Friday, November 21, 2025

उद्यमिता रोमांच पर व्यावसायिक विद्यार्थियों के लिए भ्रमण -भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, भट, गांधीनगर, गुजरात

 कार्यक्रम- उद्यमिता रोमांच पर व्यावसायिक विद्यार्थियों (कक्षा 11 एवं 12) के लिए कैम्प-   

 दिनाँक 24 से 29 नवम्बर 2025

 स्थानः भारतीय उद्यमिता विकास संस्थान, भट, गांधीनगर, गुजरात

           पंडित सुंदरलाल शर्मा  केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान भोपाल व्यावसायिक शिक्षा के क्षेत्र में एक शीर्ष अनुसंधान एवं विकास संगठन है। संस्थान अनुसंधान, प्रशिक्षण, विकास और विस्तार श्रेणियों के अंतर्गत गतिविधियों और कार्यक्रमों के माध्यम से व्यावसायिक शिक्षा के कार्यान्वयन को सुदृढ़ बनाने के लिए कार्य करता है। इसी क्रम संस्थान उद्यमिता कार्यक्रम के अंतर्गत ‘‘व्यावसायिक शिक्षकों और छात्रों के बीच नवाचार, इनक्यूबेशन और उद्यमिता पर जागरूकता निर्माण और व्यावसायिक छात्रों के लिए उद्यमशीलता साहसिक कार्य पर शिविर‘‘ अथवा बूट कैंप आयोजित कर रहा है I  

              उद्यमिता साहसिक शिविर का मुख्य उद्देश्य व्यावसायिक छात्रों में उद्यमशीलता और व्यक्तिगत उपलब्धि की भावना का संचार करना है। इस पहल का उद्देश्य उनकी छिपी हुई क्षमता को उजागर करना और उन्हें आत्मविश्वास और रचनात्मकता के साथ वास्तविक दुनिया की चुनौतियों का सामना करने के लिए आवश्यक मानसिकता और कौशल से लैस करना है। जोखिम उठाने, नवीन सोच, भावनात्मक बुद्धिमत्ता, संघर्ष समाधान, टीम वर्क और प्रेरक संचार जैसे उद्यमशीलता गुणों को विकसित करने के लिए, यह शिविर छात्रों को नेतृत्वकारी भूमिकाओं और करियर उत्कृष्टता को अपनाने के लिए सशक्त बनाने का प्रयास करता है। शिविर में भाग लेने के बाद, प्रतिभागियों में अत्यधिक आत्मविश्वास आने की संभावना है और वे अपने करियर में किसी भी चुनौती का सामना करने और विजेता बनने के लिए तैयार होंगे।


इस विशिष्ट कार्यक्रम के उद्देश्य निम्नवत  हैं:

·       छात्रों को उनकी उद्यमशीलता क्षमता, जिसमें प्रमुख व्यक्तित्व लक्षण, शक्तियाँ और विकास के क्षेत्र शामिल हैं, की खोज और मूल्यांकन करने में सक्षम बनाना - उन्हें उद्यमिता को एक व्यवहार्य और संतुष्टिदायक करियर पथ के रूप में देखने के लिए प्रोत्साहित करना।

·       दूसरों को प्रभावित करने, प्रेरित करने और उनके साथ प्रभावी ढंग से काम करने पर ज़ोर देते हुए, सहयोगात्मक और सहानुभूतिपूर्ण नेतृत्व को बढ़ावा देना। छात्रों को उनके चुने हुए क्षेत्रों में उत्कृष्टता प्राप्त करने और नेतृत्व एवं उपलब्धि की ओर प्रयास करने के लिए प्रेरित करके विकासोन्मुखी मानसिकता का विकास करना। 

·       समस्याओं को हल करते समय या अवसरों का लाभ उठाते समय रणनीतिक और रचनात्मक सोच विकसित करने की उनकी क्षमता को बढ़ाना।

           

 उक्त के आलोक में पंडित सुंदरलाल शर्मा  केंद्रीय व्यावसायिक शिक्षा संस्थान भोपाल राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में उद्यमिता रोमांच पर व्यावसायिक विद्यार्थियों (कक्षा 11 एवं 12) के लिए कैम्प-।।।,   आयोजित किया जा रहा है जिसमें  उत्तराखण्ड राज्य के 04 जनपदों से व्यावसायिक शिक्षा- कौशलम् (कक्षा 11-12) में अध्ययनरत्  20 विद्यार्थी (प्रति विद्यालय-05) जिन्होंने राज्य स्तरीय कौशलम् प्रतिस्पर्धा में अथवा व्यावसायिक विषयों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया किया था और जिन्होंने उद्यमिता के क्षेत्र में करियर बनाने में रुचि प्रदर्शित की थी को नामांकित किया गया है।

