होंने डीआइआर से चर्चा की. एआरटी, निदेशक बन्दना गरबयाल के साथ परिचर्चा की ।ससीईआरटी, संयुक्त निदेशक आशारानी पेनुली, एम एस बिष्ट भी मौजूद रहे ।

इस आनंदम् संवाद बैठक में राज्य समन्वयक डॉ. साधना डिमरी ने आनंदम् पथ्याचार्य का परिचय/अवधारणा प्रस्तुत की। इस परिचर्चा के समय सभी अधिकारियों ने भी अपने विचार साझा किये और उत्तराखंड सरकार की इस पहल की सराहना की।



Wednesday, February 07, 2024

राज्य स्तरीय सड़क सुरक्षा कार्यक्रम हेतु मास्टर ट्रेनर्स का प्रशिक्षण संवर्धन कार्यक्रम का आयोजन


एस सी ई आर टी देहरादून द्वारा , सड़क सुरक्षा नियमों को विद्यालय स्तर पर छात्रों तक पहुंचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम का आयोजन 6 फरवरी से 8 फरवरी देहरादून  में किया जा रहा है। इस कार्यक्रम के माध्यम से, राज्य स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी विद्यालय स्तर के साथ ही आम जनमानस तक पहुंचाने के लक्ष्य को प्राप्त करने का प्रयास किया जा रहा है। 


संयुक्त निदेशक आशा रानी पैन्यूली के अनुसार इस प्रशिक्षण के दौरान, मास्टर ट्रेनर्स को विभिन्न विषयों पर शिक्षा दी जाएगी, जैसे कि सड़क सुरक्षा के महत्व, यातायात के नियम, सड़क के प्रकार, सड़क संकेतक, और बचाव के उपाय। यह प्रशिक्षण न केवल विद्यालय स्तर के शिक्षकों को विभिन्न निर्देशों के साथ संचालित करेगा, बल्कि उन्हें अपने विद्यालयों में सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी प्रदान करने के लिए भी तैयार करेगा।  यह प्रशिक्षण कार्यक्रम विद्यालय स्तर पर छात्रों को सड़क सुरक्षा नियमों की जानकारी देने के साथ-साथ आम जनमानस और समाज को भी सड़क सुरक्षा के महत्वपूर्ण नियमों से अवगत कराने का उद्देश्य रखता है, जिससे सड़क दुर्घटनाओं की मृत्यु दर में कमी आ सके।


इस कार्यक्रम में अनेक अधिकारी,  अपर निदेशक, अजय कुमार नौडियाल, एससीईआरटी से ,डा कृष्णानन्द बिजल्वाण, डा राकेश गैरोला एवं कार्यक्रम के समन्वयक विनय थपलियाल एवं अखिलेश डोभाल भाग ले रहे हैं। उत्तराखंड के 13 डायटस एवं उनसे संबंधित जिलों के प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक भी इस कार्यक्रम में भाग ले रहे हैं।




Tuesday, February 06, 2024

राज्य में मोबाइल एप के माध्यम से संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा

 

उत्तराखण्ड राज्य में मोबाइल एप के माध्यम से संस्कृत शिक्षा को बढ़ावा


उत्तराखंड राज्य एस सी ई आर टी ने संस्कृत विषय पर मोबाइल एप निर्माण की शुरुआत की है। उत्तराखंड राज्य SCERT के सभागार में आयोजित हुई मोबाइल एप कक्षा 6 से 12  तक की कक्षाओं के लिए कार्यशाला के दौरान, इसका उद्देश्य यह है  कि राज्य के विद्यालयों में संस्कृत शिक्षा को समर्थ और उपयोगी बनाने के लिए ई-कंटेंट को मोबाइल एप के माध्यम से पहुंचाया जाए।

इस कार्यशाला में प्रदेश के कंटेंट निर्माण सदस्य और एप गुरु इमरान खान और अल्पा निगम ने प्रमुख भूमिका निभाई। निदेशक, अकादमिक शोध एवं  मूल्यांकन; बंदना गर्ब्याल द्वारा कार्यशाला का शुभारंभ किया गया, जिसमें एप गुरु इमरान खान और अल्पा निगम को सम्मानित किया गया।




