कार्यक्रम का शुभारंभ एससीईआरटी के सभागार में हुआ, जहां महानिदेशक विद्यालयी शिक्षा , झरना कमठान ने अपने संबोधन में आशा रानी पैन्यूली के कार्यों की प्रशंसा करते हुए कहा, "उनकी नेतृत्व क्षमता और प्रबंधन शैली का मैं हमेशा सम्मान करती हूं। उन्होंने शिक्षा विभाग में अपनी सेवा से एक मिसाल कायम की है।"
भावुक क्षण और पारिवारिक सहभागिता
इस अवसर पर आशा रानी पैन्यूली के परिवार के सदस्य, जिनमें उनके पिता, दोनों पुत्र, बहुएं, पोते-पोतियां, और अन्य रिश्तेदार उपस्थित थे, ने अपनी भावनाएं साझा कीं। उनके बड़े पुत्र ने कहा, "मां ने हमेशा हमें प्रेरित किया है। उनकी मेहनत और समर्पण से हमने बहुत कुछ सीखा। अब समय आ गया है कि वे हमारे साथ समय बिताएं।"
उनके पिता ने कहा, "आशा मेरा राजा बेटा है जिसने हमेशा परिवार और अपने कर्तव्यों के बीच संतुलन बनाए रखा। उनकी इस सफलता पर मुझे गर्व है।"
विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुतियां
समारोह को यादगार बनाने के लिए कई सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी गईं:
- प्रिया गोसाई ने आशा रानी पैन्यूली के पसंदीदा गीत पर नृत्य प्रस्तुत किया।
- डॉ. उषा कटिहार और डॉ. मुकुल सती ने अपने मधुर गीतों से माहौल को सराबोर कर दिया।
- आशा रानी पैन्यूली ने भी महानिदेशक झरना कमठान के अनुरोध पर मंच पर नृत्य प्रस्तुत किया।
सहकर्मियों और मित्रों के संदेश
अपर निदेशक, गढ़वाल मंडल बेसिक शिक्षा, और वर्तमान में संयुक्त निदेशक, एससीईआरटी, कंचन देवराड़ी ने कहा, "आशा जी के साथ बिताए समय और उनके कार्य करने के अनोखे अंदाज को मैं हमेशा याद रखूंगी। उनकी सकारात्मक ऊर्जा प्रेरणादायक है।"
शैलेन्द्र नेगी, नगर आयुक्त ऋषिकेश ने अपने प्रिय प्रेरणा स्रोत आशा रानी पैन्यूली को सभागार मे उपहार देकर सम्मानित किया ।
- राजकीय शिक्षक संघ के अध्यक्ष, राम सिंह चौहान, और उनके समूह ने पैन्यूली के कार्यों की सराहना करते हुए उन्हें "शिक्षा विभाग की प्रेरणा स्रोत" बताया।
- SIEMAT के डॉ. दिनेश चंद्र गौड़ और उनके अधिकारियों ने कहा, "उनकी कार्यशैली और नेतृत्व ने शिक्षा क्षेत्र में कई सकारात्मक बदलाव लाए हैं।"
- महानिदेशक कार्यालय और विद्या समीक्षा केंद्र के अधिकारियों ने उनके कार्यकाल की उपलब्धियों को याद करते हुए उनके लिए शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
माध्यमिक शिक्षा निदेशक, डॉ. आनंद भारद्वाज, ने कहा, "वे न केवल एक कुशल अधिकारी थीं, बल्कि एक मार्गदर्शक भी रहीं। उनकी सेवा और समर्पण शिक्षा विभाग के लिए प्रेरणादायक है।"
सीईओ, देहरादून और पूर्व में सेवानिवृत्त अधिकारी भी इस समारोह में उपस्थित थे। उन्होंने उनके योगदान की सराहना करते हुए कहा, "आशा रानी पैन्यूली ने अपनी मेहनत और लगन से विभाग को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया।"
डॉक्यूमेंट्री और संदेशों का आदान-प्रदान
कार्यक्रम में आशा रानी पैन्यूली के जीवन पर आधारित एक डॉक्यूमेंट्री फिल्म प्रस्तुत की गई, जिसमें उनके बचपन से लेकर सेवानिवृत्ति तक के सफर को खूबसूरती से दिखाया गया। साथ ही, अधिकारियों और कर्मचारियों ने वीडियो संदेशों के माध्यम से अपनी शुभकामनाएं प्रेषित कीं।
भविष्य की योजनाएं और योगदान
अपने विदाई भाषण में आशा रानी पैन्यूली ने कहा, "मैं जल्द ही DNA संस्था के साथ निदेशक के रूप में जुड़ने जा रही हूं। इसके अलावा, मैंने अंगदान करने का संकल्प लिया है। अगर एससीईआरटी में कोई पार्क बनता है या गेट का निर्माण होता है, तो मैं उसमें योगदान देने के लिए हमेशा तैयार रहूंगी।"
समारोह का समापन
कार्यक्रम का समापन एक भव्य रात्रिभोज के साथ हुआ। इस अवसर पर रघुनाथ लाल आर्य, डॉ. एस.बी. जोशी, और अन्य अधिकारियों ने पैन्यूली को उनकी नेतृत्व क्षमता और प्रबंधन कौशल के लिए विशेष रूप से सराहा।
पैन्यूली ने अपने व्यक्तित्व, समर्पण, और नेतृत्व से शिक्षा विभाग में एक अमिट छाप छोड़ी है। उनकी सेवानिवृत्ति शिक्षा क्षेत्र में एक नए अध्याय की शुरुआत है, जहां वे अपने अनुभव और ज्ञान से समाज को और समृद्ध करेंगी।