           उक्त के क्रम में उत्तराखण्ड से रा0इ0का0 मुस्टिकसौड़ उत्तरकाशी, पी0एम0 श्री रा0इ0का0 गरूड़, बागेश्वर, रा0 बा0 इ0 का0 कार्गी देहरादून एवं पीएम श्री रा0बा0इ0का0 चम्पावत से 05-05 (Total20) विद्यार्थी एवं 01-01 एस्कॉर्ट (Escort) शिक्षक प्रतिभाग कर रहे है। 

             एस्कॉर्ट (Escort) शिक्षक के रूप में क्रमशः 1. भुवनेश्वरी फोनिया प्रवक्ता, पीएम श्री राजकीय बालिका इंटरमीडिएट कॉलेज चंपावत, 2. अपर्णा रावत प्रवक्ता, राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज मुस्टिकसौड़ उत्तरकाशी, 3.  भगवती रावत, प्रवक्ता पीएम श्री राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज गेरुड, बागेश्वर 4.  विजयलक्ष्मी, सहायक अध्यापक राजकीय इंटरमीडिएट कॉलेज करगी, देहरादून प्रतिभाग कर रहे है ।

           स कार्यक्रम में हमारे राज्य से विद्यार्थियों की प्रतिभागीता के लिए कौशलम् कार्यक्रम के राज्य समन्वयक सुनील भट्ट ने अपनी ओर से विशेष प्रयास किया है। कार्यक्रम में विद्यार्थियों की प्रतिभागीता के लिए निदेशक अकादमिक, शोध एवं प्रशिक्षण श्रीमती वंदना गर्ब्याल द्वारा सभी को शुभकामनाएं प्रेषित की गई और विश्वास जताया गया कि सभी विद्यार्थियों को इस कार्यक्रम से महत्वपूर्ण लाभ होंगे   उन्होंने सभी बच्चों को सावधानीपूर्वक कार्यक्रम में प्रतिभा करने हेतु एस्कॉर्ट शिक्षकों को विशेष रूप से मार्ग निर्देशन दिया।

संदेश 

निदेशक, बंदना गर्बयाल -

        हमें बहुत खुशी है कि हमारे 20 बच्चों का समूह गुजरात के व्यावसायिक शिक्षण संस्थान में 5दिन के कौशलशिक्षा टूर पर जा रहा है। यह पहल हमारे राज्य के युवाओं को नई तकनीक और व्यावसायिक शिक्षा के नवाचारों से जोड़ने का एक महत्वपूर्ण कदम है। हमें विश्वास है कि बच्चे यहाँ से प्राप्त अनुभव को अपने भविष्य में लागू करेंगे और अपनेअपने क्षेत्र में प्रेरणा बनेंगे।”

  अपर निदेशक, पदमेंद्र सकलानी-

         यह टूर सिर्फ एक यात्रा नहीं, बल्कि हमारे बच्चों के लिए सीखनेऔरउन्नति का प्लेटफ़ॉर्म है। हम आशा करते हैं कि वे इस अवसर का पूर्ण लाभ उठाएँ, नई कौशल हासिल करें और अपने राज्य का गौरव बढ़ाएँ। हम इस पहल को सफल बनाने के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध हैं।”


Wednesday, November 19, 2025

सभी स्कूलों में बनेगा रोड सेफ्टी क्लब: सड़क सुरक्षा की दिशा में उत्तराखण्ड सरकार का बड़ा कदम

उत्तराखण्ड में सड़क दुर्घटनाओं की बढ़ती संख्या लंबे समय से चिंता का विषय रही है। प्रतिदिन होने वाली दुर्घटनाएँ न सिर्फ जनहानि का कारण बनती हैं, बल्कि समाज के मानसिक और आर्थिक स्वास्थ्य पर भी गहरा प्रभाव डालती हैं। इस गंभीर मुद्दे को देखते हुए मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है—राज्य के सभी स्कूलों में ‘रोड सेफ्टी क्लब’ का गठन अनिवार्य रूप से किया जाएगा।

सड़क सुरक्षा पर मुख्यमंत्री का फोकस

देहरादून में आयोजित सड़क सुरक्षा समीक्षा बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि सड़क दुर्घटनाओं को कम करने में जनभागीदारी सबसे अहम है। यदि विद्यालय स्तर पर बच्चों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाई जाए, तो आने वाली पीढ़ी अधिक संवेदनशील और जिम्मेदार नागरिक बनेगी।

उन्होंने स्पष्ट कहा,
“भविष्य में सड़क दुर्घटनाओं को काफी हद तक कम किया जा सकता है यदि हम आज से प्रयास शुरू करें।’’

एससीईआरटी उत्तराखण्ड द्वारा सड़क सुरक्षा जागरूकता के लिए एक विशेष वीडियो सीरीज़ का निर्माण किया गया है, जिसे प्रदेश के सभी विद्यालयों में प्रसारित किया जाएगा। 