कार्यशाला में एप गुरु इमरान खान ने बाइल  एप के लिए सामग्री का वर्क प्लान तैयार किया, जो संगठित और उपयोगी होगा। इसके अलावा, संबंधित पाठ्यक्रमों के लिए ई-कंटेंट बनाने के लिए प्रतिभागियों के बीच साझा की गई सामग्री को संसाधनों के साथ साझा किया गया।

इस महत्वपूर्ण कार्यशाला के माध्यम से, शिक्षकों को संस्कृत के पाठ्यक्रम में आधारित पाठ योजनाओं पर ई-कंटेंट बनाने का अवसर मिला है। संयुक्त निदेशक आशा पैन्यूली  ने सभी प्रतिभागियों का स्वागत किया और मोबाईल एप पर विशेष कार्य किए जाने पर ध्यान देने का आग्रह किया गया ।

समर्पण और संस्कृत शिक्षा में योगदान के लिए सभी प्रतिभागियों को धन्यवाद देते हुए, निदेशक ने प्रथम दिवस का समापन किया। उन्होंने योजना बनाने का आह्वान किया, ताकि इस प्रकार के एप भविष्य में कक्षा 12 तक के सभी विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध हो सके। इससे उनकी प्रासंगिकता और छात्र हित में वृद्धि होगी। कार्यक्रम समन्वयक आलोक प्रभा पाण्डेय ने ई कंटेन्ट की विकास रूपरेखा प्रस्तुत कर प्रतिभागियों के द्वारा तैयार सामग्री को भी साझा किया। 



Monday, February 05, 2024

डायरेक्टर अकादमिक शोध एवं मूल्यांकन ने किया DIET उधमसिंह नगर का निरीक्षण

उधम सिंह नगर, 5 फरवरी 2024

डायरेक्टर अकादमिक शोध एवं मूल्यांकन ने किया DIET उधमसिंह नगर का निरीक्षण:
आज, जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान, उधमसिंह नगर में अकादमिक शोध एवं मुलायंकन उत्तराखंड , निदेशक महोदया श्रीमती बंदना गर्ब्याल   ने औचक निरीक्षण किया। इस मौके पर बंदना गर्ब्याल , ने डाइट  के सभी विभागों का निरीक्षण किया और स्वयं शिक्षक प्रशिक्षकों से मिलकर उनके विचार सुने। डायरेक्टर ने  स्थानीय कार्य संस्कृति को बढ़ावा देने के  लिए नए कदम उठाए जाने की बात कही । उन्होंने विभिन्न विभागों में स्वयं जाकर शिक्षक प्रशिक्षकों से बातचीत की और उनकी समस्याओं का समाधान निकालने का प्रयास किया। 

इस मौके पर प्राचार्य (प्रभारी), श्री चौहान, ने डायरेक्टर का हार्दिक स्वागत किया और उन्हें संस्थान के सफल कार्य प्रबंधन के लिए समर्थन दिया। उन्होंने आईटी विभाग और शिक्षक शिक्षा विभाग को निर्देशित किया और कार्य प्रबंधन पर विशेष फोकस करने का सुझाव दिया।डायरेक्टर ने इस निरीक्षण के दौरान संस्थान के डीएलएड की प्रथम और तीसरे सेमेस्टर के प्रशिक्षुओं के साथ बातचीत की और उनके विचारों को सुना। उन्होंने संस्थान की आईटी लैब एवं STEM लैब का भी निरीक्षण किया और उन्होंने सुनिश्चित किया कि प्रशिक्षकों  को नवाचारी तकनीकी उपकरणों का उपयोग करने का सुन्दर अवसर मिले। 

इसके अलावा, डायरेक्टर ने संस्थान में अकादमिक कार्यों की गुणवत्तापूर्ण संपादन के लिए सभी स्टाफ की मेहनत की सराहना की और उन्हें समर्थन दिया। उन्होंने राज्य सेक्टर के अंतर्गत बजट के खर्चे की चुनौती पर भी चर्चा की और सुनिश्चित किया कि शिक्षा क्षेत्र में किसी भी क्षेत्र में कमी नहीं आएगी। 