कक्षा 9 की आपदा प्रबंधन विषय में सड़क सुरक्षा नियमों पर आधारित एक पाठ को पाठ्यक्रम में शामिल किया गया है। कक्षा 1 एवं 2 के लिए विकसित की जा रही नई पाठ्य-पुस्तकों में सड़क सुरक्षा संकेतों को सम्मिलित किया गया है। सड़क सुरक्षा जागरूकता पर आधारित 6 ऑडियो–वीडियो गीतों का निर्माण किया गया है।

कार्यक्रम के दौरान सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान देने वाले विभिन्न विभागों के अधिकारी/कर्मचारियों एवं शिक्षकों को सम्मानित किया गया। शिक्षा विभाग से सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य हेतु राजकीय प्राथमिक विद्यालय की शिक्षिका रुक्मणी जी को सम्मानित किया गया। बैठक में कैबिनेट मंत्री श्री सतपाल महाराज जी सहित परिवहन विभाग, पुलिस, पीडब्ल्यूडी, चिकित्सा शिक्षा तथा शिक्षा विभाग के सचिवों एवं वरिष्ठ अधिकारियों ने प्रतिभाग किया।

स्कूलों में रोड सेफ्टी क्लब क्यों जरूरी?

समीक्षा बैठक के दौरान कई महत्वपूर्ण बिंदु सामने आए, जिनमें यह तथ्य बेहद चौंकाने वाला है कि—

  • प्रदेश में अधिकांश सड़क दुर्घटनाएँ शाम 6 बजे से रात 9 बजे के बीच होती हैं।

  • वर्ष 2023 में 1488 लोगों की सड़क दुर्घटनाओं में मौत हुई।

  • 157 स्थान ऐसे हैं जहाँ दुर्घटनाएँ बार-बार होती हैं—अर्थात ब्लैक स्पॉट्स

ऐसे में स्कूली शिक्षा से ही बच्चों को यातायात नियमों, सुरक्षा उपकरणों (हेल्मेट, सीट बेल्ट), सड़क संकेतों और सुरक्षित यात्रा के सिद्धांतों से परिचित कराना एक आवश्यक कदम है।

रोड सेफ्टी क्लब की प्रमुख गतिविधियाँ

प्रदेश सरकार द्वारा प्रस्तावित रोड सेफ्टी क्लब में निम्न गतिविधियाँ शामिल होंगी—

  • ट्रैफिक नियमों पर विशेष वर्कशॉप

  • सड़क सुरक्षा रैली

  • वीडियो एवं ऑडियो आधारित जागरूकता कार्यक्रम

  • स्थानीय ट्रैफिक पुलिस के साथ संयुक्त कार्यक्रम

  • स्टूडेंट सेफ्टी एम्बेसडर का चयन

इससे न केवल छात्र जागरूक होंगे, बल्कि वे अपने परिवारों और समुदाय में भी सुरक्षा संदेश फैलाएंगे।

खतरनाक सड़कें और समाधान की दिशा में प्रयास

समीक्षा बैठक में विभिन्न जिलों की खतरनाक सड़कों की स्थिति भी प्रस्तुत की गई। विशेष रूप से देहरादून, हरिद्वार, ऊधमसिंह नगर और नैनीताल जिलों में सड़क दुर्घटनाएँ अधिक हैं। 10 प्रमुख सड़कों को हाई-रिस्क रोड के रूप में भी चिन्हित किया गया है।

सरकार इन सड़कों पर—

  • ब्लैक स्पॉट्स की पहचान

  • साइन बोर्डों की व्यवस्था

  • सड़क चौड़ीकरण

  • रात में रिफ्लेक्टिव मार्किंग

  • स्पीड कंट्रोल उपाय

जैसे सुधारात्मक कदम उठाने जा रही है।

सड़क सुरक्षा: सरकार + स्कूल + समाज = सुरक्षित प्रदेश

यह पहल केवल सरकारी निर्देश नहीं है, बल्कि पूरे समाज के सम्मिलित प्रयास का परिणाम हो सकती है। जब बच्चे सड़क सुरक्षा सीखेंगे और परिवारों को भी जागरूक करेंगे, तब एक व्यापक बदलाव देखने को मिलेगा।

सड़क पर सावधानी ही सुरक्षा है—और यह जागरूकता विद्यालयों से ही शुरू होती है।

Hackathon 2.0 – Registration are open upto 30th November 2025!

 


Hackathon 2.0 – Registration Date Extended until 30th November 2025!

The registration deadline for Hackathon 2.0 has now been extended up to 30th November 2025, giving more time to teachers and students across Uttarakhand to join this exciting journey of innovation and digital problem-solving.

Organized under the visionary leadership of SCERT Uttarakhand, Hackathon 2.0 aims to inspire schools, teachers, and students to develop creative, technology-driven solutions to some of today’s most pressing challenges—from education and environment to cyber safety, digital wellness, food safety, and healthcare innovation.

Who can participate:

  • Teachers and students from government, aided, and private schools

  • D.El.Ed. trainees and teacher educators

  • Anyone passionate about using technology for social good

Focus Themes:

  • Education and Learning Innovation

  • Climate and Environmental Solutions

  • Digital Well-being and Cybersecurity

  • Health, Nutrition & Food Adulteration

  • AI for Social Impact

Why Participate?

  • Showcase your ideas at a state-level innovation platform

  • Get mentored by experts in AI, coding, and design thinking

  • Earn certificates and recognition from SCERT Uttarakhand

  • Selected innovations will be considered for pilot implementation in schools

New Deadline: 30th November 2025
Submit Your Ideas Here: https://innovateuttarakhand.com/candidate/register

Let’s build the future together—with curiosity, creativity, and collaboration.
Join the movement. Innovate for Change. 

#Hackathon2_0 #SCERTUttarakhand #InnovationForEducation #DigitalUttarakhand #AIforGood

राज्य स्तरीय विज्ञान संगोष्ठी एवं विज्ञान महोत्सव 2025 – नवाचार, उत्साह और वैज्ञानिक दृष्टिकोण का अनोखा संगम

डॉ देवराज सिंह राणा , राज्य विज्ञान समन्वयक 

डॉ ए पी जे अब्दुल कलाम राज्य विज्ञान महोत्सव का आयोजन शुभारंभ आज खालसा नेशनल बालिका इंटर कॉलेज हल्द्वानी में प्रारंभ हुआ। कार्यक्रम में दीप प्रज्वलन करते हुए तथा बाल  वैज्ञानिकों को अपनी शुभकामनाएँ देते हुए मुख्य अतिथि बंदना गर्ब्याल निदेशक अकादमिक शोध एवं प्रशिक्षण उत्तराखंड ने कहा कि विज्ञान की ऐसी प्रतियोगिताएँ बच्चों में वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करती हैं, और आगे बढ़कर यही बच्चे देश का कर्णधार बनेंगे।

इस अवसर पर बच्चों को शुभकामनाएँ देते हुए कार्यक्रम के मुख्य संयोजक गोविंद राम जायसवाल मुख्य शिक्षा अधिकारी नैनीताल ने सभी प्रतिभागी बच्चों और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों को शुभकामनाएँ देते हुए सफल होने की कामना की,और बताया कि प्रथम और द्वितीय स्थान पर आने वाले बाल वैज्ञानिक राष्ट्रीय स्तर पर एक और दो दिसंबर को नई दिल्ली में प्रतिभाग करेंगे।उन्होंने सभी उपस्थित प्रतिभागियों को जागरूक मतदाता बनने की शपथ दिलाई।

विशिष्ट अतिथि के रूप में डॉ डी के मथेला सेवानिवृत्त अपर शिक्षा निदेशक, डॉ बीआर पनेरू सेवानिवृत्त संयुक्त शिक्षा निदेशक, एन सी कबड़वाल सेवानिवृत्त अपर शिक्षा निदेशक की गरिमामय उपस्थिति रही। 

इसके अतिरिक्त अन्य अतिथियों में डॉ के एन बिजल्वाण,सहायक निदेशक एस सी ई आर टी,  लालमिन किमगेन,सहायक प्राध्यापक एन सी ई आर टी नई दिल्ली, डॉ देवराज सिंह राणा राज्य विज्ञान समन्वयक एस सी ईआर टी एवं  पुष्कर लाल टम्टा जिला शिक्षा अधिकारी माध्यमिक ने भी सभी बाल वैज्ञानिकों को अपनी शुभकामनाएँ प्रेषित कीं।

कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों ने दीप प्रज्वलन के साथ किया। इस अवसर पर खालसा नेशनल बालिका इंटर कॉलेज की बालिकाओं ने सरस्वती वंदना और राजकीय बालिका इंटर कॉलेज हल्द्वानी की बालिकाओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत किया। कुमाऊँ की लोक जनजाति और संस्कृति के ऊपर आधारित मुनस्यारी की कला को लेकर खालसा की बालिकाओं ने सुंदर लोकनृत्य नृत्य प्रस्तुत किया।

उक्त प्रतियोगिता में जूनियर स्तर पर कक्षा 6 से 8 के विद्यार्थियों तथा सीनियर स्तर पर 9 से 12 स्तर के प्रोजेक्ट/मॉडल विद्यार्थियों के द्वारा प्रस्तुत किए गए हैं। जिसमें आज विभिन्न तेरह जनपदों से आए हुए विद्यार्थियों ने विज्ञान के विभिन्न प्रोजेक्ट व मॉडल का प्रदर्शन किया। इनमें कई आश्चर्य मिश्रित कर देने वाले मॉडल भी प्रस्तुत किए गए।