इस उद्यमी निरीक्षण के बाद, संस्थान में नए परियोजनाओं एवं उन्नति की दिशा में एक नया मोड़ आया है। डायरेक्टर ने उधमसिंह नगर को एक नए शिक्षा केंद्र की ऊँचाइयों तक पहुँचाने के लिए कठिनाइयों का सामना करते हुए भी निरंतर समर्थन और मार्गदर्शन का आभास कराया है।




Sunday, February 04, 2024

SCERT: Massive Open Online Course (MOOC) tailored for teachers

 


Exciting News for Educators in Uttarakhand! The Information Technology Department of the State Council of Educational Research and Training (SCERT) Uttarakhand is set to launch a cutting-edge Massive Open Online Course (MOOC) tailored for teachers. This upcoming course focuses on the seamless integration of technology into teaching plans, empowering educators with the latest tools and methodologies for an enriched learning experience. Designed to cater to the dynamic needs of modern classrooms, the MOOC promises to equip teachers with essential skills to harness the potential of technology in education. Stay tuned for further details and enrollment information as SCERT Uttarakhand continues to lead the way in fostering innovative teaching practices.


Friday, February 02, 2024

मोबाईल एप : एस सी ई आर टी -शिक्षक शिक्षा विभाग माध्यमिक स्तर पर संस्कृत पाठ्यक्रम के लिए लॉन्च करेगा



मोबाइल एप्लिकेशन "एस सी ई आर टी -शिक्षक शिक्षा " द्वारा माध्यमिक स्तर के लिए संस्कृत पाठ्यक्रम का जल्द होगा शुभारंभ

उत्तराखण्ड एस सी ई आर टी , शिक्षा विभाग ने एक नई पहल के रूप में माध्यमिक स्तर के छात्रों के लिए संस्कृत पाठ्यक्रम को और भी सहज बनाने के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का शुभारंभ करने का निर्णय लिया है। इस एप्लिकेशन का लॉन्च राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अनुरूप किया जा रहा है, जिसका उद्देश्य शिक्षा को इनोवेटिव और तकनीकी बनाना है। इस एप्लिकेशन के माध्यम से छात्रों को संस्कृत के महत्वपूर्ण अंशों का सीधा अध्ययन करने का अवसर मिलेगा। इस एप्लिकेशन के माध्यम से छात्र स्वयं अपनी गति और समझ के हिसाब से सीख सकेंगे और इससे उनकी शिक्षा में रूचि बढ़ेगी। अकादमिक शिक्षा निदेशक बंदना गर्ब्याल ने बताया, "एस सी आर टी -संस्कृत " छात्रों के लिए अधिक सुगम और समझदार बनाने के लिए विभिन्न प्रशिक्षण कार्यक्रमों के साथ जोड़ा गया है। इस एप को विकसित करने के लिए प्रसिद्ध अन्तराष्ट्रिय ख्याति और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षक एप गुरु इमरान खान, राजस्थान और राष्ट्रीय पुरस्कार प्राप्त शिक्षक अल्पना निगम ने प्रदेश की कंटेन्ट निर्माण समूह के साथ सहयोग कर रहे हैं ।

यह मोबाइल एप्लिकेशन अध्यापकों को भी विभिन्न शिक्षा तकनीकियों का सीधा उपयोग करने का एक नया तरीका प्रदान करेगा, जिससे वे अपने छात्रों को बेहतर ढंग से सिखाने में सक्षम होंगे। यह एप्लिकेशन नए विद्यार्थियों के लिए उपलब्ध होगा और उन्हें इसे आसानी से डाउनलोड और उपयोग करने का अवसर मिलेगा। इस एप्लिकेशन का शुभारंभ प्रदेश के सभी माध्यमिक विद्यालयों में संभावित है, ताकि हर एक छात्र इससे लाभान्वित हो सके। इस नए शिक्षा उपाय के माध्यम से शिक्षा विभाग ने उच्च गुणवत्ता और सहज सीखने के लिए एक नया मानक स्थापित किया है, जिससे छात्रों का शिक्षा में रूचि बनी रहेगी।