 द्वितीय सत्र का शुभारंभ हल्द्वानी नगर निगम के मेयर गजराज सिंह बिष्ट ने किया,इस सत्र में विशिष्ट अतिथि अपर शिक्षा निदेशक प्रारंभिक शिक्षा गजेंद्र सिंह सोन थे,इस अवसर पर खंडशिक्षा अधिकारी हल्द्वानी तारा सिंह,अंशुल बिष्ट,गीतिका जोशी व सुलोहिता नेगी मौजूद रहे।

विज्ञान ड्रामा के अंतर्गत आज जनपद चमोली, अल्मोड़ा, ऊधम सिंह नगर और देहरादून के विद्यार्थियों ने अपने विज्ञान ड्रामा की प्रस्तुति दी। राजकीय इंटर कॉलेज पतलोट के छात्रों ने सुंदर छोलिया नृत्य प्रस्तुत किया व गोपाल जोशी जी के द्वारा बांसुरी वादन ने दर्शकों का मन मोह लिया। इसके अतिरिक्त जगदीश सिंह नेगी, शिप्रा कल्याण समिति के अध्यक्ष के द्वारा प्लास्टिक प्रबंधन और प्लास्टिक से होने वाली दुष्प्रभावों के विषय में एक व्याख्यान प्रस्तुत किया गया।


डॉ  सिमरन आर्यमन बिड़ला की परामर्शदाता ने तनाव प्रबंधन से उबरने के तरीकों को बच्चों को बताया। जिला विज्ञान समन्वयक  डॉ दिनेश जोशी ने बताया कि ये प्रतियोगिता 20 और 21 को भी जारी रहेगी। कल अन्य जनपदों के विज्ञान ड्रामा और विज्ञान क्विज़ की प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जाएगा। विद्यालय की प्रधानाचार्य और स्थलीय संयोजक कमला शैल के द्वारा सभी जनपदों के प्रतिभागियों और उनके मार्गदर्शक शिक्षकों का आभार प्रकट किया गया।

       इस राज्य विज्ञान महोत्सव 2025 में 13 जनपदों के 500 बाल वैज्ञानिक व 100 मार्गदर्शक शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया जा रहा है। मंच संचालन अमर सिंह बिष्ट,मीनाक्षी कीर्ति,पुरुषोत्तम बिष्ट,मीना पलियाल व प्रीति मझगाई ने संयुक्त रूप से किया   

Monday, November 17, 2025

डाइट : सामाजिक विज्ञान महोत्सव जनपद चंपावत-एक रिपोर्ट 2025

 

 डायट लोहाघाट में मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट एवं जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक एवं डायट प्राचार्य मान सिंह के दिशा निर्देशन में प्रभारी प्राचार्य डॉ आशुतोष वर्मा, डॉ नवीन जोशी, डॉ ए के मिश्रा ने सामाजिक विज्ञान महोत्सव का शुभारंभ किया, जिसने छात्रों की रचनात्मक क्षमता और ज्ञान-विस्तार को एक नया आयाम प्रदान किया। आयोजन में जिले के दूरदराज के चारों  विकासखंडों के प्रथम स्थान प्रतिभागियों ने भाषण, क्विज तथा मॉडल प्रदर्शनी में अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया। जनपद सह समन्वयक प्रकाश चन्द्र उपाध्याय के संचालन में आयोजित महोत्सव में विद्यार्थियों ने समसामयिक सामाजिक विषयों पर अपने विचार रखे। जनपद समन्वयक डॉ अनिल कुमार मिश्रा ने महोत्सव की विस्तृत रूपरेखा प्रस्तुत की तथा सभी अतिथियों का भावपूर्ण स्वागत किया। 


        इस अवसर पर बच्चों द्वारा तैयार किए गए मॉडल विशेष आकर्षण का केंद्र बने, जिसमें प्रतिभागियों ने पर्यावरण संरक्षण, सांस्कृतिक एवं ऐतिहासिक विरासत जैसे विषयों पर नवाचारी प्रयोग किए। महोत्सव की सर्वाधिक रोचक प्रतियोगिता क्विज के चारों चरणों को संचालक प्रकाश चन्द्र उपाध्याय द्वारा शानदार तरीके से प्रस्तुत किया गया, जिसे बच्चों ने अत्यधिक पसंद किया। क्विज प्रतियोगिता में रैपिड फायर राउंड तथा बजर राउंड सर्वाधिक आकर्षण का केंद्र रहे। अतिथिगणों द्वारा विद्यार्थियों को सामाजिक विज्ञान विषय के अध्ययन को जीवन से जोड़ने तथा व्यवहारिक ज्ञान विकसित करने के लिए प्रेरित किया गया। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन विद्यार्थियों में विश्लेषणात्मक क्षमता को बढ़ाते हैं और उन्हें जागरूक नागरिक बनने की दिशा में आगे बढ़ाते हैं।

          कार्यक्रम के अंत में समस्त प्रतिभागियों और विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। इस अवसर पर सामाजिक विज्ञान महोत्सव के जनपद सह समन्वयक प्रकाश चन्द्र उपाध्याय को सामाजिक विज्ञान के क्षेत्र में नवाचारी प्रयासों तथा बच्चों को ऊंचे मुकामों में पहुंचाने तथा शैलेश मटियानी राज्य उत्कृष्ट शिक्षक पुरस्कार प्राप्त करने के उपलक्ष्य में शॉल ओढ़ाकर तथा स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया गया। भाषण प्रतियोगिता में सिमरन जोशी, असद अली खान तथा आयुष ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान स्थान प्राप्त किया। इसी प्रकार मॉडल प्रदर्शनी में भावना जोशी, शिवम तथा रितिक बोहरा ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया। क्विज प्रतियोगिता में तेजस अधिकारी, रितिक भंडारी, मनीष पचौली ने क्रमशः प्रथम, द्वितीय तथा तृतीय स्थान प्राप्त किया।


    समापन सत्र में बीईओ घनश्याम भट्ट ने सभी प्रतिभागियों को पुरस्कार प्रदान किए। अंत में जनपद संयोजक डॉ अनिल कुमार मिश्रा तथा जनपद सह संयोजक प्रकाश चन्द्र उपाध्याय द्वारा अतिथियों, निर्णायकों, समस्त संकुल एवं विकासखंड समन्वयकों, मार्गदर्शक शिक्षकों और प्रतिभागियों का आभार व्यक्त किया और भविष्य में सामाजिक विज्ञान महोत्सव को और शानदार तरीके से आयोजित करने का संकल्प लिया तथा राज्य हेतु चयनित प्रतिभागियों को शुभकामनाएं दी। 

  कार्यक्रम के सफल आयोजन में निर्णायक के रूप में डॉ भूप सिंह धामी, राजीव नवोदय प्राचार्य राम कुमार मिश्रा, केंद्रीय विद्यालय के वरिष्ठ प्रवक्ता गौरव कुमार यादव, संकाय सदस्य शिवराज सिंह तड़ागी, लता आर्य, दीपक सोराडी तथा अभिलेखीकरण में खंड समन्वयक महरोज मियां, प्रकाश सिंह, बी एन गोस्वामी, इंद्रलाल वर्मा, गणेश दत्त पंत, मेनका वर्मा, राखी गहतोड़ी, रवीश पचौली, सुरेश राम आर्य, चन्द्र लाल शाह, विनोद प्रसाद गहतोड़ी, अनिल कुमार, त्रिभुवन सिंह, जगदीश चन्द्र, रेनू मेहता, गीता सांगुड़ी आदि ने विशेष सहयोग किया। मुख्य शिक्षा अधिकारी मेहरबान सिंह बिष्ट तथा जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक एवं डायट प्राचार्य मान सिंह ने सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रेषित की हैं।

DIET उत्तरकाशी, बड़कोट में सामाजिक विज्ञान महोत्सव: प्रतिभाओं ने दिखाया रचनात्मक कौशल

डाइट बड़कोट उत्तरकाशी उत्तराखण्ड 

शनिवार को जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान उत्तरकाशी, बड़कोट  में सामाजिक विज्ञान महोत्सव 2025-26 का रंगारंग शुभारंभ किया गया जिसकी थीम सतत पोषणीय विकास, सुदृढ़ और समृद्ध भविष्य का आधार जागरूक बालमन एवं उत्तरदाई समाज पर आधारित थी| इसमें प्रत्येक विकासखंड से तीन-तीन छात्र-छात्राओं द्वारा भाषण प्रतियोगिता, मॉडल निर्माण प्रतियोगिता एवं सामाजिक विज्ञान सामान्य ज्ञान क्विज प्रतियोगिता में जनपद के 18 छात्रों व उनके मार्गदर्शन शिक्षकों द्वारा प्रतिभाग किया गया | 
प्रतियोगिता के माध्यम से छात्र-छात्राओं में सामाजिक विज्ञान विषय के प्रति रुचि उत्पन्न करना व समाज को स्थिरता और दिशा देने वाले सामाजिक विज्ञान विषय के महत्व पर प्रकाश डाला गया| कार्यक्रम का शुभारंभ डायट प्राचार्य संजीव जोशी व राज्य शैक्षिक  अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद उत्तराखंड देहरादून से राज्य समन्वयक डॉ. राकेश चंद्र गैरोला के दीप प्रज्वलन  के साथ किया गया| प्राचार्य द्वारा अपने संबोधन में प्रतिभागियों को प्रेरित किया गया| सामाजिक विज्ञान महोत्सव 2025 में जनपद से एक नवाचारी शिक्षक संतोष प्रसाद, सहायक अध्यापक रा. इ.का सांकरी, विकासखंड मोरी को नवीन शिक्षण पद्धतियों का प्रयोग व अपनी विद्यालय में विद्यार्थियों में रचनात्मक, आलोचनात्मक सोच एवं सक्रिय अधिगम को प्रोत्साहित करने हेतु नवाचारी शिक्षक के रूप में  पुरस्कृत किया गया है।