Thursday, February 01, 2024

डायरेक्टर एवं नोडल अधिकारी उत्तराखण्ड इन्सपाइर अवॉर्ड मानक संदेश



Dear Participants, Educators, and Distinguished Guests,

As the Director of Academic Research and Training, it is my utmost pleasure to extend a warm welcome to each and every one of you at the Inspire Award Exhibition, State Level, in Uttarakhand. This event stands as a testament to the extraordinary potential and creativity that resides within our young minds. Your presence here today marks a significant milestone in our collective pursuit of excellence. The Inspire Manak Scholarship has recognized the brilliance of students across the 13 districts, and it is truly heartening to witness their innovative projects and prototype models showcased on this grand platform.

To all the participants, I extend my heartfelt congratulations. Your dedication, hard work, and ingenuity have brought you to this juncture, and I have no doubt that the projects you present today will not only inspire but also pave the way for a brighter future. This exhibition is not just a display of your creations; it is a celebration of your commitment to pushing the boundaries of knowledge and creativity. A special appreciation goes out to the educators—the guiding lights who have played a pivotal role in shaping and nurturing the innovative spirit of these students. To the teachers and principals, your unwavering support, encouragement, and mentorship have undoubtedly fueled the success we witness today. You are the unsung heroes behind the scenes, and we thank you for your dedication to fostering a culture of innovation.

I would also like to express my sincere appreciation to the authorities, organizers, and sponsors who have been instrumental in making this event possible. Your commitment to the noble cause of promoting scientific temper and research among our youth is commendable, and I am confident that the impact of your support will resonate for years to come.

In conclusion, I extend my best wishes to all the participants. May this exhibition be a stepping stone towards greater accomplishments, and may your journey ahead be filled with success and recognition? The road to the national level awaits, and I am confident that each of you has the potential to make Uttarakhand proud.

Once again, welcome to the Inspire Award Exhibition at the state level. Let the spirit of innovation and discovery guide you toward a future filled with endless possibilities.

Best Regards,

Bandana Garbyal Director, Academic Research and Training

परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की समीक्षा और प्रभाव

 लाइव प्रोग्राम: परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम की समीक्षा और प्रभाव

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयोजित "परीक्षा पे चर्चा" कार्यक्रम ने एक महत्वपूर्ण पहलू उजागर किया है जो छात्रों के लिए मोटिवेशन और मार्गदर्शन का स्रोत बना है। इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य छात्रों के साथ संवाद करके उनकी परीक्षा से संबंधित समस्याओं का समाधान करना है।

समीक्षा के आधार पर, यह कार्यक्रम बहुत उपयुक्त और अच्छी तैयारी के लिए प्रेरणा प्रदान करने का कारगर माध्यम साबित हुआ है। प्रधानमंत्री ने अपने अनुभवों को साझा करके छात्रों को सबसे आसान और प्रभावी तरीकों से पढ़ाई करने के लिए प्रेरित किया है।

इस कार्यक्रम का प्रभाव विद्यार्थियों की चिंताओं को सुनने और समझने की क्षमता में वृद्धि कर सकता है। यह छात्रों को एक सामाजिक मंच पर आने का अवसर प्रदान करता हैजिससे वे अपने चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों का सामना करने के लिए तैयार हो सकते हैं।

दूरदर्शन केंद्रदेहरादून में हुई चर्चा में रमेश बडोनी और देवी प्रसाद थपलियाल के विचारों से साबित होता है कि इस कार्यक्रम के माध्यम से छात्रों को सही मार्गदर्शन मिलता है और उनकी तैयारी में सुधार होता है।

समाप्ति रूप से, "परीक्षा पे चर्चा" कार्यक्रम ने न केवल परीक्षा की तैयारी में मदद की हैबल्कि छात्रों को जीवन में सफलता की दिशा में मोटिवेट किया है। इससे उनमें आत्म-विश्वास और आत्म-समर्थन की भावना विकसित होती हैजो उन्हें आगे बढ़ने के लिए मजबूती प्रदान करती है।