जनपद स्तर से चयनित छात्र-छात्राओं द्वारा राज्य स्तर प्रतियोगिता हेतु जनपद पिथौरागढ़ में प्रतिभाग किया जाएगा जिसमें छात्रों में सामाजिक विज्ञान के विषय को लेकर रोचक संवेदनशील और प्रगति दायक भावना का विकास होगा एवं परीक्षाओं के लिए छात्र-छात्राएं तैयार होंगे | कार्यक्रम के आरंभ में  कार्यक्रम समन्वयक संगीता रावत कोठारी द्वारा प्रतियोगिताओं की रूपरेखा और जानकारी  साझा की गई | इस प्रतियोगिता में लोक कल्याण हेतु सामाजिक विज्ञान का व्यावहारिक अनुप्रयोग छात्रों द्वारा किया गया| भाषण प्रतियोगिता के माध्यम से सतत पोषणीय विकास के मुद्दे पर छात्रों द्वारा कर गर्वित भाषण प्रस्तुत किया गया|,सामाजिक विज्ञान सामान्य ज्ञान क्विज प्रतियोगिता के माध्यम से समसामयिक घटनाएं उत्तराखंड की सामाजिक भौगोलिक एवं ऐतिहासिक घटनाएं और स्थानीय प्रवेश को क्विज के माध्यम से छात्रों के मध्य रखा गया |

जनपद स्तर पर मॉडल निर्माण प्रतियोगिता में प्रथम स्थान पर कुमारी मीना रा. उ. प्रा. विद्यालय गांधी विद्या मंदिर उत्तरकाशी भटवाड़ी, द्वितीय स्थान पर आयुष रा. उ.प्रा. वि.गेवला डुंडा एवं तृतीय स्थान पर कुमारी जाह्नवी रही| इस प्रकार अन्य प्रतियोगिता जैसे भाषण प्रतियोगिता में कुमारी प्रिया रा. उ. प्रा. वि. चंदेली पुरोला, कुमारी वैष्णवी  भटवाड़ी एवं कुमारी सोनाक्षी रा उ प्रा वि भाटिया नौगांव क्रमशः प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर रहे | क्विज प्रतियोगिता में प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय स्थान पर क्रमशः अभय रा उ प्रा वि रैथल भटवाड़ी, अंशिका रा. बा. इ. का. बड़कोट नौगांव तथा समित रावत पीएम श्री इंटर कॉलेज बनचौरा चिन्यालीसौड़ रहे| प्रतियोगिता में प्रतिभाग करने वाले छात्रों में प्रथम,द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त छात्रों को प्राचार्य महोदय और मुख्य अतिथि द्वारा पुरस्कार वितरण किया गया |

इस प्रतियोगिता में निर्णायक भूमिका में हेमू बिष्ट, सुशील चंद्र जोशी, गोपाल सिंह राणा, शोभना थापा,बबीता सजवान, रिचा उनियाल, अंजना सजवान, बृजेश कुमार मिश्रा और सुषमा महर रहे | कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य एवं कार्यक्रम समन्वयक  द्वारा सभी प्रतिभागियों को शुभकामनाएं प्रेषित करते हुए कार्यक्रम समापन की घोषणा की गई।

स्टरलाइट एडइंडिया फ़ाउंडेशन एवं SCERT उत्तराखंड द्वारा शिक्षण योजना प्रतियोगिता का चरण-2 सफलतापूर्वक संपन्न

 

देहरादून, नवम्बर 2025: DLED Dept 
स्टरलाइट एडइंडिया फ़ाउंडेशन और राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (SCERT) उत्तराखंड के संयुक्त तत्वावधान में 17 नवम्बर को देहरादून में राज्य स्तरीय शिक्षण योजना प्रतियोगिता के चरण-2 का सफल आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में उत्तराखंड के 13 DIETs और 6 B.Ed. कॉलेजों के छात्र-शिक्षकों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।

शिक्षण योजना प्रतियोगिता छात्र-शिक्षकों की मूलभूत अध्यापन दक्षताओं को सुदृढ़ करने के उद्देश्य से आयोजित की गई है। यह प्रतियोगिता छात्र-शिक्षकों को सुविचारित शिक्षण योजनाएँ तैयार करने, बाल-केंद्रित शिक्षण पद्धतियाँ अपनाने और नवाचारी कक्षा-शिक्षण तरीकों का प्रदर्शन करने के लिए एक संरचित मंच प्रदान करती है। राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 की विज़न के अनुरूप, जो अनुभव-आधारित अधिगम, दक्षता-आधारित शिक्षा तथा चिंतनशील और कुशल शिक्षकों के विकास पर बल देती है, यह प्रतियोगिता रचनात्मकता, आलोचनात्मक चिंतन और कक्षा-प्रस्तुति कौशल को प्रोत्साहित करती है। इस प्रक्रिया के माध्यम से छात्र-शिक्षक आत्मविश्वास विकसित करते हैं, अपनी शिक्षण पद्धतियों में सुधार करते हैं, और 21वीं सदी की कक्षाओं की आवश्यकताओं के अनुरूप स्वयं को अधिक सक्षम बनाते हैं।


इस प्रतियोगिता का आयोजन एक व्यवस्थित और व्यवहार-उन्मुख प्रक्रिया के अंतर्गत किया गया है। चरण-1 में सभी शिक्षक शिक्षा संस्थानों को पूर्व निर्धारित विषय दिए गए, जिनके आधार पर छात्र-शिक्षकों ने विस्तृत शिक्षण योजनाएँ तैयार कीं। इसके पश्चात प्रत्येक संस्थान ने दो श्रेष्ठ प्रतिभागियों—एक भाषा श्रेणी से और एक विषय श्रेणी से—का चयन किया।

चरण-2 में इन चयनित प्रतिभागियों ने अपनी शिक्षण योजनाओं की सीधी कक्षा-प्रस्तुति निर्णायक मंडल के समक्ष दी। यह लाइव-डेमो प्रारूप एक वास्तविक शिक्षण वातावरण तैयार करता है, जिसमें प्रतिभागी अपनी पाठ प्रस्तुति, पद्धतिगत स्पष्टता, शिक्षण-सामग्री के उपयोग तथा विद्यार्थियों की सहभागिता सुनिश्चित करने की क्षमता का प्रदर्शन करते हैं। इन शिक्षण योजनाओं की प्रस्तुति  रा. प्रा. वि. कंडोली एवं रा. उ. प्रा. कंडोली, देहरादून में संपन्न हुई, जहाँ प्रतिभागियों ने रचनात्मक एवं प्रभावी अध्यापन पद्धतियाँ प्रदर्शित कीं।

इसके उपरांत SCERT देहरादून में पुरस्कार वितरण समारोह आयोजित किया गया। पुरस्कार के रूप में प्रथम विजेता को ट्रॉफी, प्रमाणपत्र तथा ₹3100 की नकद धनराशि प्रदान की गई।  द्वितीय विजेता को ट्रॉफी, प्रमाणपत्र तथा ₹2100 की नकद धनराशि दी गई। तृतीय विजेता को ट्रॉफी, प्रमाणपत्र तथा ₹1100 की नकद धनराशि प्रदान की गई। समारोह के दौरान DIET तथा B.Ed. कॉलेज के भाषा एवं विषय श्रेणी से अलग-अलग विजेताओं को सम्मानित किया गया। । DIET श्रेणी के विजेता निम्नवत रहे-

डी.एल.एड.

भाषा आधारित

 

प्रथम पुरस्कार

द्वितीय पुरस्कार

तृतीय पुरस्कार

 निमिषा गौड़

 विष्णु प्रिया जोशी

अंशुमान सिंह

विषय आधारित

प्रथम पुरस्कार

द्वितीय पुरस्कार

तृतीय पुरस्कार

 अमीषा भट्ट

रहनुमा सैफी

 नीरज कुमार शर्मा

बी.एड.

भाषा आधारित

 

प्रथम पुरस्कार

द्वितीय पुरस्कार

तृतीय पुरस्कार

निष्ठा छिब्बर

खुशी राना

 सुप्रिया सोरोत

विषय आधारित

प्रथम पुरस्कार

द्वितीय पुरस्कार

तृतीय पुरस्कार

 तेज सिंह नेगी

 कैलाश गौर

साक्षी रावत

 इनके उत्कृष्ट प्रदर्शन की सराहना सभी निर्णायक मंडल एवं शैक्षिक विशेषज्ञों ने की।

इस अवसर पर SCERT उत्तराखंड की निदेशक डॉ. वंदना गबरियाल तथा सहायक निदेशक डॉ. के.एन. बिजल्वाण उपस्थित रहे। डॉ. बिजल्वाण ने पूरी पहल की सराहना की।   इस कार्यक्रम के सफल संचालन में DIET देहरादून के छात्र-शिक्षकों का स्वयंसेवी (volunteering) रूप में विशेष सहयोग रहा।

यह प्रतियोगिता प्री-सेवा शिक्षकों के लिए अपनी नवाचारी शिक्षण पद्धतियों को प्रस्तुत करने का एक बेहतरीन अवसर रही। इससे राज्य में गुणवत्तापूर्ण शिक्षण को बढ़ावा मिलेगा।  स्टरलाइट एडइंडिया फ़ाउंडेशन प्रतिनिधि ने कहा कि SCERT उत्तराखंड के साथ इस सार्थक पहल में सहयोगी बनना हमारे लिए गौरव की बात है। प्रतिभागियों का उत्साह और तैयारी शिक्षक शिक्षा के उज्ज्वल भविष्य का संकेत देता है।